हिमाचल में आर्थिक संकट: BJP विधायक का बड़ा ऐलान, महज 1 रुपये लेंगे सैलरी

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Last Updated:December 02, 2025, 07:55 IST

हिमाचल प्रदेश के मंडी के जोगिंद्रनगर से भाजपा विधायक हैं प्रकाश राणा, दूसरी बार जीतकर सदन में पहुंचे हैं, विधायक के रूप में मात्र 1 रुपया वेतन लेंगे प्रकाश राणा, प्रकाश राणा के ऐलान पर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मेज थपथपाई, सदन में बोले राणा– एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से कुछ नहीं होगा, प्रदेश को आर्थिक संकट से निकालने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा.

 BJP विधायक का बड़ा ऐलान, महज 1 रुपये लेंगे सैलरीभाजपा विधायक प्रकाश राणा का बड़ा ऐलान, जब तक हिमाचल में आर्थिक संकट से उबरेगा नहीं तब तक 1 रुपया वेतन ही लेंगे, News 18 से बोले- कर्ज लेकर वेतन नहीं ले सकता, विकास कार्यों में खर्च हो अधिक पैसा

शिमला. हिमाचल प्रदेश विधान सभा के शीताकालीन सत्र के चौथे दिन भाजपा विधायक प्रकाश राणा का बड़ा ऐलान किया है. प्रकाश राणा ने सदन में ऐलान किया जब तक हिमाचल प्रदेश आर्थिक संकट से उबरेगा नहीं तक विधायक के रूप में मिलने वाले लाखों के वेतन में से केवल 1 रुपया ही लेंगे.

नियम 130 पर चर्चा के दौरान प्रकाश राणा ने जैसे ही ये घोषणा की वैसे ही सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने मेज थपथपा कर इस फैसले का स्वागत किया. संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में प्रकाश राणा की सोच की तारीफ की. प्रकाश राणा मंडी जिला के जोगिंद्रनगर विधान सभा सीट से भाजपा विधायक हैं और दूसरी बार जीतकर सदन में पहुंचे हैं. 2017 में पहला चुनाव निर्दलीय के तौर पर जीता था. खाड़ी के देशों में उनका अपना कारोबारी है.
इस ऐलान पर News 18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रकाश राणा ने कहा कि वे कर्ज लेकर वेतन नहीं ले सकते. राज्य सरकार कर्ज लेकर प्रदेश चला रही है, ऐसे में कर्ज के पैसे से सैलरी नहीं ले सकते हैं और विकास कार्यों में ही अधिक से अधिक पैसा खर्च होना चाहिए.

वीरभद्र सिंह भी लेते थे एक रुपये सैलरी

उन्होंने कहा कि ये उनका निजी फैसला है. राणा ने कहा कि कोई भी हिमाचली नहीं चाहेगा कि उन पर कर्ज का बोझ रहे. सदन राणा ने कहा कि आर्थिक संकट को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाने से कुछ हासिल नहीं होगा, प्रदेश को आर्थिक संकट से निकालने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा. गौर रहे कि कि इससे पहले वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए वेतन के रूप में 1 रुपये लेते थे और विद्या स्टोक्स भी एक रुपये लेती थी. माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कोरोना के समय पूरे एक साल का वेतन सीएम रिलीफ फंड में दिया था.

सरकार ने बढ़ाए विधायकों के वेतन भत्ते

अहम है कि सुक्खू सरकार ने इसी साल विधायकों के वेतन और भत्तों में बढ़ौतरी थी, ये बढ़ौतरी 9 साल बाद हुई थी. इससे पहले वर्ष 2016 में हिमाचल में माननीयों के वेतन, भत्ते और पेंशन बढ़ी थी, इस वर्ष इसमें 24 फीसदी की बढ़ौतरी की गई है. आपको ये भी बता दें कि जो वेतन और भत्ते बढ़ाए गए हैं, फिलहाल वो मिले नहीं हैं. भाजपा के विधायक सत्तपाल सत्ती ने ये सदन में कहा था कि एक्ट को पारित जरूर किया गया है लेकिन 7 महीने से बढ़ा हुआ वेतन नहीं मिला है. नए कानून के बाद विधायक का वेतन 85 हजार रुपये हो गया है, इससे पहले विधायक को 55 हजार रूपए मिलते थे, इस वेतन के अतिरिक्त विधायक को 1.20 लाख रुपये मासिक विधानसभा क्षेत्र भत्ता और 90 हजार रुपये कार्यालय भत्ता मिलेगा. बैठक में शामिल होने के लिए मिलने वाले भत्ते को 1800 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधान सभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के वेतन और भत्तों में भी बढ़ौतरी की गई है. मंत्रियों, विधायकों, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए टैक्सी यात्रा प्रति किलोमीटर दर 25 रुपये निर्धारित की गई है, जो अब 4 लाख रुपये के बढ़कर 6 लाख रुपए तक सालाना होगी. सरकार ने टेलीफोन, बिजली और पानी के बिलों के लिए दिए जाने वाले भत्तों को खत्म कर दिया है.  पूर्व विधायकों को दिए जाने वाले टेलीफोन भत्ते को भी खत्म कर दिया गया है.

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Vinod Kumar Katwal

Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently...और पढ़ें

Location :

Shimla,Shimla,Himachal Pradesh

First Published :

December 02, 2025, 07:55 IST

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