Pakistan News: चांद पर जाने की कोशिश क्यों नहीं करता PAK? पाकिस्तानी ने खोल डाली जिन्नालैंड की पोल

4 hours ago

Pakistani Media on India in Hindi: कहने को तो पाकिस्तान खुद को हिंदुस्तान का दुश्मन नंबर एक बताता है. लेकिन होली के त्यौहार पर हंसी की फुल डोज़ दे रहा है. पाकिस्तान के हुक्मरानों से लेकर आवाम तक ऐसे ऐसे ड्रामे कर रहे हैं कि हिंदुस्तानी पेट पकड़ पकड़ कर हंसेंगे. पता नहीं क्यों लेकिन पाकिस्तानियों की बेवकूफियां होली पर आल टाइम हाई रहती है. भारत जब होली मना रहा था उस वक्त पाकिस्तान में क्या चल रहा था..शहबाज़ शरीफ से लेकर पाकिस्तान के पत्रकार और जनता किस कॉमेडी सर्कस में लगे हुए थे..देखिए पाकिस्तान से हंसी की फुल डोज़ वाली रिपोर्ट 

महिला ने पत्रकार का कर दिया मोये-मोये

वहां पर एक पत्रकार जो अपने आपको काफी होशियार लगा रहा था. उसने एक महिला को सड़क पर क्रिकेट के नाम पर छेड़ने की कोशिश कर दी. पत्रकार ने पूछा कि आप सेमीफाइनल देखते दुबई जा रही हैं तो महिला बोली, बिल्कुल जाएंगे क्यों नहीं जाएंगे. मेरे बच्चे आप पाल लें. पाकिस्तान तो वर्ल्ड कप जीतेगा सेमीफाइनल है. मैं दो वर्ल्ड कप पहले ही जीत चुकी हूं...कौन से दो वर्ल्ड कप एक तीन साल का है एक पांच साल का है. 

इस रिपोर्टर की सारी हाज़िरजवाबी महिला ने निकाल दी. लेकिन अब ज़रा ये भी देख लीजिए. पाकिस्तान के लोगों का आईक्यूलेवल क्या है. भारत क्यों चांद पर पहुंच गया है और पाकिस्तानी क्यों यूएई और सउदी में जाकर भीख मांगने से आगे कुछ भी नहीं सोच पाते आप समझ जाएंगे.

पाकिस्तानियों का IQ लेवल तौबा-तौबा!

पत्रकार ने पूछा, आप मुझे ये बताएं कि एक बंदा लिबर्टी से डिफेंस जाता है उसको एक घंटा लगता है लेकिन वो ही बंदा जब डिफेंस से लिबर्टी वापस आता है तो उसको 60 मिनट क्यों लगते हैं...उसकी वजह क्या है...पता नहीं पापा को पता होगा पापा के साथ आते हैं...भाई जान उसे जाते वक्त 1 घंटा लग रहा है आते वक्त 60 मिनट क्यों लग रहा है...वल्ला तुमने टेंशन में डाल दिया हमको...इधर से 60 लगता है उधर से 1 घंटा लगता है.

तो पाकिस्तान के सारे समझदार एक सवाल से टेंशन में आ गए....जाते वक्त एक घंटा लगता है तो लौटते वक्त 60 मिनट क्यों लग जाता है. लेकिन इस वाली मैडम का जवाब तो एकदम कमाल है. महिला ने कहा, वैसे मेरी मैथ कमज़ोर है लेकिन हो सकता है आते वक्त ट्रैफिक जाम होता हो तो एकदम से नहीं आया जा सकता हो. 

चांद पर क्यों नहीं जाना चाहते पाकिस्तानी?

वैसे पाकिस्तान में होशियारों की कोई कमी नहीं है. आधे स्कूल कॉलेजों में पढ़ते हैं. लेकिन पाकिस्तानी मदरसे के स्टूडेंट तो आईंस्टीन के पापा हैं. ऐसा विज्ञान बताते हैं कि सुनकर नासा वाले खुदकुशी कर लें. वे कहते हैं कि चांद पर जाना उनके लिए गैर इस्लामी है क्योंकि उसे अल्लाह ने बनाया है.

सबसे पहले चांद पर कदम रखने वाले नीलआर्म स्ट्रांग अगर जिंदा होते. तो पाकिस्तानी मदरसे के स्टूडेंट की बात सुनकर उन्हें यकीनन हार्ट अटैक आ जाता. बाकी दुनिया के जितने वैज्ञानिक बचे हैं वो इस पाकिस्तानी की बात सुनकर कोमा में चले जाएंगे.

अब आपको पाकिस्तान के पत्रकारों के कुछ और कारनामे बताते हैं. जिन्हें गधे, मुर्गी और बंदरों को देखकर कुछ कुछ होने लगता है. इन जनाब को देखिए. कैसे राजा की तरह गधे पर पीटीसी के लिए सवार हो गए. वैसे सिर्फ गधे ने इन पाकिस्तानी पत्रकार को पटखनी नही दी. मछली और मुर्गे भी इनकी चॉप कर चुके हैं.

'भारत ने जादू से जीती चैंपियंस ट्रॉफी'

वैसे चांद नवाब को आदर्श मानने वाली पाकिस्तानी मीडिया में सिर्फ यही एक नमूने नहीं. इनसे बड़ी बड़ी कॉमेडी की तोपें मौजूद हैं. पाकिस्तानियों का कितना मानसिक विकास हुआ है. उसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि आज भी आधे से ज्यादा पाकिस्तान ये ही मान रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी भारत ने विराट, रोहित और श्रेयस अय्यर के गेम की वजह से नहीं जीती बल्कि जादू से जीती है. पाकिस्तानी ये भी मानते हैं कि दुबई में भारत का काला जादू काम करता लेकिन लाहौर में फेल हो जाता. 

वैसे कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तानी अक्सर जज्बाती हो जाते हैं. कश्मीर कश्मीर कर रही महिला को जब मालूम चला कि पीओके अब पाकिस्तान का नहीं रहेगा तो वह बेचैन हो गई और बोली कि वहां पर कश्मीरियों का कुछ नहीं हो सकता है तो हम क्या चीज़ हैं. डर के आगे हमें खामोश हो जाना है..हमें शुरू से ही ये डराया गया है.

तो फिलहाल पाकिस्तानियों की अनलिमिटेड मसखरी हिंदुस्तानियों को खूब हंसाती हैं. हंसी हमें उस वक्त भी आती है जब हिंदुस्तान से चार जंग हार चुके पाकिस्तान जज्बे से हिंदुस्तान को हराने की बात करते हैं. फिलहाल पाकिस्तानी इसी तरह कॉमेडी करके हिंदुस्तान के मनोरंजन का सामान बने रहेंगे. शहबाज शरीफ हों या फिर आम पाकिस्तानी बात चाहें परमाणु बम की करे लेकिन हिंदुस्तानियों के लिए ये ठहाका बम ही साबित होता है. 

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