अहमदाबाद में पिछले महीने हुए एयर इंडिया प्लेन क्रैश की शुरुआती जांच रिपोर्ट आने वाली है. इससे पहले अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट में एक बड़ा संदेह जताया गया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्लेन के इंजनों में फ्यूल सप्लाई कंट्रोल करने वाले स्विच बंद किए गए थे. इससे टेकऑफ करने के फौरन बाद ही इंजन में थ्रस्ट खत्म हो गई और प्लेन नीचे आने लगा. थ्रस्ट को आप पावर समझिए जो प्लेन को ऊपर रखता है.
दरअसल, अब तक की जांच में बोइंग ड्रीमलाइनर विमान में किसी तकनीकी खामी की बात सामने नहीं आई है. जिस स्विच के बंद होने की बात कही जा रही है उसका इस्तेमाल पायलट इंजन चालू करने, बंद करने या किसी इमर्जेंसी स्थिति में करते हैं. अमेरिकी रिपोर्ट में यह दावा ऐसे समय में किया गया है जब भारत में एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होने वाली है. रूल के मुताबिक एक महीने के भीतर रिपोर्ट सार्वजनिक करनी होती है.
पिछले महीने 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ी फ्लाइट कुछ ही सेकेंड बाद मेडिकल हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गई थी. इसमें 270 लोगों की जान चली गई. चमत्कार यह हुआ कि एक शख्स जीवित बच निकला. स्विच वाला मसला जांच में ही साफ हो पाएगा कि असल में हुआ क्या था? ब्लैक बॉक्स की जांच से हादसे की वजह पता चलेगी. इससे पहले अमेरिकी रिपोर्ट से जांच में एक नया एंगल सामने आ गया है.
दोनों इंजन के स्विच बंद
रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों की शुरुआती जांच के हवाले से बताया गया है कि हादसे की जांच पायलटों के एक्शन पर केंद्रित रही है. WSJ ने हादसे की जांच करने वाले कुछ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि प्रारंभिक निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि जेट के दोनों इंजनों में ईंधन के प्रवाह को नियंत्रित करने वाले स्विच बंद कर दिए गए थे. इससे उड़ान भरने के तुरंत बाद यह बड़ा नुकसान हो गया. WSJ की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार कॉकपिट में ईंधन कंट्रोल स्विचों के मूवमेंट पर जांच केंद्रित रही है.
एक्सपर्ट बताते हैं कि आमतौर पर विमान दुर्घटनाओं के कई कारण होते हैं. इस केस में जांचकर्ता दुर्घटना से संबंधित कई पहलुओं को खंगाल रहे हैं. इसमें पायलटों की पृष्ठभूमि और अनुभव भी शामिल हैं.
अभी तक क्या पता चला
- क्रैश हुए विमान ईंधन पूरा भरा हुआ था. प्लेन उड़ते समय ठीक लगा लेकिन अचानक नीचे आने लगा.
- अहमदाबाद में AI 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले पायलट ने एक मेडे अलर्ट जारी किया था.
एक्सपर्ट ने क्या कहा
विमानन एक्सपर्ट और लड़ाकू विमान उड़ा चुके जॉर्न फेहरम ने ब्लूमबर्ग को बताया कि वायरल वीडियो को देखने से पता चलता है कि गियर (लैंडिंग) लगाने से पहले तक सब कुछ नॉर्मल था, उसके तुरंत बाद विमान का थ्रस्ट कम हो जाता है. यह काफी असामान्य बात है कि दोनों इंजनों में एक साथ बिजली गायब हो जाती है. धुएं का कोई निशान नहीं दिखता जो पक्षी के टकराने का संकेत दे. 787 ड्रीमलाइनर जैसे बड़े विमान में एक ही इंजन से उड़ान भरने के लिए पर्याप्त ताकत होती है और पायलट इस स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहते हैं.