इंतजार की घड़ियां खत्‍म, आसमान में दम दिखाएगा ब्रह्मोस से लैस देसी 'राफेल'

1 day ago

Last Updated:August 31, 2025, 09:49 IST

Tejas Mark-1A Fighter Jet: भारत अपने डिफेंस सिस्‍टम को लगातार बूस्‍ट कर रहा है. स्‍वदेशी तकनीक के दम पर मिसाइल से लेकर फाइटर जेट तक बनाए जा रहे हैं. पांचवीं पीढ़ी के देसी लड़ाकू विमान से पहले बड़ी खुशखबरी सामने...और पढ़ें

इंतजार की घड़ियां खत्‍म, आसमान में दम दिखाएगा ब्रह्मोस से लैस देसी 'राफेल'स‍ितंबर में HAL दो तेजस Mark-1A फाइटर जेट की डिलवरी कर सकती है. (पीटीआई)

Tejas Mark-1A Fighter Jet: देश-दुनिया के बदलते हालात को देखते हुए आर्म्‍ड फोर्सेज को और सशक्‍त बनाने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं. मिसाइल, ड्रोन, फाइटर जेट के साथ ही स्‍वेदेशी तकनीक से एयर डिफेंस सिस्‍टम डेवलप किया जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत की सैन्‍य शक्ति को देखा. ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल से लेकर आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम ने अपनी ताकत दिखाई थी. ब्रह्मोस मिसाइल की मार से पाकिस्‍तान ऐसा बिलबिलाया कि सीजफायर की गुहार लगाने लगा था. अब भारत डिफेंस सेक्‍टर में नए सिरे से मील का पत्‍थर रखने की दहलीज पर खड़ा है. हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड यानी HAL तमाम तरह की लेट लतीफी के बाद सितंबर में दो तेजस Mark-1A फाइटर जेट की डिलीवरी कर सकता है. यह देसी ‘राफेल’ ब्रह्मोस मिसाइल से भी लैस होगा. बता दें कि सरकार ने HAL को तेजस फाइटर जेट के लिए कुल मिलाकर 1.15 लाख करोड़ रुपये का ठेका दिया है.

देश में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को नई गति मिलने जा रही है. रक्षा सचिव आरके सिंह ने कहा कि एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अगले महीने भारतीय वायुसेना को दो तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान सौंपेगी. उन्‍होंने बताया कि सरकार दो विमानों की डिलीवरी के बाद 97 अतिरिक्त तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ एक और बड़ा अनुबंध करने जा रही है. उन्होंने कहा, ‘संभावना है कि सितंबर के अंत तक दो तेजस विमान वेपन इंटीग्रेशन के साथ एयरफोर्स को मिल जाएंगे.’

तेजस फाइटर जेट ब्रह्मोस मिसाइल से भी लैस होगा. (पीटीआई)

कुल म‍िलाकर 115000 करोड़ रुपये की डील

मौजूदा समय में इंडियन एयरफोर्स के पास 38 तेजस लड़ाकू विमान सेवा में हैं, जबकि 80 से अधिक के प्रोडक्‍शन का काम जारी है. फरवरी 2021 में रक्षा मंत्रालय ने 83 तेजस एमके-1ए विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का करार किया था. हालांकि इन विमानों की डिलीवरी में देरी हो रही है, क्योंकि अमेरिकी रक्षा कंपनी जीई एयरोस्पेस ने इंजन सप्लाई के कई डेडलाइन को चूक दिए हैं. पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने करीब 67,000 करोड़ रुपये की लागत से 97 अतिरिक्त तेजस विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी. इस पर रक्षा सचिव ने कहा, ‘मैंने एचएएल को साफ कर दिया है कि यह करार तभी साइन होगा जब एचएएल दो तेजस विमानों को संपूर्ण पैकेज के साथ सौंप देगा.’

इंडियन एयरफोर्स की रीढ़ बनेगा तेजस

डिफेंस सेक्रेट्री ने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में तेजस भारतीय वायुसेना की रीढ़ बनेगा. उन्होंने कहा कि एचएएल के पास अब चार से पांच साल का ऑर्डर बुक रहेगा. उन्‍होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि वे इस प्लेटफॉर्म को परफेक्ट करेंगे, इसमें रडार और भारतीय हथियारों का एकीकरण करेंगे ताकि यह सुखोई के साथ मिलकर वायुसेना का मुख्य आधार बन सके.’ रक्षा सचिव ने यह भी स्वीकार किया कि मौजूदा समय में वायुसेना के लड़ाकू बेड़े में कमी है. उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में स्क्वाड्रन की संख्या 31 है, जबकि अधिकृत ताकत 42 स्क्वाड्रन की है. इस गैप को पाटने के लिए हमें अन्य विकल्प भी तलाशने होंगे.’

मिग-21 का विकल्‍प

तेजस एक सिंगल-इंजन, मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जिसे वायु रक्षा, समुद्री टोही और स्ट्राइक मिशनों के लिए डिजाइन किया गया है. इसे वायुसेना के पुराने हो चुके मिग-21 विमानों की जगह लेने के लिए विकसित किया गया है.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

August 31, 2025, 09:49 IST

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