ईश्वर इतना क्रूर नहीं हो सकता! परिवार के 18 लोगों की मौत, दफन हुई 3 पीढ़ियां

1 hour ago

Last Updated:November 18, 2025, 06:00 IST

ईश्वर इतना क्रूर नहीं हो सकता! परिवार के 18 लोगों की मौत, दफन हुई 3 पीढ़ियांसऊदी अरब में बस हादसे में एक ही परिवार के 18 लोगों की मौत हुई है. (सांकेतित तस्वीर)

Saudi Bus Crash News: कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिससे ईश्वर की नीयत पर ही सवाल उठने लगते हैं. वैसे ईश्वर की नीयत पर हम सवाल उठाने वाले कौन होते हैं लेकिन हकीकत देख ऐसा अनायास ही निकल पड़ता है. अब आप ही इस घटना को देखिए. सऊदी अरब के मदीना शहर में सोमवार को हुए हादसे में 42 भारतीयों की मौत हो गई है. इस हादसे में मरने वालों में एक ही परिवार के 18 लोग शामिल थे. इस तरह परिवार की तीन पीढ़ियों के लोग एक साथ दफन हो गए. ये सभी लोग उमराह की जियारत करके लौट रहे थे. उनकी बस डीजल टैंकर से टकरा गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस में आग लग गई. हादसे के वक्त ज्यादातर यात्री सो रहे थे, इसलिए समय रहते बाहर नहीं निकल पाए.

हैदराबाद के रामनगर इलाके के निवासी 70 वर्षीय नसीरुद्दीन अपने पूरे खानदान के साथ उमराह करने गए थे. उनके साथ उनकी 62 वर्षीय पत्नी अख्तर बेगम, बेटा सलाहुद्दीन (42), तीन बेटियां अमीना (44), रिजवाना (38), शबाना (40) और इनके बच्चे समेत कुल 18 लोग थे. परिवार के सदस्य मोहम्मद आसिफ के हवाले से एनडीटीवी ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. उन्होंने बताया कि वे मदीना से वापस जा रहे थे. रात करीब डेढ़ बजे हादसा हुआ. बस पूरी तरह जल गई. 18 लोगों में से नौ बच्चे थे. हमारे लिए यह बहुत बड़ा सदमा है.

ये परिवार शनिवार को भारत लौटने वाला था. सिर्फ आठ दिन पहले ये सभी उमराह के लिए रवाना हुए थे. लगातार संपर्क में थे, लेकिन अचानक सब खत्म हो गया. रामनगर स्थित नसीरुद्दीन के घर में चीखें गूंज रही हैं. पड़ोसी से चाबी लेकर जब नसीरुद्दीन की बहन घर में दाखिल हुईं तो वे फूट-फूट कर रो पड़ीं. मेरे भाई का पूरा खानदान खत्म हो गया. वे बार-बार चिल्ला रही थीं. हादसे में मरने वाले 42 लोगों में अधिकांश हैदराबाद के ही थे. बस में सवार ज्यादातर यात्री गहरी नींद में थे, इसलिए आग लगने के बाद भी बच नहीं पाए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर लिखा- मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं. जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. रियाद में हमारा दूतावास और जेद्दा में वाणिज्य दूतावास हरसंभव मदद कर रहे हैं. हमारे अधिकारी सऊदी अधिकारियों से भी लगातार संपर्क में हैं.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

First Published :

November 18, 2025, 06:00 IST

homenation

ईश्वर इतना क्रूर नहीं हो सकता! परिवार के 18 लोगों की मौत, दफन हुई 3 पीढ़ियां

Read Full Article at Source