Last Updated:May 28, 2025, 14:13 IST
INDIAN HELICOPTER : भारतीय सेना के लिए प्राथमिकता स्वदेशी हथियार है. भारत पहले ही कई एलीट क्लब का हिस्सा बन चुका है. अब बारी है हेलिकॉप्टर निर्माण में भी वह दुनिया के 5 बड़े हथियार निर्माताओं के एलीट क्लब का हि...और पढ़ें

भारत बनेगा हेलिकॉप्टर निर्माण का ग्लोबल लीडर
हाइलाइट्स
भारत ने स्वदेशी हेलिकॉप्टर निर्माण में महारत हासिल की.IMRH हेलिकॉप्टर 800 किमी तक उड़ान भर सकता है.प्रचंड हेलिकॉप्टर सियाचिन में भी ऑपरेट कर सकता है.INDIAN HELICOPTER : एक दशक पहले तक भारत लगभग सभी तरह के हेलिकॉप्टर विदेशों से खरीदता था, लेकिन अब भारत ने खुद को इतना सक्षम बना लिया है कि अब हेलिकॉप्टर स्वदेशी ही बनाने लगा है. इस वक्त भारत में स्वदेशी तौर पर अटैक हेलिकॉप्टर, एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर निर्माण में माहिर हो गया है. भारत ने तो मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी तैयार कर लिया है. इसका फिलहाल नाम दिया गया है IMRH यानी इंडियन मल्टी रोल हेलिकॉप्टर. सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना के लिए कुल 400 से ज्यादा हेलिकॉप्टर की खरीद की तैयारी है. इनमें नौसेना के लिए डेक बेस्ड मल्टी रोल हेलिकॉप्टर (DBMRH) भी होंगे.
IMRH की खासियत
मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर की कैटेगरी में फिलहाल रूस का ही दबदबा है. भारतीय सेना रूसी Mi-17 के अलग-अलग वेरिएंट को इस्तेमाल कर रही है. जल्द ही भारतीय वायुसेना में मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर भी स्वदेशी ही होगा. HAL ने एक ऐसा ही हेलिकॉप्टर तैयार किया है. IMRH यानी इंडियन मल्टी रोल हेलिकॉप्टर आने वाले दिनों में रूसी हेलिकॉप्टर को रिप्लेस करेगा. इसका डिजाइन पूरी तरह से तैयार है. इसकी रेंज की बात करें तो एक बार फ्यूल भरने के बाद यह 800 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. 1300 किलो वजन उठा सकता है. इसकी क्रूज़ स्पीड 260 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. यह 4 घंटे तक लगातार उड़ान भर सकता है. इसमें कम से कम 24 और ज्यादा से ज्यादा 36 ट्रूप के बैठने की जगह होगी. यह 6.5 किलोमीटर ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. इस हेलिकॉप्टर के तैयार होने के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो जाएगा जिसके पास हर तरह के हेलिकॉप्टर बनाने की क्षमता है.
अटैक हेलिकॉप्टर प्रचंड
अटैक हेलिकॉप्टर की कैटेगरी में अभी भारतीय वायुसेना Mi 35 को इस्तेमाल कर रही थी, जो अब पूरी तरह से फेज आउट होने के कगार पर है. कॉम्बेट कैपेबिलिटी को बरकरार रखने के लिए वायुसेना ने 22 अमेरिकी हेलिकॉप्टर अपाचे को शामिल किया है, जबकि 6 थलसेना के लिए लेने का करार साल 2020 में किया गया. इसी बीच थल सेना स्वदेशी एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर के वेपनाइज्ड वर्जन रूद्र का इस्तेमाल कर रही है. अटैक हेलिकॉप्टर प्रचंड का देश में ही निर्माण कर के भारत ने एक और कीर्तिमान बना दिया. LCH स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है. इस हेलिकॉप्टर से एयर टू एयर मिसाइल फायर किया जा सकता है. इसके अलावा 20 mm की गन लगी है और इस हेलिकॉप्टर से 70 mm की रॉकेट भी फायर किया जा सकता. यह दुनिया का पहला अटैक हेलिकॉप्टर है जो हाई ऑल्टिट्यूड एरिया और सियाचिन में भी ऑपरेट कर सकता है.
एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (ALH)
यूटिलिटी हेलिकॉप्टर में ALH यानी एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव भारतीय सेना के तीनों अंग और कोस्ट गार्ड इस्तेमाल कर रहे हैं. कुल मिलाकर 330 के करीब हेलिकॉप्टर सर्विस में हैं. ध्रुव हेलिकॉप्टर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से स्वदेशी है. इसे किसी भी मौसम में इस्तेमाल किया जा सकता है. यह समंदर के ऊपर भी उड़ सकता है और हाई एल्टिट्यूड के इलाके में 15000 फीट के ऊपर भी उड़ान भर सकता है. ALH रात में भी आसानी से ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है.
लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (LUH)
लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर से भारतीय सेना में लंबे समय से इस्तेमाल में लाए जा रहे चीता और चेतक हेलिकॉप्टरों को बदला जाएगा. इनकी जगह ये नए लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर लेंगे. ये हेलिकॉप्टर नाइट विजन तकनीक से लैस हैं, जो रात को भी अपने ऑपरेशन को आसानी से अंजाम दे सकेंगे. इस हेलिकॉप्टर में 6 लोगों के बैठने की जगह है, जबकि 4 वीआईपी सीटिंग या इमरजेंसी में दो स्ट्रेचर मेडिकल रेस्क्यू में भी बदला जा सकता है. इस हेलिकॉप्टर की अधिकतम क्रूज़ रफ्तार 235 किलोमीटर प्रति घंटा है.एक बार के फ्यूल के साथ यह 3 घंटे तक उड़ान भर सकता है और 500 किलो वजन के साथ यह 350 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. साथ ही 1000 किलो तक का लोड उठा कर उड़ान भर सकता है.
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