Saudia Arabia Jail: वैसे तो सऊदी अरब अपनी अलग पहचान बनाने में लगा है लेकिन कई बार वहां के अंदरखाने के किस्से सामने आ जाते हैं. इसी कड़ी में इन दिनों वहां महिलाओं की आजादी पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठे हैं. हाल ही में सामने आई एक इंटरनेशनल रिपोर्ट में बताया गया कि कई ऐसी सीक्रेट वुमन जेल मौजूद हैं जिन्हें केयर होम के नाम पर चलाया जा रहा है. ये जगहें महिलाओं के लिए किसी सजा-ए-कालकोठरी से कम नहीं हैं. इनमें सबसे बदनाम नाम है दार अल-रियाया जेल का जहां महिलाएं छोटी-छोटी वजहों से कैद की जाती हैं.
नाफरमानी करने पर भयंकर सजा
असल में रिपोर्ट्स के मुताबिक हालत यह है कि पिता से बहस पति की शिकायत करना या सोशल मीडिया पर कोई ट्वीट कर देने से ही उन्हें यहां बंद कर दिया जा रहा है. इन जेलों की स्थिति अंदर से बेहद भयावह बताई गई. यहां न तो कोर्ट की प्रक्रिया होती है न ही सुनवाई. धार्मिक आदेश न मानने या परिजनों की नाफरमानी करने जैसी बातों पर महिलाओं को बंद कर दिया जाता है.
पीड़ित महिलाओं ने सच्चाई बताई
जेल से भाग चुकी कुछ पीड़ित महिलाओं ने सच्चाई बताई है. उन्हें महीनों तक उनके परिवार से मिलने नहीं दिया गया. कुछ को बिजली के झटके दिए गए तो कुछ को अंधेरे कमरों में बंद रखा गया. कई बार यह भी देखा गया कि जेल में रहने वाली महिलाओं को समाज से काट दिया गया और मानसिक रूप से तोड़ा गया ताकि वे फिर से अनुशासित बन जाएं.
मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन
मानवाधिकार संगठनों और कई रिपोर्ट्स ने सऊदी अरब की इन जेलों को मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है. इन संगठनों का कहना है कि यह पूरी व्यवस्था महिलाओं की स्वतंत्रता को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है. दुनिया भर में सऊदी सरकार की इस नीति की आलोचना हो रही है लेकिन अब तक वहां के सिस्टम में कोई बदलाव नहीं आया है.