सरकार के मुखिया के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 साल पूरे कर लिए. इस दौर में उन्होंने जनता की भागीदारी से क ...अधिक पढ़ें
News18 हिंदीLast Updated : October 7, 2024, 16:04 IST7 अक्टूबर 2001 ही वो दिन था, जब नरेंद्र मोदी ने पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के मुखिया के तौर पर 23 साल पूरे कर लिए हैं. जल मंदिर से लेकर स्वच्छ भारत और वोकल फॉर लोकल तक, इन 23 वर्षों में मोदी ने विकास को जन-जन तक लोगों की भागीदारी से पहुंचाया है.
विकास को जन आंदोलन में बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमीनी स्तर पर काम किया. लोगों की भागीदारी से इसे सफल कर दिखाया. प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा भारत के लोगों की क्षमता पर भरोसा किया है. उनका मानना है कि वास्तविक प्रगति तभी हासिल की जा सकती है जब नागरिक सक्रिय रूप से इसमें शामिल हों.
जल मंदिर
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मोदी ने जल मंदिर योजना की शुरुआत की, जिसके तहत लोगों की भागीदारी से लगभग 1200 बावड़ियों की पहचान की गई ताकि उनका जीर्णोद्धार किया जा सके. प्रधानमंत्री के रूप में, मोदी ने मिशन अमृत सरोवर की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर (तालाब) का निर्माण और पुनरुद्धार करना था. इस मिशन ने सामुदायिक भागीदारी से प्रेरित होकर 68,000 से अधिक अमृत सरोवरों का सफलतापूर्वक निर्माण किया है.
स्वच्छ भारत मिशन
मुख्यमंत्री के रूप में मोदी ने निर्मल गुजरात पहल की, जिसका उद्देश्य यूनिवर्सल सैनिटेशन था. सामुदायिक सहभागिता पर जोर देकर निर्मल गुजरात ने खुले में शौच को खत्म करने और ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ाने का प्रयास किया. प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने अक्टूबर 2014 में स्वच्छ भारत मिशन (SBM) की शुरुआत की. इसका लक्ष्य महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ और खुले में शौच से मुक्त भारत बनाना था. इस मिशन ने स्वच्छता कवरेज को 2014 के 37 प्रतिशत से आज 100 प्रतिशत तक बदल दिया.
खेल महाकुंभ से खेलो इंडिया तक
मुख्यमंत्री के रूप में, नरेंद्र मोदी ने खेल महाकुंभ की शुरुआत करके खेलों को बढ़ावा दिया. इस पहल का उद्देश्य सभी आयु समूहों में खेलों को बढ़ावा देना और विविध समुदायों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना था. राष्ट्रीय स्तर पर, पीएम मोदी ने 2016 में खेलो इंडिया पहल की शुरुआत की. 302 मान्यता प्राप्त अकादमियों और 1,000 से अधिक खेलो इंडिया केंद्रों की स्थापना ने महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान की हैं.
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’
मुख्यमंत्री के रूप में, मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के लिए लोहा इकट्ठा करने के लिए लोहा अभियान शुरू किया, जो सरदार वल्लभभाई पटेल – “भारत के लौह पुरुष” को एक भव्य श्रद्धांजलि थी – जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस अभियान में 3 लाख से अधिक गांवों के लोगों ने भाग लिया. सामूहिक रूप से 134.25 मीट्रिक टन लोहे के औजार और मिट्टी के सैंपल दिए. यह प्रतिमा अब एकता और राष्ट्रीय गौरव के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में खड़ी है, जो पटेल की स्थायी विरासत को दर्शाती है. भारत अब हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाता है, जिसमें देश की एकता में सरदार पटेल के महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान किया जाता है.
एक पौधा लगाइए
गुजरात के सीएम के तौर पर पीएम मोदी ने वन महोत्सव पहल शुरू की, जिसमें नागरिकों को पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया. उन्होंने परिवारों से हर लड़की के जन्म पर पांच पेड़ लगाने की अपील की. इसमें लैंगिक समानता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देते हुए उसके आगमन का जश्न मनाया जा सके. इस पहल को एक पेड़ मां के नाम के साथ एक व्यापक कैनवास मिला, जो न केवल मातृ बंधन को मजबूत करता है बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता में भी योगदान देता है.
संविधान की भावना को कायम रखना
मुख्यमंत्री के रूप में, मोदी ने नागरिकों के बीच भारतीय संविधान के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए संविधान गौरव यात्रा की अगुआई की, जिसमें संवैधानिक मूल्यों के महत्व को रेखांकित किया गया. आज के समय में, एक महत्वपूर्ण कदम 19 नवंबर, 2015 को उठाया गया. जब भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस (संविधान दिवस) के रूप में आधिकारिक रूप से घोषित किया, जो 1949 में भारतीय संविधान को अपनाने की याद में मनाया जाता है.
खादी का पुनरुद्धार
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मोदी ने युवाओं को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक आक्रामक अभियान शुरू किया. इसके बाद “नरेंद्र मोदी कुर्ता” के साथ-साथ ट्रेंडी खादी-डेनिम जींस लोगों की पसंद बन गए. सितंबर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत की स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में खादी को प्रदर्शित किया गया. नतीजा खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 में पहली बार 1.5 लाख करोड़ रुपये (लगभग 18 बिलियन डॉलर) से अधिक के कारोबार की जानकारी दी.
हर घर तिरंगा
2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की शुरुआत की, जिसके तहत भारत के हर घर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित किया गया. उस साल करीब 23 करोड़ घरों में तिरंगा फहराया गया, जिससे यह देशभक्ति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया. यह अभियान अब स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक वार्षिक परंपरा बन गया है.
वोकल फॉर लोकल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों को स्थानीय उत्पाद खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया है, खासकर त्योहारों के दौरान. इस आंदोलन का उद्देश्य स्वदेशी उद्योगों को समर्थन देने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए “मेड इन इंडिया” ब्रांड को बढ़ावा देना है. दिवाली 2023 के दौरान, इस प्रयास के परिणामस्वरूप मेड इन इंडिया उत्पादों की बिक्री में रिकॉर्ड 3.75 लाख करोड़ रुपये (लगभग 45 बिलियन डॉलर) की बिक्री हुई.
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FIRST PUBLISHED :
October 7, 2024, 16:04 IST