शव भारत लाएं या मदीना में किए जाएं दफन,दिल पर पत्थर रखे पीड़ित परिजनों की गुहार

3 hours ago

Last Updated:November 17, 2025, 23:40 IST

शव भारत लाएं या मदीना में किए जाएं दफन,दिल पर पत्थर रखे पीड़ित परिजनों की गुहारडीजल टैंकर से टकराने के बाद बस में आग लग गई और 42 लोग मारे गए.

हैदराबाद. हैदराबाद स्थित दो ट्रैवल ऑपरेटरों के माध्यम से सऊदी अरब गए 44 लोगों के साथ एक भयानक हादसा हो गया. सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना से करीब 25 किलोमीटर दूर बस हादसे में कई भारतीयों की मौत की खबर है. हादसे की जानकारी मिलते ही उनके परिजन टूर ऑपरेटरों के पास अपनों की जानकारी लेने पहुंचे, लेकिन उनसे भी अब तक कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है. पीड़ित परिजनों का कहना है कि हादसे में मारे गए लोगों के शवों को भारत सरकार यहां लाने की व्यवस्था करे और अगर यह संभव न हो तो मदीना में उनके दफन की व्यवस्था की जाए.

अल-मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के 20 और फ्लाईजोन टूर्स एंड ट्रैवल्स से 24 लोग 9 नवंबर को फ्लाइट से मक्का के लिए रवाना हुए थे. दोनों समूहों में 16 बच्चे शामिल थे. टूर ऑपरेटरों को मिली जानकारी के मुताबिक दोनों जत्थे मक्का में अपना उमराह (छोटी यात्रा) पूरी कर रविवार रात मदीना के लिए रवाना हुए थे. इस दौरान स्थानीय समयानुसार रात लगभग 11:30 बजे मदीना से लगभग 25 किलोमीटर दूर एक डीजल टैंकर से टकराने के बाद बस में आग लग गई.

अल मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के एजाज ने बताया कि हादसे केवक्त मोहम्मद शोएब जलती हुई बस से कूद गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. हमें अन्य लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. हमारे लोग मक्का और मदीना से जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. एजाज ने बताया कि उन्हें यह भी पता चला है कि ड्राइवर भी बस से कूदकर भाग गया. दुर्घटना कैसे हुई, इसकी कोई जानकारी नहीं है.

मोहम्मद तहसीन, सऊदी अरब गए लोगों में से एक का रिश्तेदार है, जो अपने परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी पाने की उम्मीद में अल-मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के कार्यालय पहुंचा. हालांकि, कई अन्य लोगों की तरह वह भी निराश हुआ, क्योंकि टूर ऑपरेटर के पास इस हादसे के बारे में कोई जानकारी नहीं है. मोहम्मद तहसीन ने कहा, “हमारे परिवार के सात सदस्य सऊदी अरब गए. उनमें मेरे ससुर, भाभी और उनका बेटा भी शामिल थे.” उन्होंने कहा कि भारत सरकार को शवों को लाने की व्यवस्था करनी चाहिए.

Rakesh Ranjan Kumar

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें

राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Location :

Hyderabad,Telangana

First Published :

November 17, 2025, 23:40 IST

homenation

शव भारत लाएं या मदीना में किए जाएं दफन,दिल पर पत्थर रखे पीड़ित परिजनों की गुहार

Read Full Article at Source