Last Updated:July 31, 2025, 15:23 IST
United Airlines Plane engine Failed: वाशिंगटन (अमेरिका) के डलेस एयरपोर्ट से टेकऑफ होने के कुछ मिनटों बाद प्लेन का इंजन फेल हो गया. यह घटन वैसी ही स्थिति थी, जैसी 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-...और पढ़ें

हाइलाइट्स
अमेरिका के डलेस एयरपोर्ट से जर्मनी के लिए रवाना हुआ था प्लेन.टेकऑफ होने के कुछ मिनटों बाद फेल हुआ प्लेन का एक इंजन.वाशिंगटन के डलेट एयरपोर्ट पर कराई गई प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग.Boeing Dreamliner Plane Engine Failure: मेडे मेडे मेडे… ये तीन शब्द वाशिंगटन एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टॉवर में भूचाल लाने के लिए काफी थे. इन तीन शब्दों ने न केवल प्लेन में मौजूद पायलट, क्रू और पैसेंजर को खौफ से भर दिया, बल्कि फ्लाइट ऑपरेशन से जुड़ी तमाम एजेंसियों के माथे पर पसीना ला दिया. दरअसल, मेडे की यह कॉल बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन के पायलट ने दी थी. यूनाइटेड एयरलाइंस के इस प्लेन ने वाशिंगटन के डलेस एयरपोर्ट से जर्मनी के म्यूनिख के लिए उड़ान भरी थी.
रिपोर्ट के अनुसार, 26 जुलाई को यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट UA108 को वाशिंगटन के डलेस एयरपोर्ट से जर्मनी के म्यूनिख के लिए उड़ान भरनी थी. एयरलाइंस ने इस फ्लाइट के लिए अपना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन तैनात किया था. यह फ्लाइट अपने निर्धारित समय से करीब 2 घंटे 20 मिनट की देरी से रात करीब आठ बजे टेकऑफ हुई. टेकऑफ होने के बाद यह प्लेन करीब 5000 फीट की ऊंचाई पर पहुंचा था, तभी पायलट को प्लेन के एक इंजन फेल होने के संकेत मिले.
इंजन बंद होने के बाद फ्लाइट में मचा हड़कंप
यह संकेत कॉकपिट में मौजूद दोनों पायलट के माथे पर पसीना लाने के लिए काफी था. पायलट ने तत्काल डलेस एयरपोर्ट के एटीसी को मेडे कॉल दी. यह कॉल सुपर इमरजेंसी के दौरान तब दी जाती है, जब जीवन और मौत की बात आ जाए. मेडे कॉल मिलते ही एटीसी में भी हड़कंप मच गया. तत्काल राहत बचाव से जुड़ी सभी एजेंसियों को रनवे की ओर रवाना कर दिया गया. इसी के साथ, प्लेन के पायलट को 6000 हजार फीट की ऊंचाई मेंटेन करते हुए फ्यूल डंप करने के निर्देश दिए गए.
एटीसी ने सुरक्षित लैंडिंग के लिए शुरू किए प्रयास
पायलट ने फ्यूल रिलीज करने का प्रॉसेस शुरू किया और उत्तर पश्चिम की दिशा में होल्डिंग पोजीशन में चक्कर लगाना शुरू कर दिया. इसके बाद, एटीसी ने प्लेन को 20 डिग्री की दिशा में उड़ान भरने का निर्देश दिया और पायलट से फ्यूज रिलीज का प्रॉसेस पूरा होने के बाद सूचित करने के लिए कहा. इसी के साथ, उस रूट पर मौजूद दूसरी फ्लाइट्स को यूनाइटेड एयरलाइंस की इस फ्लाइट से दूरी बनाने के निर्देश दिए गए. इस बीच, पायलट और एटीसी कंट्रोलर के बीच लगातार संपर्क बना रहा.
आईएलएस की मदद से प्लेन की हुई सुरक्षित लैंडिंग
फ्यूल रिलीज होने के बाद इस प्लेन को इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ISL) की मद से रनवे 19 पर सुरक्षित लैंड कराया गया. लैंड होने के बाद यह प्लेन आगे नहीं बढ़ सका. पैसेंजर को डिबोर्ड कराने के बाद प्लेन को टो करके टर्मिनल बिल्डिंग तक लाया गया. अब इस प्लेन को आगे की जांच के लिए ग्राउंड कर दिया गया है. आपको बता दें कि यह घटना लगभग वैसी ही थी, जैसी 12 जून को एयर इंडिया के प्लेन के साथ अहमदाबाद में हुई थी. चूंकि इस प्लेन का एक इंजन फेल हुआ, लिहाजा उसकी सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई.
Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
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