नई दिल्ली. भारत और मालदीव के कूटनीतिक रिश्तों में पिछले साल नवंबर में आई खटास के बाद मालदीव के पर्यटन उद्योग पर इसका बड़ा असर हुआ है. भारत से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पिछले दिनों मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की. मालदीव भारत में 6 दिनों तक वेलकम इंडिया मुहिम के तहत भारतीय पर्यटकों को मालदीव आने के लिए आकर्षित कर रहा है. बता दें कि मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन आधारित है और वहां बड़ी तादाद में इंडियन टूरिस्ट जाते हैं. संबंध बिगड़ने के बाद भारतीय पर्यटकों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है.
दरअसल, भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में नवंबर 2023 से अब तक करीब 53 फ़ीसदी की गिरावट आई है. मालदीव की अर्थव्यवस्था पर इसका बड़ा असर हुआ है और इकोनॉमी खस्ताहाल हो गई है. इसीलिए भारत की राजधानी दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में मालदीव ने भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए ट्रेड शो के अलावा फिल्मी कलाकारों और पर्यटन को प्रभावित करनेवाले इनफ्लुएंसर से भी जुड़ रहे हैं. मालदीव ने इस मुहिम को वेलकम इंडिया का नाम दिया है.
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‘जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण’
वेलकम इंडिया मुहिम के तहत भारत दौरे पर आए विजिट मालदीव टूरिज्म बोर्ड (Visit Maldives Tourism Board) के अध्यक्ष अब्दुल्लाह घियास ने News18 इंडिया से खास बातचीत में कहा की जो हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण था. भारतीय मालदीव आना चाहते हैं. हमलोग नवंबर और दिसंबर महीने को टारगेट कर रहे हैं, ताकि भारतीयों की संख्या बढ़े. साल 2024 में अब तक पिछले साल की तुलना में 53 फीसदी पर्यटक भारत से कम हुए हैं. साल 2022 की तुलना में 2023 में भी 15 प्रतिशत की गिरावट पर्यटकों में आई थी. साल 2021 से साल 2022 में भी पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई थी. उन्होंने कहा कि भारत को मालदीव से कनेक्ट करना मकसद है. घियास ने बताया कि आनेवाले वक्त में भारत के टीयर 2 और टीयर 3 शहरों पर भी मालदीव की नजर रहेगी.
फिल्म इंडस्ट्री को लुभाने का प्रयास
मालदीव की नजर भारत के फिल्म उद्योग पर भी है, ताकि मालदीव में बड़े पैमाने पर फिल्मों की भी शूटिंग हो सके. मालदीव ने टी20 विश्व कप विजेता टीम को भी आमंत्रित किया है. साल 2023 में 209,193 भारतीयों ने मालदीव की यात्रा की थी. साल 2024 में अब तक इसमें 53 प्रतिशत की गिरावट आई है. इससे मालदीव को व्यापक पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा है.
रिश्तों में क्यों आई थी खटास?
दरअसल, मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का चीन की तरफ झुकाव ज्यादा दिखता है. राष्ट्रपति बनने के बाद मोहम्मद मुइज्जू ने पहला विदेश दौरा भी चीन का ही किया था. पिछले साल प्रधानमंत्री के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव सरकार के नेताओं और अधिकारियों ने पीएम मोदी के खिलाफ बयान दिया, जिसके बाद भारत में सोशल मीडिया पर बॉयकॉट मालदीव अभियान चल पड़ा. इस विरोध का नतीजा ये हुआ कि भारत से जानेवाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई.
FIRST PUBLISHED :
August 1, 2024, 17:35 IST