नई दिल्ली: उदयनिधि स्टालिन नाम तो याद ही होगा. अब उन्हें तमिलनाडु का उप मुख्यमंत्री बना दिया गया है. पूरे भारत में वह तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने सनातन धर्म को लेकर एक विवादित बयान दिया था. वह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं और डिप्टी सीएम से पहले वह राज्य में मंत्री भी रहे. डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर 2023 को तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को कई ‘सामाजिक बुराइयों’ के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने की बात कही थी.
इसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया था. उन्होंने कहा था, “सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाला विचार है, इसे खत्म करना मानवता और समानता को बढ़ावा देना है.” उन्होंने ये भी कहा था,”जिस तरह हम मच्छर,डेंगू, मलेरिया और कोरोना को खत्म करते हैं उसी तरह सिर्फ सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है. इसे समाज से पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए.” लेकिन बात यहीं सिर्फ खत्म नहीं होती. इससे पहले साल 2021 में वह सुर्खियों में आए.
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के 2021 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव अभियान के निर्णायक क्षणों में से एक लाल ईंट थी जिस पर ‘एम्स’ लिखा हुआ था. पार्टी के युवा आइकन उदयनिधि स्टालिन द्वारा लहराई गई ईंट ने उनके प्रतिद्वंद्वी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के मदुरै में एम्स अस्पताल के अधूरे वादे की ओर इशारा किया था.
ईंट ने दिलाई खेल मंत्री की कुर्सी
AIADMK-बीजेपी सरकार की विफलताओं को उजागर करने वाले उदयनिधि के अभिनव अभियान ने मतदाताओं का ध्यान आकर्षित किया और चुनाव की दिशा बदल दी. इसने डीएमके में उदयनिधि के बढ़ते प्रभाव को भी मजबूत किया. इस बात को साबित करते हुए उदयनिधि ने हाथ में लाल ईंट लेकर तमिलनाडु के दक्षिणी इलाकों में प्रचार किया. उन्होंने कहा, “तीन साल पहले मदुरै में AIADMK और भाजपा ने एम्स अस्पताल का उद्घाटन किया था, क्या आपको याद है? मैं अस्पताल अपने साथ लाया हूं.” उदयनिधि ने खुद को दूसरे नेताओं के लिए प्रचार करने तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि 2021 के विधानसभा चुनावों में चेपक-थिरुवल्लिकेनी निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा और 65,000 से ज़्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
उनकी जीत के बाद से ही DMK में उदयनिधि को मंत्रिपरिषद में शामिल करने की मांग उठ रही है. मांगों पर ध्यान देते हुए, पार्टी ने उन्हें दिसंबर 2022 में उनके पिता सीएम एमके स्टालिन के नेतृत्व वाले तमिलनाडु मंत्रिमंडल में शामिल किया. उदयनिधि को युवा कल्याण खेल मंत्री नियुक्त किया गया और विशेष कार्यक्रम कार्यान्वयन, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम और ग्रामीण ऋणग्रस्तता जैसे महत्वपूर्ण विषय उन्हें आवंटित किए गए.
विधानसभा चुनाव में होगा खेल
2024 के लोकसभा चुनावों से पहले उदयनिधि डीएमके के स्टार प्रचारक बन गए. पार्टी के वफ़ादार समर्थकों ने उदयनिधि को चिन्नावर (छोटा) कहना शुरू कर दिया और पार्टी के पोस्टरों और पर्चों पर सीएम एमके स्टालिन के साथ उनकी तस्वीरें छपने लगीं. उदयनिधि की पदोन्नति का समय भी उल्लेखनीय है. यह 2026 के महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव से पहले हुआ है, जब अभिनेता विजय जैसे नए खिलाड़ी डीएमके के लिए चुनौती पेश करने की उम्मीद कर रहे हैं. इसे देखते हुए, डीएमके नेताओं का एक वर्ग उदयनिधि की छवि बनाने पर जोर दे रहा है.
FIRST PUBLISHED :
September 30, 2024, 14:03 IST