25 साल पहले इस देश के लोगों ने वोट देकर वुडेन चर्च को बेस्ट बिल्डिंग कहा था. अब वही चर्च सड़क पर चलने लगी तो लोग खड़े होकर देखने लगे हैं. हो सकता है आपको जानकर ताज्जुब हो लेकिन यह सच है. चर्च सड़क पर चल रही है. चलने के लिए 'कदम' लगाए गए हैं. यह स्वीडन की सबसे प्यारी चर्च है. लाखों लोगों की प्रार्थना के इस केंद्र को आधुनिक इंजीनियरिंग की मदद से शिफ्ट किया जा रहा है. पर सवाल यह है कि चर्च को हटाने की जरूरत क्यों पड़ी?
इसका नाम किरूना चर्च है. स्वीडन का 100 साल से भी ज्यादा पुराना ऐतिहासिक स्थल नई मंजिल के लिए दो दिन की यात्रा पर निकला है. यह शिफ्टिंग जरूरी थी क्योंकि तीन दशक से इस माइनिंग टाउन किरूना से लोगों और इमारतों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चालू है. अगले कुछ घटों में चर्च शहर के नए सेंटर पर पहुंचने के लिए करीब 5 किमी की यात्रा पूरी करेगी.
दो दिन में 5 किमी का सफर
600 टन वजनी इस चर्च को नीचे से उठाकर एक विशेष रूप से डिजाइन ट्रेलर पर रखा गया. इसके बाद तो कमाल की इंजीनियरिंग देख लोग हैरान रह गए. यह शिफ्टिंग लगभग आधा किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हो रही है. इस तरह चर्च के मंजिल तक पहुंचने में दो दिन लगेंगे.
Crowds gathered #Sweden to watch a historic church set off on remote-controlled flatbed trailers for a five-kilometre journey to a new city centre.
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— FRANCE 24 English (@France24) August 19, 2025
अब बात क्यों की? दरअसल, दुनिया की सबसे बड़ी भूमिगत लौह अयस्क खदान ने इस शहर के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है. लगातार गहरी होती खदान से जमीन कमजोर हो गई है और इसके कभी भी ढहने का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक करीब 3,000 घरों और 6,000 निवासियों को स्थानांतरित करना होगा.
वैसे, कई सार्वजनिक और व्यावसायिक इमारतों को ध्वस्त कर दिया जा रहा है लेकिन लाखों लोगों की आस्था के केंद्र, चर्च को पूरी तरह से शिफ्ट करने का फैसला किया गया.