Last Updated:July 18, 2025, 23:53 IST

पाकिस्तान ने टीआरएफ पर बैन को लेकर अमेरिका पर हमला बोला है. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. TRF पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद एक तरफ भारत कूटनीतिक जीत के तौर पर देख रहा है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान बौखलाया हुआ है…अमेरिका के फैसले से FATF और UNSC में भी पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़नेवाली है तो दूसरी तरफ पहलगाम आतंकी हमले पर चीन का ताजा बयान भी पाकिस्तान को नागवार गुजर रहा होगा…एक रिपोर्ट…
TRF पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान बौखलाया गया है और दुनिया को बताने की कोशिश में पहलगाम आतंकी हमले का संबंध किसी तरीके से लश्कर ए तैयबा से नहीं…पहलगाम घटना की जांच अब तक निर्णायक नहीं रही है…TRF पर अमेरिकी प्रतिबंध को अमेरिका के आंतरिक कानूनों से जोड़ते हुए इसे भारत के पाकिस्तान विरोधी प्रचार के तौर पर देख रहा है…लेकिन पाकिस्तान की बौखलाहट स्वाभाविक है क्योंकि TRF पर प्रतिबंध से FATF में पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़नेवाली है…और इसमें भारत को अमेरिका का भी सहयोग मिलेगा…इसके अलावा UNSC में भी TRF को प्रतिबंधित संगठन घोषित कराने में भारत को मदद मिलेगी.
दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के महज तीन महीने के अंदर TRF पर अमेरिका का प्रतिबंधित एक बड़ी कूटनीतिक सफलता है. अमेरिका ने TRF को लश्कर का proxy माना है ये भारत के लिए आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता है, और इसीलिए पाकिस्तान की बौखलाहट साफ है…पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व और विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ कूटनीतिक जीत को संभव किया…
लेकिन पाकिस्तान की बौखलाहट सिर्फ अमेरिकी प्रतिबंध से नहीं बल्कि पाकिस्तान की आतंकी जमीनी चीन के बयान से भी खिसकी होगी…
(GFX IN)दरअसल TRF पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में पहलगाम आतंकी हमले की भर्त्सना की है…चीन ने कहा हर तरह के आतंकवाद का विरोध करते हैं…पहलगाम आतंकी हमले की निष्पक्ष जांच की मांग के संदर्भ में चीन का पहलगाम आतंकी हमले पर आज का बयान महत्वपूर्ण है…हालांकि चीन ने पहले पहलगाम की भर्त्सना की है लेकिन आज का चीन का बयान पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दो में भर्त्सना की बात करता है और आतंकवाद के खिलाफ क्षेत्रीय सहयोग की अपील करता है…(GFX OUT)
साफ है कि TRF पर प्रतिबंध के बाद अब पाकिस्तान को भविष्य का डर सता रहा होगा कि अब आतंकवाद पर FATF और UNSC में आतंकवाद के समर्थन में उसकी राह आसान नहीं रहनेवाली…
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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New Delhi,Delhi