Last Updated:November 08, 2025, 08:28 IST
Delhi AQI and Smog: दिल्ली और आसपास के इलाकों में खासकर सर्दियों के समय में एयर पॉल्यूशन की स्थिति खतरनाक हो जाती है. AQI का लेवल इस कदर ऊपर चढ़ जाता है कि खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो जाता है. प्रदूषण से निपटने के सारे उपाय अभी तक नाकाफी साबित हुए हैं.
दिल्ली में एयर पॉल्यूशन और गिरते पारे की वजह सामने आई है. (फाइल फोटो/PTI)Delhi AQI and Smog: देश की राजधानी दिल्ली में अभी सर्दी के मौसम ने बस दस्तक ही दी है और अभी से ही दशकों पुरानी समस्या की झलक इस बार भी दिखने लगी है. हवा की गुणवत्ता यानी AQI का लेवल लगातार काफी खराब श्रेणी में है. हालात ऐसे हैं कि एक्सपर्ट मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं. हालांकि, पानी का छिड़काव करने के साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी नकेल कसा जा रहा है. इसके बावजूद हालात पारा गिरने के साथ बेकाबू होते जा रहे हैं. अब सवाल है कि करोड़ों दिल्लीवालों की जान का दुश्मन कौन है? वे कौन सी वजहें हैं जिनके चलते दिल्लीवासियों को हर साल जानलेवा प्रॉब्लेम से रूबरू होना पड़ता है? वेदर एक्सपर्ट ने चेताया है कि आने वाले समय में दिल्ली के लोगों को दो चीजों का सामना करना पड़ सकता है- पहला, AQI का लेवल बढ़ेगा और दूसरा पारा आने वाले दिनों में और लुढ़केगा.
दरअसल, उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के साथ पराली का धुआं दिल्ली की हवा में घुला रहा, जिसके कारण राजधानी धुंध और शैलो फॉग की चादर में लिपटी नजर आई. शुक्रवार सुबह हल्की धूप के बाद दृश्यता में कुछ सुधार हुआ, लेकिन शाम तक फिर से धुंध गहरा गई. शनिवार को भी कमोबेश वैसे ही हालात बने हुए हैं. राजधानी की एयर क्वालिटी ‘बहुत खराब’ (Very Poor) श्रेणी में दर्ज की गई. मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज (MoES) के डिसीज़न सपोर्ट सिस्टम (DSS) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के PM2.5 में पराली जलने की हिस्सेदारी 8.68% रही. यह गुरुवार के 9.48% से थोड़ा कम है, जो इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर था. हालांकि, दिन में अनुमान लगाया गया था कि पराली की हिस्सेदारी 38% तक पहुंच सकती है, लेकिन वास्तविक आंकड़े पराली जलाने और हवा की दिशा को ध्यान में रखकर संशोधित किए गए. DSS ने शनिवार को पराली का योगदान 30.9% रहने का अनुमान जताया है. पिछले वर्षों में नवंबर की शुरुआत पराली प्रदूषण के चरम का समय रहा है. 2022 और 2023 में पराली का योगदान 35% तक पहुंचा था, जबकि 2021 में यह 48% तक दर्ज किया गया था.
दिल्ली के आनंद विहार इलाके में शनिवार 8 नवंबर 2025 को सुबह में AQI 355 रिकॉर्ड किया गया. यह कंडीशन हेल्थ के लिए खतरनाक है. (DPCC की वेबसाइट से साभार)
पराली जलाने से जुड़े आंकड़े
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के आंकड़े बताते हैं कि शुक्रवार को पंजाब में 100 और हरियाणा में 18 पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए. यह गुरुवार की तुलना में काफी कम हैं, जब पंजाब में 351 और हरियाणा में 35 घटनाएं सामने आई थीं. विशेषज्ञों का कहना है कि आग की संख्या में कमी अस्थायी है और हवा की दिशा के कारण धुआं दिल्ली तक पहुंचता रहेगा. एक्सपर्ट का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं जारी रहेंगी, इसलिए पराली का धुआं दिल्ली की हवा को प्रभावित करता रहेगा.
तापमान में गिरावट
उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते दिल्ली में ठंड बढ़ गई है. सफदरजंग मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान लगातार दूसरे दिन 12.7°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है. मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि शनिवार और रविवार को न्यूनतम तापमान 10°C से 12°C के बीच रहेगा और सोमवार से यह 10°C से नीचे जा सकता है. शहर में सबसे कम तापमान लोधी रोड (11.2°C) पर रिकॉर्ड किया गया, वहीं अयानगर में 11.4°C रहा. अधिकतम तापमान 28.6°C, यानी सामान्य से एक डिग्री कम दर्ज किया गया. IMD के अनुसार, पश्चिमी हिमालय में ताज़ा बर्फबारी के बाद ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों की ओर बढ़ती हैं. साफ आसमान के कारण रात में गर्मी तेजी से निकलती है, जिससे तापमान और नीचे जाता है.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 08, 2025, 08:28 IST

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