Last Updated:June 23, 2025, 19:04 IST
Swiss Bank Deposit : स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा पैसा 2023 के मुकाबले पिछले साल 3 गुना बढ़ गया है. खास बात ये है कि इन पैसों में सबसे ज्...और पढ़ें

स्विस बैंक में साल 2024 में भारतीयों का जमा तीन गुना बढ़ गया है.
हाइलाइट्स
स्विस बैंकों में भारतीयों का 3.76 लाख करोड़ जमा.2023 के मुकाबले 2024 में जमा राशि 3 गुना बढ़ी.स्विस बैंकों में भारतीय बैंकों की हिस्सेदारी अधिक.नई दिल्ली. नेता, कारोबारी और अरबपतियों के स्विस बैंक में खाते होने की खबरें तो आपने भी कई बार देखी, सुनी और पढ़ी होंगी. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में खुलासा किया है कि भारतीयों का स्विस बैंक में जमा पैसा पिछले साल 2024 में 3 गुना बढ़कर 37,600 करोड़ रुपये रहा और अब तक करीब 3.76 लाख करोड़ रुपये इस बैंक में जमा किए जा चुके हैं. स्विस बैंक का नाम आते ही ज्यादातर लोगों के मन में एक ही सवाल आता है कि क्या यहां कालेधन को ही जमा किया जाता है.
साल 1713 मेंस्थापित स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की रिपोर्ट बताती है कि साल 2024 में उसके बैंकों में आम आदमी के बजाय भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने सबसे ज्यादा पैसा जमा किया है. इस दौरान ग्राहकों के खाते में जमा पैसा सिर्फ 11 फीसदी ही बढ़ा, जो पिछले साल के मुकाबले 3,675 करोड़ रुपये रहा है. यह आंकड़ा स्विस बैंक में जमा कुल राशि का महज 10 फीसदी ही है.
पर्सनल अकाउंट में जमा 70 फीसदी घटा
स्विस केंद्रीय बैंक ने बताया कि स्विस बैंकों में ग्राहकों के खातों में जमा राशि साल 2023 के मुकाबले 70 फीसदी कम हो गई है. तब भारतीय ग्राहकों ने 1 अरब डॉलर से ज्यादा की राशि जमा की थी, जो 2024 में महज 30 फीसदी यानी करीब 30 करोड़ डॉलर ही रहा. हालांकि, साल 2021 में यानी कोरोनाकाल के तत्काल बाद स्विस बैंकों में जमा कुल राशि 14 साल में सबसे ज्यादा थी, जो 3.83 अरब डॉलर रही थी. अगर स्विस बैंक में सबसे ज्यादा पैसे जमा करने का रिकॉर्ड देखें तो यह साल 2006 में था, जब भारतीयों ने 6.5 अरब डॉलर जमा कराए थे.
बैंक क्यों जमा करते हैं पैसे
स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की मानें तो साल 2024 में ग्राहकों से ज्यादा पैसे तो भारतीय बैंकों ने जमा किए हैं. सवाल ये उठता है कि आखिर बैंक यहां क्यों पैसे डाल रहे हैं. इसकी सबसे पहली वजह ये है कि इससे अंतरराष्ट्रीय कारोबार और लेनदेन काफी आसान हो जाता है. यहां के बॉन्ड्स और सिक्योरिटीज में अच्छा रिटर्न भी मिलता है. स्विट्जरलैंड के स्थिर और सुरक्षित बैंकिंग सिस्टम का फायदा मिलता है, जबकि इससे ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में भारतीय बैंकों की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी.
क्या इसमें जमा पैसा कालाधन है
स्विस बैंक में जमा सारा पैसा कालाधन नहीं होता है. स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की ओर से जारी आंकड़ों में सिर्फ वही पैसा बताया गया है, जो आधिकारिक रूप से जमा किए गए हैं. इसमें कालेधन के रूप में जमा किए गए पैसों का आंकड़ा नहीं है. स्विस सरकार और भारत के बीच में कालेधन से लड़ाई को लेकर एक करार भी हुआ है, जाहिर है कि ऐसे धन पर अंकुश लगाने में अब स्विस बैंक भी मदद करते हैं. यह जरूर है कि स्विस बैंकों के सख्त गोपनीय नियमों का फायदा उठाने के लिए कुछ लोग अपने कालेधन को यहां जमा कर देते हैं.
किस देश का सबसे ज्यादा पैसा जमा
अगर स्विस बैंकों में सबसे ज्यादा जमा की बात करें तो यूके ने 222 अरब स्विस फ्रैंक जमा किए हैं. दूसरे नंबर पर आता है अमेरिका जिसने 89 अरब स्विस फ्रैंक जमा किए हैं, जबकि तीसरे पायदान पर मौजूद वेस्ट इंडीज ने 68 अरब डॉलर स्विस फ्रैंक जमा कराए. इसके बाद टॉप 10 में जर्मनी, फ्रांस, हांगकाग, लग्जमबर्ग, सिंगापुर, ग्यूर्नसे और यूएई का नंबर आता है. भारत इस मामले में 48वें पायदान पर है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi