माता-पिता मजदूर, बेटा बन गया आईपीएस अफसर, Exam से पहले हुआ था बीमार

2 days ago

Last Updated:August 11, 2025, 14:55 IST

Safin Hasan IPS Success Story: बच्चे को पढ़ाने-लिखाने और जिंदगी में कामयाब बनाने के लिए मां-बाप कितनी मेहनत और त्याग करते हैं, यह बात आईपीएस सफीन हसन से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है. जिंदगीभर अभावों में रहने के ब...और पढ़ें

माता-पिता मजदूर, बेटा बन गया आईपीएस अफसर, Exam से पहले हुआ था बीमारSafin Hasan IPS: सफीन हसन का आईपीएस अधिकारी बनने का सफर मुश्किल था

नई दिल्ली (Safin Hasan IPS Success Story). कभी पैसों की कमी से स्कूल की फीस भरने में मुश्किल, कभी किताबें खरीदने के लिए मां को शादियों में रोटियां बनानी पड़ीं, तो कभी पिता ने दिन-रात बिजली का काम करके घर का खर्चा चलाया.. ऐसे हालात में पले-बढ़े सफीन हसन ने वो कर दिखाया, जिसकी कल्पना भी लोग नहीं कर पाते. सिर्फ 22 साल की उम्र में UPSC परीक्षा पास कर देश के सबसे युवा IPS अफसर बनने का गौरव हासिल करने वाले सफीन हसन की कहानी जिद, हौसले और सपनों की कीमत समझाने वाली मिसाल है.

सफीन हसन का जन्म 1995 में गुजरात के पालनपुर के एक मजदूर परिवार में हुआ था. सफीन हसन ने बचपन से जितनी मुश्किलें झेलीं, उतनी ही परेशानी अधिकारी बनने की राह में भी आई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके माता-पिता हीरा उद्योग में काम करते थे. लेकिन 2000 में मंदी के चक्कर में दोनों की नौकरी चली गई. इसके बाद मां ने लोगों के घरों में खाना बनाना शुरू किया और पिता ईंट ढोने लगे. घर का खर्च चलाने के लिए शाम को दोनों ने ठेले पर उबले अंडे भी बेचे. पढ़िए यूपीएससी की सक्सेस स्टोरी.

आईपीएस सफीन हसन कौन हैं?

गुजरात के एक छोटे से गांव पालनपुर से निकलकर देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC को पास करना आसान नहीं था. बचपन में एक दिन स्कूल से लौटते वक्त उन्होंने कलेक्टर का काफिला देखा और उसी पल ठान लिया कि एक दिन वह भी अफसर बनेंगे. सफीन हसन ने सीमित साधनों में रहकर, दिन-रात पढ़ाई कर और हर मुश्किल को सीढ़ी बनाकर साबित किया कि मेहनत और लगन के आगे हालात की कोई औकात नहीं होती. उनकी यह यात्रा लाखों युवाओं के लिए उम्मीद की किरण है.

सीमित साधनों में बड़ा सपना

इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हुए भी सफीन हसन का ध्यान हमेशा सिविल सर्विस की तरफ था. कॉलेज के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. ना महंगी कोचिंग, ना बड़े शहर की सुविधाएं- सिर्फ कुछ किताबें, इंटरनेट और खुद की बनाई हुई पढ़ाई की रणनीति के सहारे उन्होंने तैयारी जारी रखी. वह रोजाना 10–12 घंटे पढ़ाई करते और मॉक टेस्ट देकर अपनी कमजोरियों को सुधारते रहे. उन्हें अपनी मंजिल पता थी, बस सफर तय करना था.

संघर्ष और मुश्किलें: हार मानने से इनकार

यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा के पहले ही प्रयास में सफीन हसन को ऐसा झटका लगा, जिसे कई लोग हार मानने का कारण बना लेते. यूपीएससी मेंस परीक्षा से पहले उनका सीरियस एक्सीडेंट हो गया था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और व्हीलचेयर पर परीक्षा देने पहुंच गए. यही जज्बा उन्हें सबसे अलग बनाता है. उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का नतीजा यह रहा कि पहले ही प्रयास में उन्हें सफलता मिली. यूपीएससी मेंस परीक्षा के बाद इंटरव्यू से ठीक पहले वह बीमार हो गए थे. तब भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इसमें सफलता हासिल की.

आईपीएस सफीन हसन की रैंक

सफीन हसन ने यूपीएससी सिविल सर्विस 2017 परीक्षा में 570वीं रैंक हासिल की थी. इस परीक्षा में सफलता के बाद सफीन को गुजरात कैडर में IPS अफसर नियुक्त किया गया. आईपीएस ट्रेनिंग खत्म होने के बाद से वह कई जिलों में अपनी सेवा दे चुके हैं. आईपीएस सफीन हसन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. इंस्टाग्राम पर 8 लाख से ज्यादा लोग उन्हें फॉलो करते हैं. उनकी जिंदगी से साबित होता है कि कठिनाइयां आपकी सफलता की कहानी को और ताकतवर बनाती हैं.

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...

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First Published :

August 11, 2025, 14:55 IST

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