Last Updated:July 12, 2025, 16:06 IST
bihar chunav 2025: बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को वोटकटवा कहकर निशाना बनाया जा रहा है. किशोर ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी पार्टी NDA और महागठबंधन दोनों के वोट काटकर सत्ता का रास्ता बंद कर...और पढ़ें

जनसुराज को वोट कटवा कहने पर pk ने किया पलटवार , इंतज़ार कीजिए जब चुनाव परिणाम आएगा तब पता चलेगा किसका डिब्बा हो गया गोल ।
पटना: बिहार विधान सभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी भी तेज होती जा रही है. राजनीतिक पार्टियों ने अपने विरोधियों पर जुबानी हमला भी तेज कर दिया है. इन सब के बीच बिहार की सियासत में तीसरा फ्रंट या त्रिकोणीय लड़ाई बनने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पूरी ताकत लगा रखी है. अब वह अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. उनकी पार्टी को वोटकटवा पार्टी कहकर निशाना साधा जा रहा है.
अब जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने उन नेताओं पर पलटवार किया है जो उनकी पार्टी को वोट कटवा पार्टी कहते हैं. प्रशांत किशोर ने ऐसे नेताओं को चुनौती दे डाली और तीखे लहजे में हमला बोलते हुए कहा कि जन सुराज वोट कटवा पार्टी है लेकिन, एनडीए और महागठबंधन दोनों का वोट काट कर इस बार विधान सभा चुनाव में साफ कर देंगे.
प्रशांत किशोर जो इन दिनों बिहार का दौरा कर रहे हैं तीखे तेवर में हमला बोलते हुए कहते हैं कि जन सुराज को जो लोग वोट कटवा पार्टी कह रहे हैं वह सही कह रहे हैं. जन सुराज वोट कटवा पार्टी है. इस बार जन सुराज NDA और महागठबंधन दोनों के वोट काटकर साफ कर देगा. पहले राजद वाले हमें भाजपा की B टीम कहते थे और अब जदयू के नेता हमें कांग्रेस की भी टीम कह रहे हैं लेकिन, मैं साफ कर दूं कि जन सुराज जनता की B टीम है.
दरअसल, प्रशांत किशोर धीरे-धीरे लगातार अपनी पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं और उनके साथ लगातार चर्चित चेहरे भी जुड़ते जा रहे हैं. इससे उनकी पार्टी की भूमिका विधान सभा चुनाव में महत्वपूर्ण हो सकती है.
बिहार के वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक संजय कुमार कहते है कि प्रशांत किशोर को हल्के में लेना किसी भी राजनीतिक दल के लिए घातक हो सकता है क्योंकि इस बार के चुनाव में कई ऐसे दावेदार होंगे टिकट के जिन्हें अगर अपनी पार्टी से किसी कारण से नहीं मिलता है तो उनकी पहली पसंद प्रशांत किशोर की पार्टी हो सकती है जो बिहार की जनता को लगातार बेहतर विकल्प बता कर एक मौका मांग रहे हैं.
प्रशांत किशोर भली भांति यह समझ गए हैं कि बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण का बेहद ख़ास महत्व होता है. ऐसे में जन सुराज भी ऐसे जातीय समीकरण सेट करने की कोशिश करेगी जिससे एनडीए और महागठ बंधन दोनों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. एक तरफ़ MY समीकरण पर भी PK की निगाह है. वहीं दूसरी तरफ़ सवर्ण और अति पिछड़ा के साथ-साथ युवा और महिला पर भी फोकस कर एनडीए को वह झटका दे सकते हैं. जाहिर है यही वजह है कि प्रशांत किशोर कहते हैं कि जन सुराज वोट कटवा पार्टी है लेकिन, दोनों गठबंधन के वोट काटकर वह दोनों का सत्ता का रास्ता बंद कर देंगे.