Last Updated:August 03, 2025, 11:20 IST
ओडिशा के पुरी में नाबालिग लड़की की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है. पुलिस ने अपने रिपोर्ट में एक खुलासा किया है, जिससे पूरा केस ही पलट दिया.

ओडिशा के पुरी में एक बच्ची की आग से जलने के बाद मौत ने देश को झकझोर दिया. 19 जुलाई को स्कूल से लौट रही 15 साल की छात्रा को 3 गुंड़ों ने अपहरण कर नदी किनारे आग के हवाले कर दिया था. नाबालिग लड़की का दिल्ली-एम्स में इलाज के दौरान ही शनिवार को मौत हो गई. हालांकि, उसके मौत के बाद पुलिस की जांच की थ्योरी इंसानियत को शर्मशार करने वाली है. बच्ची की मृत्यु के बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट जारी किया है. पुलिस का कहना है कि लड़की ने खुद को आग के हवाले किया.
मगर, क्या प्रत्यक्षदर्शियों की बात भी झूठी है? क्या लड़की अपने हाथ को रस्सी से बांधकर खुद को आग के हवाले कर दिया. एनडीटीवी के एक रिपोर्ट में, लड़की को बचाने वाले शख्स ने बताया कि जब लड़की भागते हुए उनके घर के पास पहुंची थी, तब उसके हाथ बंधे हुए थे. क्या पुलिस की रिपोर्ट में कुछ सच्चाई है? क्या पुलिस ने अपना पीछा छुड़ाने के लिए जांच को अंजाम दे दिया? चलिए जानते हैं, पुलिस ने अपने रिपोर्ट में क्या कहा और प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?
केस में नया मोड़
दिल्ली AIIMS में इलाज के दौरान ओडिशा के बिटिया की मौत हो गई. हालांकि, उसकी मौत की रिपोर्ट ने एक ‘नया’ मोड़ ले लिया है. अब पुलिस का रुख है कि किसी ने लड़की को नहीं जलाया बल्कि खुद ही उसने आत्मदाह किया होगा. ओडिशा पुलिस ने बताया कि इसमें कोई और व्यक्ति शामिल नहीं था, हालांकि पुलिस यह बताने में असक्षम है कि आखिर लड़की को कैसे जलाया गया? पुलिस ने कहा, ‘हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस दुखद घड़ी में इस मामले पर कोई भी संवेदनशील टिप्पणी न करें.’ नाबालिग लड़की के पिता का एक वीडियो आया है, जिसमें वह कहते दिख रहे हैं कि उन्हें असहनीय आघात पहुंचा है और इस मामले को राजनीतिकरण न करें.
सीएम ने जताया दुख
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस दुख की खबर सुनते ही गहरा शोक व्यक्त किया और लिखा, ‘सरकार और AIIMS की टीम ने हर संभव कोशिश की, पर फिर भी जीवन नहीं बचा सके.’ बताते चलें कि 19 जुलाई को पुरी जिले के बलंगा इलाके में 15 साल की एक लड़की को कथित तौर पर आग लगा दी गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया था कि इस अपराध में तीन लोग शामिल थे. स्थानीय लोगों ने लड़की को अस्पताल पहुंचाया. बाद में उसे एम्स, भुवनेश्वर भेज दिया गया.
प्रत्यक्षदर्शी ने क्या कहा?
इस घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी दुखीश्याम सेनापति ने घटना की जानकारी दी. उन्होंने और उनके परिवार ने ही आग बुझाने में मदद की थी. उन्होंने एनडीटीवी को बताया, ‘जब लड़की मेरे घर की ओर दौड़ी तो वह आग में जल रही थी. उसके हाथ बंधे हुए थे. वह काफी जल गई थी. मैंने, मेरी पत्नी और बेटी ने आग बुझाई और उसे कपड़ों से ढंका. उसने मुझे बताया कि दो बाइकों पर सवार तीन लोग उसे जबरन यहां लाए, उस पर मिट्टी का तेल डाला और आग लगा दी.’ अब पुलिस इस बयान को पुलिस कैसे खारिज करेगी?
पुलिस का कहना मामले में कोई शामिल नहीं
पुलिस ने नाबालिग लड़की के निधन के बाद नया बयान जारी किया है. इसमें पुलिस कह रही है कि इस घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं था. पुलिस ने प्रारंभिक निष्कर्षों का खंडन कर दिया है. शुरुआती जांच में कहा गया था कि बाइक सवार तीन लोगों ने लड़की को रोका, उसे जबरन नदी के किनारे ले गए और फिर उसे आग लगा दी थी. विपक्ष ने पुलिस के रिपोर्ट कानून की विफलता बताया है. बीजेडी सांसद निरंजन बिशी और कांग्रेस नेताओं ने पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. BJD सांसद मुन्ना खान ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता बताया. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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Location :
Bhubaneswar,Khordha,Odisha
First Published :
August 03, 2025, 11:18 IST