अब मंडी अस्पताल में होगा 'बैरा' टेस्ट, अब नहीं लगेगी शिमला-टांडा की दौड़

3 days ago

Last Updated:March 28, 2025, 14:02 IST

हिमाचल प्रदेश के जोनल अस्पताल मंडी में अब बैरा टेस्ट की सुविधा शुरू हो गई है, जिससे लोगों को शिमला या टांडा जाने की जरूरत नहीं है. एनएचएम के तहत 10 लाख के बजट से यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है.

अब मंडी अस्पताल में होगा 'बैरा' टेस्ट, अब नहीं लगेगी शिमला-टांडा की दौड़

अस्पताल मंडी में बैरा यानी ब्रेनस्टेम इवोक्ड रिस्पांस ऑडियोमेट्री टेस्ट की सुविधा.

हाइलाइट्स

मंडी के जोनल अस्पताल में बैरा टेस्ट की सुविधा शुरू हुई.अब शिमला या टांडा जाने की जरूरत नहीं.बैरा टेस्ट की फीस मात्र 320 रुपये है.

मंडी. हिमाचल प्रदेश के जोनल अस्पताल मंडी में बैरा यानी ब्रेनस्टेम इवोक्ड रिस्पांस ऑडियोमेट्री टेस्ट की सुविधा शुरू हो चुकी है. इस टेस्ट के लिए पहले लोगों को शिमला या फिर टांडा जाना पड़ता था. नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 10 लाख के बजट प्रावधान के बाद अब जोनल अस्पताल मंडी में भी यह सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है.

दरअसल, जोनल अस्पताल मंडी के एमएस डॉ. डीएस वर्मा ने बताया कि एनएचएम के तहत अस्पताल में एक ऑडियोलॉजिस्ट तैनात कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों को अपना श्रवण अपंगता प्रमाण पत्र बनवाना होता है, उन्हें इस टेस्ट के लिए पहले शिमला या टांडा जाना पड़ता था. लेकिन अब एनएचएम के तहत प्राप्त 10 लाख के बजट से यह सुविधा जोनल अस्पताल मंडी में ही उपलब्ध करवा दी गई है. हर सोमवार और बुधवार को यह टेस्ट किए जा रहे हैं और इसके बदले में लोगों से मात्र 320 रुपये का शुल्क ही लिया जा रहा है.

क्या होता है बैरा टेस्ट

बैरा यानी ब्रेनस्टेम इवोक्ड रिस्पांस ऑडियोमेट्री टेस्ट के माध्यम से इस बात की जांच की जाती है कि व्यक्ति की सुनने की क्षमता कितनी है. हालांकि इसके लिए ऑडियोमेट्री टेस्ट भी होता है, लेकिन बैरा टेस्ट की प्रमाणिकता बहुत ही सटीक है. लोग गलत जानकारी देकर अपना अपंगता प्रमाण पत्र न बना लें, इस बात को बैरा टेस्ट पूरी तरह से सुनिश्चित करता है. इससे कान का पूरा डाटा तैयार होता है जिससे इस बात का पता चल जाता है कि व्यक्ति के कान की वास्तविक स्थिति क्या है.

Location :

Mandi,Himachal Pradesh

First Published :

March 28, 2025, 14:02 IST

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