Bangladesh News: बांग्लादेश में ना सरकार झुकने को तैयार है और ना ही प्रदर्शनकारी छात्र. कुछ दिन की शांति के बाद बांग्लादेश में हिंसा की आग फिर सुलग गई है. ढाका में हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं. जगह-जगह आगजनी हो रही है. हिंसक प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस छात्रों पर आंसू गैस के गोले दाग रही है.
हिंसा की ये आग आरक्षण के विरोध में शुरू हुई थी. लेकिन अब सड़कों पर उतरे छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना से माफी मंगवाने पर अड़ गए हैं.
- छात्रों ने देश में हो रही हिंसा के लिए सरकार को माफी मांगने के लिए अल्टीमेटम दिया था.
- छात्र चाहते हैं कि प्रधानमंत्री शेख हसीना पूरे देश से मांफी मांगें.
- लेकिन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने माफी मांगने के अल्टीमेटम को नजरअंदाज कर दिया.
- जिसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है और सरकार के खिलाफ जगह-जगह सड़कों पर उतर आए.
हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच 21 जुलाई को बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी नौकरियों में कोटा सिस्टम बरकरार रखने के हाई कोर्ट के फैसले को रद्द कर दिया था. जिसके बाद छात्र शांत हो गए थे. लेकिन अब छात्रों के प्रदर्शन का सैकेंड राउंड शुरू हो गया है. जिसमें उनके टारगेट पर प्रधानमंत्री शेख हसीना है.
हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे है. हिंसक होते प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस के साथ अब सेना ने भी मोर्चा संभाला है. लेकिन इसके बावजूद हिंसा बढ़ रही है. कई जगह छात्र घायल हुए है. बड़ी संख्या में छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. भारत के पड़ोसी देश में हो रही हिंसा की वजह से देश पूरी तरह से ठप हो चुका है...स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी अनिश्चित काल के लिए बंद हैं....कई इलाकों में कर्फ्यू लग हुआ है. लेकिन इसके बावजूद इस मुल्क में स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल है.
सोमवार को बांग्लादेश सरकार ने पहली बार माना कि हिंसा में अबतक देशभर में करीब 175 लोग मारे गए हैं. यानि बांग्लादेश में चल रहा छात्रों का ये प्रदर्शन अब जान ले रहा है. छात्रों ने सरकार के सामने कई मांगे रखी है...छात्रों की सबसे बड़ी मांग यही है कि
- देश में फैली हिंसा के लिए प्रधानमंत्री सार्वजनिक माफी मांगें.
- शेख हसीना सरकार के कई मंत्रियों को बर्खास्त करने की भी छात्रों ने मांग रखी है.
- देशभर में स्कूलों और यूनिवर्सिटी को फिर से खोला जाए.
बांग्लादेश जल रहा है. छात्र, सरकार से माफी मंगवाना चाहते है...और सरकार चाहती है कि छात्र शांत हो जाएं. तेज़ होती जा रही हिंसा की इस आग में पूरा बांग्लादेश घिर गया है. जिसने प्रधानमंत्री शेख हसीना को सबसे बड़े संकट में डाल दिया है.