Last Updated:February 27, 2025, 10:12 IST
Rafale Vs F-35: भारत अपना पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान एडवांस कंबैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) डेवलप कर रहा है. अमेरिका और रूस भारत को अपने 5th जेन फाइटर जेट बेचना चाहते हैं. लेकिन, सवाल है अमेरिकी एफ35 भारत के लिए क...और पढ़ें

F35 एक शानदार अमेरिकी फाइटर जेट है.
हाइलाइट्स
भारत 2032 तक अपना 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान डेवलप कर रहा है.अमेरिका और रूस भारत को अपने 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट बेचना चाहते हैं.भारत की जरूरतों के अनुसार बदलाव से रॉफेल की कीमत एफ-35 से अधिक.Rafale Vs F-35: दुनिया की सभी बड़ी ताकतें पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट की ओर बढ़ रही हैं. हमारे दो ‘दुश्मन’ पड़ोसी मुल्कों चीन और पाकिस्तान ने भी 5th जेन फाइटर जेट हासिल कर ली है. दुनिया में अमेरिका, रूस और चीन के पास पुख्ता तौर पर पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं. भारत पांचवीं पीढ़ी का अपना लड़ाकू विमान एडवांस कंबैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) डेवलप करने में लगा हुआ है. इसके 2032 तक डेवलप कर लिए जाने की संभावना है. इस बीच रूस और अमेरिका दोनों अपने-अपने लड़ाकू विमान भारत को बेचना चाहते हैं. बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त सार्वजनिक रूप अपना 5th जेन फाइटर जेट एफ35 भारत को बेचने की इच्छा जाहिर की. हालांकि भारत ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.
एफ35 फाइटर जेट का इस्तेमाल अमेरिका की सेना कर रही है. उसने अपने कई अन्य सहयोगी देशों को ये विमान बेचा है. इजरायल ने हमास के साथ जंग में इस फाइटर जेट का इस्तेमाल किया था. बावजूद इसके दुनिया के तमाम जानकार इस विमान की विश्वसनीयता और मारक क्षमता पर सवाल उठाते रहे हैं. खुद डोनाल्ड ट्रंप के सबसे करीबी एलन मस्क ने इस विमान को कबाड़ करार दिया था. खैर हम इस बहस में नहीं पड़ते हैं. हमारा आज का सवाल है कि अगर भारत इस विमान को खरीदता है तो उसको इसके लिए कितनी रकम चुकानी पड़ेगी.
एफ35 एक स्टील्थ फाइटर जेट
रिपोर्ट के मुताबिक एफ35 स्टील्थ टेक्नोलॉजी से युक्त एक शानदार फाइटर जेट है. लेकिन, भारत की ऑपरेशनल जरूरत को यह विमान कितना पूरा करती है, इसको लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है. दूसरी तरफ भारत के पास इस वक्स सबसे आधुनिक रॉफेल विमान हैं. इनको 4.5 पीढ़ी का फाइटर जेट माना जाता है. हाल के वर्षों में भारत सरकार ने अपने एयर फोर्स के लिए फ्रांस से 36 रॉफेल विमान खरीदे थे.
रॉफेल वाकई में बेहतरीन विमान हैं. डिफेंस डॉट इन नामक वेबसाइट के मुताबिक मौजूदा एक्सचेंज रेट के हिसाब के एक रॉफेल विमान की कीमत करीब 24.2 करोड़ डॉलर यानी 21.15 अरब रुपये है. रॉफेल को बनाने वाली दसॉल्ट ने भारत की जरूरत से हिसाब से इस विमान में काफी बदलाव किए हैं. इस कारण इसकी कीमत इतनी अधिक है.
एफ35 की कीमत
अब आते हैं एफ35 की कीमत पर. इस एयरक्राफ्ट को लॉकहीन मार्टिन ने बयान है. 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में इस एक एयरक्राफ्ट की कीमत 8.25 करोड़ डॉलर थी. हालांकि जब ऐसे विमान किसी अन्य देश को बेचे जाते हैं तो उसमें कई तरह के अन्य खर्च जोड़ दिए जाते हैं. इसमें स्पेयर पार्ट्स की कीमत, बेसिक सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रेनिंग खर्च जोड़ दिए जाते हैं. हालांकि इसमें एयरक्राफ्ट में जोड़े जाने वाले खास हथियारों की कीमत शामिल नहीं है. ऐसी स्थिति में इस एक अमेरिका फाइटर जेट की कीमत करीब 10 से 11 करोड़ डॉलर आती है.
कीमत कम क्यों
अब सवाल यह है कि पांचवीं पीढ़ी के विमान होने के बावजूद यह राफेल की तुलना में आधे से कम कीमत की क्यों है. इसका जवाब है राफेल में भारत ने अपनी जरूरत के हिसाब से कई बेहद आधुनिक हथियार इंस्टॉल करवाए हैं. इस कारण उसकी कीमत बढ़ गई है.
लेकिन, एक सवाल यह भी है कि एफ35 कितना भरोसेमंद विमान है. रॉफेल ने दुनिया में अपनी ताकत और परफॉर्मेंस का लोहा मनवाया है. भारत की एयर फोर्स दसाल्ट के फाइटर जेट मिराज-2000 का इस्तेमाल करती है. ये भी अपने दौर के शानदार लड़ाकू विमान रहे हैं. ऐसे एफ35 को लेकर कोई भी राय बनाना अभी जल्दबाजी होगी.
First Published :
February 27, 2025, 10:12 IST