DNA Analysis: ईरान की बेटियों के अधिकारों को दबाने वाले खामेनेई के महिला विरोधी चरित्र को इजरायल ने ईरान के टीवी पर प्रसारित कर दिया. सितंबर 2022 में ईरान में महसा अमीनी से जुड़ा आंदोलन हुआ था. इस आंदोलन की वजह से ईरान में 2 साल तक सोशल मीडिया को बैन कर दिया गया था. जिस महसा अमीनी के सच को खामेनेई हमेशा छिपाना चाहते रहे. जिस आंदोलन से ईरान की सरकार डरती है. कल अचानक महसा अमीनी के आंदोलन से जुड़े वीडियो पूरे ईरान के टीवी चैनलों पर दिखने लगे. दिलचस्प बात यह है कि ये वीडियो किसी निजी चैनल पर नहीं बल्कि ईरान के सरकारी चैनल पर दिख रहे थे. अब आप कहेंगे, कि ईरान के सरकारी चैनल पर इजरायल कोई वीडियो कैसे टेलीकास्ट कर सकता है.
दरअसल, इजरायल-ईरान युद्ध में अब दोनों देशों के बीच साइबर अटैक के जरिए हमले हो रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान पर दो बड़े साइबर अटैक हुए हैं. पहला साइबर अटैक ईरान के टेलीविजन पर हुआ है, जिसमें हैकर्स ने ईरानी टेलीविजन को ही हैक कर लिया और 2022 की हिजाब विरोधी क्रांति के विजुअल प्रसारित कर दिए. जबकि दूसरा बड़ा साइबर अटैक ईरान के बैंकिंग सिस्टम पर किया गया है.
बुधवार यानी 18 जून की देर रात को ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ब्रॉडकास्टिंग सहित कई न्यूज चैनलों पर अचानक से 2022 के हिजाब विरोधी आंदोलन से जुड़े वीडियो प्रसारित होने लगे थे. इन वीडियो में महिलाएं अपने बाल काटती और हिजाब जलाती नजर आ रही है. अभी आप वही वीडियो देख रहे हैं जिसे कल ईरानी टेलीविजन पर हैक करके दिखाया गया था.
शेर का क्या मतलब है?
इस वीडियो के ऊपर में दाहिने तरफ आपको एक Logo दिखेगा. इस Logo में आप एक शेर को देख सकते हैं. इस शेर का क्या मतलब है. इसे भी आप समझिए. इजरायल ने ईरान पर अपने एक्शन को ऑपरेशन राइजिंग लॉयन नाम दिया है और टीवी पर यही LOGO राइजिंग लॉयन की दिख रहा है. ईरानी टेलीविजन पर इस वीडियो का प्रसारण उस समय हुआ, जब डेली का समाचार बुलेटिन चल रहा था. ईरानी ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन का कहना है कि उसने इजरायल के इस साइबर अटैक को नाकाम कर दिया है.
#DNAWithRahulSinha | ईरान के बैंकों पर 'हैकर्स का राज'! दो बैंकों पर साइबर अटैक को ईरान ने किया स्वीकार#DNA #AliKhamenei #Iran #IsraelIranConflict #Israel #CyberAttack @RahulSinhaTV pic.twitter.com/nR5TI565Ct
— Zee News (@ZeeNews) June 19, 2025
हैकर्स का दावा
टेलीविजन के अलावा ईरान के बैंकिंग सिस्टम पर भी साइबर अटैक हुआ है. ईरान ने स्वीकार किया है, उसके दो बैंकों पर साइबर अटैक हुआ है. ईरानी सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक बैंक सेपाह और बैंक पसारगाड पर साइबर अटैक हुआ था. हालांकि ईरान इंटरनेशनल चैनल के मुताबिक साइबर अटैक केवल दो बैंक पर नहीं बल्कि कई और बैंकों पर भी हुआ है. जिसमें बैंक मेली और EN बैंक भी शामिल है. दिलचस्प बात यह है कि दोनों बैंक. बैंक सेपाह और बैंक मेली ईरान के सबसे बड़े, सबसे पुराने और सरकारी बैंक हैं. दोनों बैंकों के खाताधारकों की संख्या कुल मिलाकर 1 करोड़ से ज्यादा है. हैकर्स ने दावा किया है कि उसने बैंक के काफी डेटा को चुरा लिया है और काफी डेटा को डिलीट भी कर दिया है.
इजरायल समर्थक एक हैकर्स ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और सोशल मीडिया पर पोस्ट करके हैकिंग की जानकारी शेयर कर दी. हैकर्स ने दावा किया है उसने बैंक को इसलिए हैक किया क्योंकि सेपाह बैंक ईरानी सेना को पैसे देता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान में बीते 3 दिनों से लोगों को बैंकिंग सिस्टम में काफी दिक्कत हो रही हैं.
- ईरान के लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं कर पा रहे हैं.
- बैंक सेपाह से जुड़े कई गैस स्टेशन में गैस सप्लाई ठप हो गई है क्योंकि हर तरह का लेनदेन बंद हो चुका है.
- ईरान के बाहर घूमने गए लोगों का दावा है कि वो होटल का बिल नहीं चुका पा रहे हैं. क्योंकि ना तो डेबिट या क्रेडिट कार्ड काम कर रहा है और ना ही ऑनलाइन पेमेंट कर पा रहे हैं.
- ईरानी लोग जो पेंशन पर निर्भर हैं. वो भी पेंशन नहीं निकाल पा रहे हैं.
- डिजिटल भुगतान ठप होने की वजह से सोने के ऑनलाइन लेन-देन पर काफी असर हो रहा है.
- ईरान के लोग ATM से पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं.
इससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल है. इस वीडियो को ईरान इंटरनेशनल चैनल ने X पर ट्वीट किया है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे ईरान में साइबर अटैक के बाद ATM मशीन काम नहीं कर रहे हैं. जिस ईरानी व्यक्ति ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया है. उसका दावा है कि उसने सुबह से 10 अलग-अलग ATM से पैसे निकालने की कोशिश की. लेकिन किसी भी ATM से पैसा नहीं निकला.
ईरान में साइबर अटैक
एक तरफ ईरान के ATM से पैसे नहीं निकल रहे हैं दूसरी तरफ हैकर्स ने ईरान के अरबों रुपये के क्रिप्टोकरेंसी की चोरी कर ली है. हैकर्स के जिस ग्रुप ने ईरान के बैंकों पर साइबर अटैक किया है उसी ग्रुप ने ईरान के 765 करोड़ रुपये से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान इन पैसों का इस्तेमाल हथियार खरीदने में करने वाला था. लेकिन हैंकर्स ने ईरान की क्रिप्टो एक्सचेंज कंपनी नोबीटेक्स ((Nobitex)) पर साइबर अटैक करके क्रिप्टो करेंसी चुरा ली.
ईरान के बैंकिंग सिस्टम और क्रिप्टो एक्सचेंज पर जिस ग्रुप ने साइबर अटैक किया है उसी ग्रुप ने 2022 में ईरान के एक स्टील प्लांट पर साइबर हमला किया था. इस ग्रुप ने साल 2021 में भी ईरान के पेट्रोल पंप नेटवर्क पर साइबर अटैक करके ईरान के सभी गैस स्टेशन को बंद कर दिया था.
ईरानी सरकार का दावा कर रही है कि साइबर अटैक के बाद डेटा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और सभी डेटा को रिस्टोर कर लिया. हालांकि, ईरान से आ रही तस्वीरें और वीडियो बता रही है कि ईरान का फाइनेंशियल सिस्टम भी अब खतरे में आ चुका है.