एयर इंडिया ने क्यों बढ़ाई पायलटों की रिटायर होने की उम्र 65 साल,इससे क्या होगा

2 days ago

एयर इंडिया पायलटों की रिटायरमेंट एज 58 से बढ़ाकर 65 साल कर दी गई है. इसके बाद ये सवाल पूछे जाने लगे हैं कि क्या बड़ी उम्र पायलटों की क्षमता पर असर नहीं डालेगी. हालांकि एयरइंडिया ने तो ये उम्र दूसरी वजहों से बढ़ाई है लेकिन अगर इंटरनेशनल पैरामीटर्स की बात करें तो आमतौर पर अमेरिका से लेकर यूरोप तक फिट पायलट 65 साल की उम्र तक विमान उड़ाते हैं. इसके बाद ही उन्हें रिटायर किया जाता है. रिसर्च और अध्ययन भी इस मामले में बड़ी उम्र के पायलटों के साथ हैं.

एयर इंडिया ने ऐसा क्यों किया है, ये तो हम आपको बताएंगे ही. ये भी बताएंगे कि इंटरनेशनल तौर पायलट आमतौर पर तमाम देशों में किस उम्र में रिटायर होते हैं. भारत में इसे लेकर नियम क्या कहते हैं ये भी जानेंगे कि इस बात को लेकर जो रिसर्च हुई हैं, उनका निष्कर्ष क्या रहा है.

पहले एयर इंडिया की बात कि इस एयरलाइंस ने ऐसा क्यों किया है. दरअसल जुलाई2024 से लेकर नवंबर 2024 के बीच विस्तारा का एयर इंडिया में विलय हुआ. विस्तारा मलेशिया की एयर एशिया एयरलाइंस कंपनी और टाटा का संयुक्त उपक्रम था.

मलेशिया में पायलटों की रिटायर होने की उम्र 65 साल है और एयर एशिया भी अपने पायलटों को उसी उम्र में रिटायर करती है, लिहाजा विस्तारा में भी पायलटों की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष रखी गई. जब विस्तारा का एयर इंडिया में विलय हो गया तो उसने इस असमानता को खत्म करके सभी पायलटों की रिटायरमेंट उम्र 65 कर दी. हालांकि पहले एयर इंडिया के विमान पायलट 58 साल में रिटायर होते थे. लिहाजा एयर इंडिया ने अब यह असमानता खत्म कर दी है.

क्या ये रिटायरमेंट एज डीजीसीए के नियमों में ठीक

भारत में उड्डयन क्षेत्र के नियम कायदों को रेगुलेट करने का काम डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानि DGCA करता है. DGCA के नियमों के अनुसार कमर्शियल पायलटों के लिए अधिकतम रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष है.

इससे क्या फायदा होगा

पायलटों की रिटायरमेंट उम्र में वृद्धि से अनुभवी पायलट बने रहेंगे. एयरलाइंस के संचालन बेडे में स्थिरिता और निरंतरता बनी रहेगी. कर्मचारियों में भी ज्यादा संतुष्टी रहेगी.

क्या पायलटों की दक्षता पर कोई असर होगा

65 साल की उम्र में पायलट की दक्षता पर असर पड़ता है या नहीं, इस सवाल पर एविएशन साइंस और मेडिकल रिसर्च काम कर चुके हैं. इसके आधार पर उन्होंने कई निष्कर्ष निकाले, जिसे एयर सेफ्टी रेगुलेशन से जोड़ा गया.

उम्र का ये असर तो पड़ता है

उम्र बढ़ने के साथ पायलटों में ये नेचुरल बदलाव देखे जाते हैं
– रिफ्लेक्स टाइम थोड़ा धीमा हो सकता है.
– नाइट विज़न और कम-रोशनी में देखने की क्षमता कम हो सकती है.
– सुनने की क्षमता में गिरावट, खासकर हाई-फ्रीक्वेंसी सिग्नल्स में.
– थकान सहनशीलता घट सकती है, लंबी उड़ानों में रिकवरी टाइम ज्यादा लगता है.
– मल्टी-टास्किंग क्षमता पर हल्का असर, खासकर अचानक बदलते हालात में.

फिर भी 65 वर्ष तक उड़ान की अनुमति क्यों

DGCA, FAA, EASA जैसे रेगुलेटरों ने 65 की सीमा इसलिए तय की क्योंकि वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया कि
– मेडिकल फिटनेस और रिफ्रेशर ट्रेनिंग के साथ पायलट 65 तक सेफली ऑपरेट कर सकते हैं.
– 60 साल के बाद हर 6 महीने में मेडिकल टेस्ट होता है (कम उम्र वालों के लिए साल में एक बार).
– इसमें ECG, ब्लड टेस्ट, विज़न-हियरिंग टेस्ट और कॉग्निटिव स्किल आकलन शामिल होते हैं.
– पायलटों को हर 6–12 महीने में सिम्युलेटर चेक और रीकरेन्ट ट्रेनिंग पास करनी पड़ती है.
– कुछ देशों में 60+ पायलट इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर सिर्फ को-पायलट या दूसरे कैप्टन के साथ उड़ सकते हैं ताकि उम्र-संबंधी सीमाओं को बैकअप से कवर किया जा सके.

अनुभव बनाम उम्र का संतुलन

– उम्र के साथ अनुभव, judgement और निर्णय लेने की क्षमता बेहतर हो जाती है, खासकर रूटीन और इमरजेंसी हैंडलिंग में.
– वैसे अत्यधिक तनाव वाली या अचानक बदलती स्थितियों में युवा पायलटों का रिफ्लेक्स थोड़ा तेज होता है।
– एयरलाइन ऑपरेशंस में इन दोनों का कॉम्बिनेशन काम करता है – एक अनुभवी कैप्टन + अपेक्षाकृत युवा फर्स्ट ऑफिसर.

65 वाले पायलटों का सेफ्टी रिकॉर्ड कैसा

FAA और EASA डेटा के मुताबिक, 60–65 उम्र वाले पायलटों का सेफ्टी रिकॉर्ड 50–59 उम्र वालों के करीब बराबर ही है
उम्र-संबंधी दुर्घटनाएं बेहद दुर्लभ हैं

दूसरे देशों में पायलटों की रिटायरमेंट उम्र कितनी

अमेरिका में रिटायरमेंट एज 65 वर्ष. नियमों के तहत, 60 के बाद मेडिकल चेक और रीकरेन्ट ट्रेनिंग अनिवार्य
यूरोपीय संघ में रिटायरमेंट एज 65 वर्ष. इंटरनेशनल ऑपरेशंस में एक पायलट 60 से कम होना चाहिए
कनाडा में 65 वर्ष. मेडिकल टेस्ट हर 6 महीने पर.
ऑस्ट्रेलिया में 65 वर्ष. 60 से ऊपर नियमित मेडिकल + सिम्युलेटर चेक
जापान में 65 वर्ष. ज्यादातर एयरलाइनों में 63–65, लेकिन कॉन्ट्रैक्ट पर एक्सटेंशन संभव.
चीन में 60 वर्ष (कैप्टन), 65 (को-पायलट). हाई-लेवल मेडिकल फिटनेस अनिवार्य
सिंगापुर में 65 वर्ष.
रूस में 65 वर्ष. नियमित मेडिकल टेस्ट, घरेलू उड़ानों पर कभी-कभी यहां पायलट 67 वर्ष की उम्र तक भी विमान उड़ाते हैं
दक्षिण अफ्रीका में 65 वर्ष.

भारत में प्रमुख एयरलाइनों में की रिटायरमेंट उम्र

इंडिगो में 65 वर्ष.
स्पाइसजेट में 65 वर्ष
अकासा एयर में 65 वर्ष
एलायंस एयर में 65 वर्ष

केबिन क्रू रिटायरमेंट उम्र

एयर इंडिया में 58 वर्ष. पहले 35–45 साल तक सीमित थी, 2000 के दशक में उम्र की बाधा हटाई गई. मेडिकल फिटनेस और ग्रूमिंग स्टैंडर्ड अनिवार्य.
इंडिगो में 50–55 वर्ष. नई भर्ती में ऊपरी उम्र सीमा 35–40 है, मौजूदा क्रू 50–55 तक सेवा कर सकता है लेकिन फिटनेस और परफॉर्मेंस के आधार पर
स्पाइसजेट में 55 वर्ष. कॉन्ट्रैक्ट विस्तार संभव, बशर्ते मेडिकल और ग्रूमिंग टेस्ट पास हो.
अकासा एयर में 55–58 वर्ष. पॉलिसी अपेक्षाकृत लचीली. मेडिकल फिटनेस मुख्य शर्त.
एलायंस एयर में 58 वर्ष. सरकारी कंपनी; रिटायरमेंट उम्र पब्लिक सेक्टर मानकों के अनुसार.

पहले क्या था

एयरहोस्टेस और केबिन क्रू के लिए पहले उम्र सीमा बहुत कम थी. 1970–90 के दशक में एयरहोस्टेस की सर्विस उम्र अक्सर 35–40 साल थी, जो शादी और मातृत्व के बाद तो कई बार खत्म हो जाती थी. अब कानूनन भेदभाव कम हुआ. 2000 के बाद एयरलाइंस ने सर्विस उम्र बढ़ाकर 55–58 कर दी. शादी-मातृत्व पर रोक हटाई.

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