Why do earthquakes occur frequently in Philippines: फिलीपींस के दक्षिणी हिस्से में शुक्रवार को धरती एक बार फिर जोर से कांपी. शाम को आए 6.9 तीव्रता के भूकंप ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी. इस झटके के बाद प्रशासन ने तुरंत सुनामी अलर्ट जारी किया और समुद्र किनारे रहने वाले लोगों से ऊंचे इलाकों की ओर जाने की अपील की. यह हादसा तब हुआ जब कुछ ही घंटे पहले सुबह 9:43 बजे दक्षिणी प्रांत दावाओ ओरिएंटल के तट पर 7.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. दोनों झटकों के बीच केवल कुछ घंटों का अंतर होने से लोग पूरी तरह सहम गए हैं.
डर के मारे खुले आसमान के नीचे बैठे हैं लोग
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दावाओ, सुरिगाओ और आगुसान प्रांतों में हजारों लोग ऊंचे इलाकों की ओर पलायन कर चुके हैं. मनीला से लेकर छोटे द्वीपों तक लोग रातभर खुले आसमान के नीचे डरे-सहमे बैठे हैं. सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. रेड क्रॉस, NDRRMC और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित है, कई सड़कों पर दरारें पड़ी हैं और कुछ स्थानों पर पुल क्षतिग्रस्त होने की खबरें आई हैं. स्कूलों, चर्चों और सरकारी भवनों को अस्थायी राहत शिविरों में बदला जा रहा है.
10 फीट ऊंची उठ सकती हैं लहरें
फिलीपींस की भूकंपीय एजेंसी (PHIVOLCS) के अनुसार, शाम को आया भूकंप समुद्र के नीचे केवल 10 किलोमीटर की गहराई पर हुआ, जिससे इसका प्रभाव अधिक विनाशकारी हो सकता है. एजेंसी ने चेतावनी दी कि जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली लहरें तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकती हैं. वहीं पैसिफिक सुनामी वार्निंग सेंटर ने भी रिपोर्ट जारी कर कहा कि भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर तक के दायरे में तीन मीटर यानी करीब 10 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
लोगों को समुद्र से दूर जाने की अपील
फिलीपीनी ऑफिस ऑफ सिविल डिफेंस के उपप्रशासक बर्नार्डो राफाएलिटो एलेजांद्रो ने बताया कि भूकंप के बाद करीब दो घंटे में छह तटीय प्रांतों में सुनामी की लहरें पहुंच सकती हैं. उन्होंने कहा, 'हम सभी से अपील करते हैं कि समुद्र किनारे से तुरंत दूर जाएं, ऊंचे इलाकों की ओर जाएं और जब तक प्रशासन सुरक्षा की घोषणा न करे, वापस न लौटें.' उन्होंने मछुआरों से भी अनुरोध किया कि वे अपनी नावें बंदरगाहों से हटाकर सुरक्षित दूरी पर रखें.
30 सितंबर को भी आया था भीषण भूकंप
रिपोर्ट के मुताबिक, एक ही दिन में दो बार आए भयानक भूकंपों से फिलीपींस में दहशत का माहौल है, क्योंकि देश अभी तक 30 सितंबर को आए 6.9 तीव्रता के भूकंप से पूरी तरह उबर नहीं पाया है. उस हादसे में 74 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोग सेबू बेघर हो गए थे. इसके बाद से राहत और पुनर्वास का काम अभी जारी ही था कि धरती एक बार फिर भूकंप से कांप उठी.
फिलीपींस में बार-बार भूकंप क्यों आते हैं?
बताते चलें कि फिलीपींस दुनिया के सबसे भूकंप प्रभावित देशों में से एक है. इसका कारण उसकी भौगोलिक स्थिति है. यह देश 'पैसिफिक रिंग ऑफ फायर' नामक क्षेत्र में स्थित है. यह वो क्षेत्र है, जहां पृथ्वी की कई टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती या सरकती रहती हैं. जब ये प्लेटें अपनी स्थिति बदलती हैं तो अचानक एनर्जी ऊपर की ओर रिलीज होती है, जिससे भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं. यही वजह है कि फिलीपींस में हर साल दर्जनों छोटे-बड़े झटके महसूस किए जाते हैं.