Last Updated:September 10, 2025, 14:53 IST
सी पी राधाकृष्णन ने NDA के समर्थन से उपराष्ट्रपति चुनाव जीता, महाराष्ट्र के सांसदों की क्रॉस वोटिंग चर्चा में रही, विपक्ष ने NDA के 15 अमान्य या गैरमौजूद वोटों पर सवाल उठाए.

विवेक गुप्ता/ अमित पांडेय
उपराष्ट्रपति चुनाव में बागी बनाम गैरमौजूद/आमान्य सांसदों के वोट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. NDA उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन की जीत के बाद सत्ता पक्ष 15 विपक्षी सांसदों के समर्थन की बात कह रहा है तो वहीं विपक्ष सवाल उठा रहा है. वोटिंग के दौरान आखिरकार 15 सत्ता पक्ष के सांसद थे कौन, जो या तो वोटिंग में नहीं थे या फिर उनके वोट अमान्य थे? इसमें सबसे पहली सुई मुड़ती है महाराष्ट्र की ओर…
सबसे पहले बात करते हैं 15 विपक्षी सांसदों की, जिन्होंने NDA के पक्ष में मतदान कियाजीस वजह से सी पी राधाकृष्णन को 492 वोट मिले थे. जबकि बी सुदर्शन रेड्डी को 15 वोट कम यानी 300 वोट मिले थे. सूत्रों के मुताबिक, 15 क्रॉस वोटिंग में से 6-7 क्रॉस वोटिंग महाराष्ट्र के सांसदों ने की है. ऐसे में इस बात की और सब का ध्यान जाता है कि क्या एक बार फिर देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के जादू चला? वाइस प्रेसिडेंट के चुनाव से पहले की देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार को फोन करके के NDA के उमीदवार सीपी राधाकृष्ण को सपोर्ट करने की मांग की थी.
अंदर की बात
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे और शरद पवार की फोन पर कहा था कि सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के गवर्नर हैं और मुंबई के वोटर, और महाराष्ट्र की परंपरा है कि जब महाराष्ट्र से कोई इंसान इतने बड़े पद पर चुनाव लड़ रहा है तो उनको सपोर्ट किया जाए. हालांकि, शरद पवार ने सपोर्ट करने से मना कर दिया था. वाइस प्रेसिडेंट चुनाव में गुप्त वोटिंग होती है, इसलिए किसी को पता नहीं कि किसने किसके वोट किया है. वहीं उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद शिवसेना उद्धव गुट BJP पर निशाना साधकर यह सवाल उठा रही है कि आखिरकार NDA के 15 सांसद वोटिंग के दौरान क्यों मौजूद नहीं थे या उनके वोट अमान्य थे. साथ ही वह यह भी दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस के साथ शिवसेना उद्धव गुट मजबूती से खड़ा है.
उद्धव गुट का दावा
अरविंद सावंत जो कि शिवसेना उद्धव गुट के सांसद हैं, उनका कहना है कायर लोग बीजेपी के साथ जा खड़े हुए हैं जबकि उद्धव गुट में हिम्मत है और वह मजबूती से कांग्रेस के साथ खड़े हैं. 15 सांसद जिनके वोट अमान्य थे या गैर मौजूद थे वे एनडीए के थे, उनका क्या? अगर बात अब सत्ता पक्ष की की जाए तो NDA खेमा यह मान रहा है महाराष्ट्र के अलावा देश भर से कई और सांसद, जो विपक्ष से थे और सी पी राधाकृष्णन के समर्थन में अपना वोट दिया.. लेकिन इसमें महाराष्ट्र की तादाद सबसे ज्यादा थी.
बड़ी सेंध लगाई
तमिलनाडु से सांसद जी के वासन का कहना है तमिल अस्मिता के साथ-साथ पूरे देश का गौरव बड़ा है इस उपराष्ट्रपति चुनाव में और कई सांसदों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट दिया. रणनीतिक रूप से उप राष्ट्रपति पद के चुनाव का नतीजा इंडिया गठबंधन और NDA के लिए बेहद अहम हो गया है. NDA यह दावा कर रहा है विपक्ष के खेमे में उसने बड़ी सेंध लगाई है और विपक्ष का गैर मौजूद सांसदों और अमान्य सांसदों के वोट का सवाल उनके दावे को पुख़्ता करने की कोशिश कर रहा है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
September 10, 2025, 14:53 IST