Last Updated:April 08, 2025, 17:01 IST
Marathi language controversy: डोंबिवली में दो युवतियों को अंग्रेज़ी में "एक्सक्यूज़ मी" कहने पर कुछ लोगों ने पीट दिया. मामला मराठी भाषा को लेकर गरमा गया है.

मारपीट का वीडियो वायरल
मुंबई के पास डोंबिवली में हाल ही में जो हुआ, उसने फिर से मराठी बनाम दूसरी भाषाओं की बहस को तेज़ कर दिया है. ओल्ड डोंबिवली इलाके में दो युवतियों ने सड़क पर खड़े कुछ लोगों से रास्ता देने के लिए अंग्रेज़ी में “एक्सक्यूज़ मी” कहा. बस इसी बात पर बहस हो गई और देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि तीन लोगों ने उन युवतियों के साथ मारपीट कर दी.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सिर्फ भाषा को लेकर बात इतनी बढ़ गई कि गाली-गलौज और हाथापाई तक पहुँच गई. वीडियो के सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा है और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिल रही हैं.
पुलिस में शिकायत, तीन आरोपियों पर मामला दर्ज
पिटाई का शिकार बनी दोनों लड़कियों ने विष्णु नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस ने अनिल पवार, बाबासाहेब धाबाले और रितेश धाबाले के खिलाफ गैर-संज्ञेय (नॉन-कॉग्निज़ेबल) मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी.
राजनीति में फिर उठा मराठी का मुद्दा
इस घटना के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में मराठी भाषा को लेकर फिर हलचल मच गई है. हाल ही में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी पड़वा रैली में मराठी भाषा को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि राज्य में मराठी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. इसके बाद कुछ जगहों पर मनसे कार्यकर्ताओं ने बैंकों में लगे हिंदी और अंग्रेज़ी के पोस्टर फाड़ दिए और कर्मचारियों से बहस भी की.
मुख्यमंत्री की चेतावनी – कानून से ऊपर कोई नहीं
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मराठी भाषा के लिए आवाज़ उठाना गलत नहीं है, लेकिन कानून को हाथ में लेना बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने साफ कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति या संगठन हिंसा करेगा या दूसरों को डराएगा-धमकाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बैंक कर्मचारी संघों ने की सुरक्षा की मांग
बैंकों में हुए विवादों के चलते अब बैंक कर्मचारी संघ भी सामने आ गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की मांग की है. उनका कहना है कि वे काम के दौरान दबाव में हैं और डर के माहौल में काम करना मुश्किल हो रहा है.
राज ठाकरे ने लिया कदम पीछे, प्रदर्शन पर लगाई रोक
हालात को देखते हुए कुछ दिन पहले राज ठाकरे ने खुद ही मराठी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को फिलहाल रोकने की घोषणा की. हालांकि उनका रुख अब भी यही है कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा को उसका पूरा सम्मान और स्थान मिलना चाहिए.
First Published :
April 08, 2025, 17:01 IST
'Excuse Me' कहने पर पीट दिया! डोंबिवली में बोले अंग्रेज़ी शब्द और पड़ गई मार