Last Updated:July 14, 2025, 18:17 IST
उत्तराखंड में 'ऑपरेशन कालनेमि' के तहत फर्जी बाबाओं पर कार्रवाई शुरू हुई है. कई ढोंगी हत्या, रेप जैसे अपराधों में लिप्त पाए गए हैं. कुछ मुस्लिम आरोपी हिंदू साधु बनकर जनता को ठगते थे. पुलिस गहराई से जांच कर रही ह...और पढ़ें

फर्जी बाबाओं पर ऑपरेशन कालनेमि का चाबुक, हत्या, लूट, रेप के आरोपी बाबा – कुछ मुस्लिम, बने हिंदू साधु
देहरादून- उत्तराखंड में आस्था की आड़ लेकर अंधविश्वास फैलाने और जनता को ठगने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ अब पुलिस और प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य ऐसे ढोंगी बाबाओं की पहचान कर उन्हें कानून के शिकंजे में लाना है.
हत्या, रेप और लूट जैसे संगीन अपराधों में लिप्त ‘बाबा’
अभियान के शुरुआती चरण में ही पुलिस को चौंकाने वाले खुलासे मिले हैं. कई ऐसे तथाकथित बाबा सामने आए हैं जिन पर पहले से हत्या, बलात्कार, चोरी और डकैती जैसे गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. एसएसपी उधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा के अनुसार, ये लोग साधु का भेष धारण कर केवल लोगों को भ्रमित करते हैं जबकि असल में ये पेशेवर अपराधी हैं.
आस्था नहीं, बना लिया अपराध का नकाब
जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं, जिन्होंने हिंदू साधु की वेशभूषा अपनाकर लोगों को धोखा देना शुरू किया. इनका मकसद केवल धर्म और आस्था का फायदा उठाकर अपराध को छिपाना और पैसा कमाना था. एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने भी पुष्टि की है कि दूसरे धर्मों के कई लोग फर्जी साधु बनकर जनता को ठगते हुए पकड़े गए हैं.
प्रदेश में अब तक इतने फर्जी बाबा सामने आए
ऑपरेशन कालनेमि के तहत अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बेहद चिंताजनक हैं-
इन जिलों में सक्रियता के साथ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन अन्य कई जिलों में अब तक अभियान शुरू नहीं हो सका है, जिससे लोगों में असुरक्षा और सवाल खड़े हो रहे हैं.
असली पहचान होगी जांच का आधार
अब अभियान का फोकस केवल वेशभूषा पर नहीं, बल्कि हर बाबा की असली पहचान, दस्तावेज और आपराधिक इतिहास पर है. पुलिस हर संदिग्ध साधु की गतिविधियों को खंगाल रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि जनता की आस्था का कोई गलत फायदा न उठा सके.
बाकी जिलों में क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
जहां कुछ जिलों में ऑपरेशन कालनेमि तेजी से चल रहा है, वहीं कई जिलों में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या इन इलाकों में ढोंगियों का नेटवर्क अधिक गहराई से छिपा है या प्रशासन की पकड़ अब तक वहां तक नहीं पहुंची?
ऑपरेशन कालनेमि अधूरा
ऑपरेशन कालनेमि ने उत्तराखंड में फर्जी बाबाओं के खिलाफ एक निर्णायक शुरुआत की है, लेकिन जब तक प्रदेश के हर कोने से ऐसे ठगों की सफाई नहीं हो जाती, तब तक यह अभियान अधूरा माना जाएगा. जनता की आस्था को सुरक्षित रखने और अपराधियों को बेनकाब करने के लिए यह अभियान एक बेहद जरूरी और साहसी कदम है.
Location :
Dehradun,Uttarakhand
Dehradun News:ढोंगियों का पर्दाफाश! हत्या-रेप के आरोपियों ने ओढ़ी साधु की चादर