China SCO Summit: चीन में शंघाई सहयोग संगठन का 25वां शिखर सम्मेलन ( SCO Summit) का आयोजन हो रहा है. इसमें हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी चीन पहुंचे हैं, जहां उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कई देशों के नेताओं से भी मुलाकात की. एक ओर जहां ट्रंप ने अपने कई फैसलों और टैरिफ के चलते चीन, रूस और भारत पर प्रहार किया है तो वहीं दूसरी तरफ इन तीनों देशों के नेताओं का एकसाथ मंच पर आना ट्रंप को आईना दिखाने जैसा है. यह पहला मौका है जब पीएम मोदी 7 साल बाद चीन पहुंचे हैं, जो भारत और चीन के बीच साल 2020 के सीमा विवाद के बाद जटिल द्विपक्षीय संबंधों के बीच विशेष रूप से महत्वपूर्ण है.
ट्रंप के लिए संदेश रूस, चीन, भारत की तिकड़ी
सोमवार 1 सितंबर 2025 को चीन के SCO शिखर सम्मेलन से एक बड़ी तस्वीर सामने आई, जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन SCO मंच पर मुस्कुराते हुए एक दूसरे के साथ हाथ मिला रहे हैं और बातचीत कर रहे हैं. यह तस्वीर भारत पर 50 प्रतिशत का टैरिफ बम फेंकने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को परेशान कर सकती है. साथ ही मुलाकात सक्रिय कूटनीति की वापसी का भी संकेत देता है. पीएम मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीरे अपने 'X' हैंडल पर शेयर की है.
Interactions in Tianjin continue! Exchanging perspectives with President Putin and President Xi during the SCO Summit. pic.twitter.com/K1eKVoHCvv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
पीएम मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीरे अपने 'X' हैंडल पर शेयर की है.
SCO मीटिंग पर दुनिया की नजरें
पीएम मोदी ने अपने 'X' अकाउंट पर लिखा,' तियानजिन में बातचीत जारी. SCO शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति शी के साथ विचारों का आदान-प्रदान.' जिस समय ये तीनों नेता एकसाथ खड़े होकर मुस्कुरा रहे थे उस वक्त पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बगल में खड़े होकर यह सब देख रहे थे. ट्रंप के टैरिफ टेंशन के बाद अब सबकी निगाहें SCO मीटिंग पर है कि आखिर ये तीनों बड़े देश के नेता क्या तय करते हैं.
पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे मोदी
बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार 31 अगस्त 2025 को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. आज वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने वाले हैं. चीन का शंघाई सहयोग संगठन ( SCO) का शिखर सम्मेलन चीन के तियानजिन में शुरू हुआ. इस सम्मेलन की शुरुआत रविवार 31 अगस्त 2025 की रात जिनपिंग की ओर से आयोजित ग्रैंड डिनर के साथ हुई. पीएम मोदी ने इस दौरान संगठन के कई नेताओं के साथ बातचीत की. SCO समूह में 8 सदस्य देश शामिल हैं. इसका फोकस यूरेशियाई क्षेत्र में राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा सहयोग पर केंद्रित है.
FAQ
SCO शिखर सम्मेलन का क्या महत्व है?
SCO शिखर सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां सदस्य देश क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं और सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार करते हैं.
पीएम मोदी और जिनपिंग ने किस विषय पर वार्ता की?
पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने व्यापार घाटे और सीमा विवाद पर चर्चा की.