Israel-Iran Attack: हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत के बाद इजरायल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ने के आसार नजर आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक ईरान इजरायल पर बड़ा हमला कर सकता है. अगले 72 घंटे मिडिल ईस्ट के लिए बेहद अहम बताए जा रहे हैं. इस बीच ईरान ने अपने पश्चिमी इलाके में रूस में बने ए-300 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैनात कर दिया है. इजरायल के चैनल 12 के मुताबिक, डेल्टा, यूनाइटेड एयरलाइंस, लुफ्तहांसा, ऑस्ट्रियन एयरलाइंस, ब्रसेल्स एयरलाइंस और एयर इंडिया ने भी इजरायल जाने वाली अपनी फ्लाइट्स को कैंसल कर दिया है.
ईरान ने कही बदला लेने की बात
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को इजराइल से हमास नेता इस्माइल हनिया की मौत का बदला लेने की बात कही थी. खामेनेई ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में तड़के हुए हवाई हमले में इस्माइल हनियेह के मारे जाने के बाद इजराइल ने अपने लिए कठोर सजा खुद तैयार कर ली है. उन्होंने कहा, 'उसका बदला लेना हमारा कर्तव्य है. हनिया हमारी सरजमीं पर एक प्रिय मेहमान थे.'
इजरायल-ईरान के बीच बढ़ा तनाव
दरअसल ईरान की राजधानी तेहरान में बुधवार सुबह एक हवाई हमले में हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत हो गई थी. हानिया की हत्या के लिए ईरान और हमास ने इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने कहा कि वह हनिया की हत्या की जांच कर रहा है. उसने यह नहीं बताया कि हत्या कैसे हुई और हनियेह को किसने मारा. फिलहाल किसी ने भी हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इसका शक इजराइल पर है, जिसने सात अक्टूबर को देश में हुए अप्रत्याशित हमले को लेकर हनियेह और हमास के विभिन्न कमांडरों को मारने का संकल्प लिया था. इजराइल का इस पर कोई बयान नहीं आया है.
हनिया ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दिया था और कतर में निर्वासन में रह रहा था. गाजा में हमास का शीर्ष नेता याह्या सिनवार है, जिसने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले की साजिश रची थी. इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. अप्रैल में गाजा में इजराइल के हवाई हमले में हनिया के तीन बेटे और चार पोते-पोती मारे गए थे. हनियेह की हत्या ऐसे वक्त में हुई है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन हमास और इजराइल को एक अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते पर राजी करने का प्रयास कर रहा है.
शपथग्रहण में दिखा था हानिया
ईरान में हत्या से पहले हनिया को नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में मुस्कुराते और ताली बजाते हुए देखा गया था. एपी की तस्वीरों में उसे फलस्तीनी आतंकी समूह इस्लामिक जिहाद और हिजबुल्लाह के नेताओं के साथ बैठे हुए देखा गया था, और ईरानी मीडिया ने उसे और पेजेशकियन को गले मिलते हुए दिखाया था.
हनियेह ने इससे पहले खामेनेई से मुलाकात की थी. हमास ने एक बयान में कहा कि कुछ घंटों बाद, तेहरान में हनिया के आवास पर हमला हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई.
कौन था हानिया?
हनिया 2019 से कतर में स्व-निर्वासित जीवन जी रहा था और धमकियों के कारण ज्यादा यात्रा नहीं करता था. युद्ध के दौरान उसने तुर्की और ईरान का दौरा किया था. वह दोहा में रहते हुए युद्ध विराम लागू कराने और बंधकों को मुक्त कराने के लिए बातचीत में शामिल था. गाजा के शहरी शाती शरणार्थी शिविर में जन्मा हनिया 1987 में हमास की स्थापना के समय ही इसमें शामिल गया था. उसने समूह के संस्थापक अहमद यासीन के सहायक के रूप में काम किया था और आने वाले वर्षों में उसका कद बढ़ा. 2017 में वह खालिद मशाल की जगह हमास का शीर्ष राजनीतिक नेता बना. हनीया बहुत धार्मिक था और उसने विश्वविद्यालय में अरबी साहित्य की पढ़ाई की थी.
भारत के दूतावास ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण भारतीय नागरिकों को लेबनान छोड़ने की सख्त सलाह दी है. यह सलाह इजराइल द्वारा लेबनान पर हवाई हमले और ईरान की इजराइल पर प्रतिशोधात्मक हमले की योजना के बाद दी गई है. दूतावास ने ट्वीट किया, "हालिया घटनाओं और क्षेत्र में संभावित खतरों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को लेबनान की यात्रा से परहेज करने की सख्त सलाह दी जाती है."