Last Updated:August 11, 2025, 07:45 IST
Fasal Beema Yojana : सरकार ने कुछ दिन पहले ही किसानों को 2-2 हजार रुपये बांटे हैं और अब फसल बीमा योजना के तहत 3,200 करोड़ रुपये और बांटने की तैयारी है. यह पैसे आज देश के 30 लाख किसानों को बांटे जाएंगे.

नई दिल्ली. देश के करोड़ों किसानों को पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान योजना के तहत 2-2 हजार रुपये बांटे थे और अब देश के 30 लाख किसानों को फिर 3,200 करोड़ रुपये बांटने की तैयारी है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही देश के कई राज्यों में किसानों को उनकी खराब हुई फसल के एवज में पैसे बांटे जाएंगे.
राजस्थान के झुंझुनू जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत 30 लाख किसान लाभार्थियों को 3,200 करोड़ रुपये की फसल बीमा दावा राशि डिजिटल रूप से हस्तांतरित करेंगे. कार्यक्रम में चौहान के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी और राज्य के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी मौजूद रहेंगे.
किस प्रदेश को कितने पैसे मिलेंगे
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, फसल बीमा के तहत कुल दावा राशि में 1,156 करोड़ रुपये मध्य प्रदेश के किसानों को, 1,121 करोड़ रुपये राजस्थान के किसानों को, 150 करोड़ रुपये छत्तीसगढ़ के किसानों को और 773 करोड़ रुपये अन्य राज्यों के किसानों को हस्तांतरित किए जाएंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र ने किसानों के हित में एक नई सरलीकृत दावा निपटान प्रणाली लागू की है, जिसके तहत राज्य के प्रीमियम अंशदान का इंतजार किए बिना, केवल केंद्रीय सब्सिडी के आधार पर दावों का आनुपातिक भुगतान किया जा सकेगा.
पैसे नहीं दिए तो लगेगा जुर्माना
कृषि मंत्री ने बताया कि खरीफ 2025 सत्र से अगर कोई राज्य सरकार अपने सब्सिडी अंशदान में देरी करती है, तो उस पर 12 प्रतिशत का जुर्माना लगाया जाएगा. इसी तरह अगर बीमा कंपनियां भुगतान में देरी करती हैं, तो उन पर भी 12 प्रतिशत का जुर्माना लगाया जाएगा. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) की 2016 में शुरुआत के बाद से इसके तहत 1.83 लाख करोड़ रुपये के दावों का निपटान किया है, जबकि किसानों ने केवल 35,864 करोड़ रुपये का प्रीमियम चुकाया है.
क्या है फसल बीमा
सरकार ने साल 2016 में किसानों को मौसम की मार और आपदा से फसलों के नुकसान से बचाने के लिए फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत किसान मामूली प्रीमियम भरकर अपने फसलों का बीमा करा सकते हैं. अगर उनकी फसलों को मौसम या फिर अन्य किसी वजह से नुकसान पहुंचता है तो फिर बीमा का दावा किया जा सकता है. दावा निपटाने के लिए सरकार बर्बाद हुई फसलों का सर्वे करती है और जितना भी नुकसान होता है उसकी भरपाई करती है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 11, 2025, 07:45 IST