Trump in White House: दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका में चुनाव पूरे हो चुके हैं. चुनाव में जहां एक तरफ तीखे बयान और भीषण घमासान देखने को मिला तो वहीं अब चुनाव के बाद लोकतंत्र की खूबसूरती भी देखने को मिल रही है. चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप ने शानदार जीत दर्ज की तो इस जीत के बाद पहली बार डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर व्हाइट हाउस का दौरा किया. बाइडेन ने ट्रंप का गर्मजोशी से स्वागत किया और सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न करने की बात दोहराई. यह प्रक्रिया अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जाती है, जहां सत्ता का शांतिपूर्ण और सहज ट्रांजिशन सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाता है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ.
असल में व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने सत्ता सौंपने की प्रक्रिया पर चर्चा की. बैठक की शुरुआत में बाइडेन ने ट्रंप का स्वागत करते हुए कहा कि वेलकम बैक, यह हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण समय है. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा राजनीति कठिन है, लेकिन मैं इस हस्तांतरण को सहज बनाने में अपनी भूमिका निभाऊंगा. व्हाइट हाउस में सत्ता हस्तांतरण की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई थी.
बातचीत के दौरान बाइडेन ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जीत की बधाई दी और साथ ही सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण बनाने पर जोर दिया. ट्रंप ने भी इस अवसर पर सहमति जताई और कहा कि वह बाइडेन प्रशासन के साथ मिलकर इस प्रक्रिया को सफल बनाने का प्रयास करेंगे. इस मुलाकात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण संवाद देखा जा सकता है.
2020 में जब ट्रंप ने चुनाव में हार का सामना किया था, तब उन्होंने सत्ता हस्तांतरण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परंपराओं का पालन नहीं किया था. उस समय उन्होंने बाइडेन को व्हाइट हाउस आने का निमंत्रण नहीं दिया था और शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे. लेकिन इस बार, ट्रंप ने न केवल व्हाइट हाउस आने का निमंत्रण स्वीकार किया बल्कि सत्ता हस्तांतरण की परंपराओं को निभाने की दिशा में कदम भी बढ़ाया.
डोनाल्ड ट्रंप अगले साल 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. इसके लिए वह अपनी टीम का गठन कर रहे हैं. विदेश नीति, रक्षा, वित्त, और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभागों में प्रमुख नियुक्तियां हो चुकी हैं. ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी जोरों पर हैं, और दुनिया भर की निगाहें उनकी संभावित टीम और आगामी नीतियों पर टिकी हुई हैं.