कश्मीर में आतंकियों की मदद, अलगाववाद की राजनीति, हुर्रियत का चेहरा बेनकाब

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Last Updated:May 01, 2025, 10:58 IST

Pahalgam Attack Supporter: पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जमात-ए-इस्लामी की सच्चाई सामने आई है. जांच एजेंसियों ने हंदवाड़ा में इनके ठिकानों पर छापेमारी की और आपत्तिजनक सबूत बरामद किए.

कश्मीर में आतंकियों की मदद, अलगाववाद की राजनीति, हुर्रियत का चेहरा बेनकाब

पहलगाम हमले में हुर्रियत और जमात-ए-इस्लामी का चेहरा बेनकाब

हाइलाइट्स

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जमात-ए-इस्लामी की सच्चाई उजागर हुई.जांच एजेंसियों ने हंदवाड़ा में 10 ठिकानों पर छापेमारी की.कई आपत्तिजनक सबूत बरामद, आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता का शक.

Pahalgam Attack Supporter: हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जमात-ए-इस्लामी की सच्चाई का पर्दाफाश हो गया है. पहलगाम आतंकी हमले से जहां पूरा देश सहम गया है. वहीं, कश्मीर में अलगाववाद की जड़ें जमाने वाली ताकतों की सच्चाई सामने आई है. दरअसल, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जमात-ए-इस्लामी ही वह संगठन है जो जिसने घाटी में आतंकवाद की पैर मजबूत करने में मदद की. दरअसल, न्यूज़ 18 इंडिया की एक्सक्लूसिव ग्राउंड रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि इन संगठनों पर ओवरग्राउंड आतंकियों की मदद की थी.

एनआईए की सूत्रों की आशंका पर जांच एजेंसियों ने कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में इनके ठिकानों पर छापेमारी की. इस कार्रवाई में कई आपत्तिजनक सबूत बरामद हुए, जो इन संगठनों की संदिग्ध गतिविधियों की ओर इशारा करते हैं.

10 ऑपरेटिव्स के ठिकानों रेड
हंदवाड़ा में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और जमात-ए-इस्लामी से जुड़े करीब 10 ऑपरेटिव्स के ठिकानों पर जांच एजेंसियों ने सघन तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गईं, जिनका आकलन जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनआईए और अन्य खुफिया एजेंसियां कर रही हैं. न्यूज़ 18 इंडिया की टीम ने उन घरों का जायजा लिया, जहां छापेमारी की गई। यह इलाका कभी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का गढ़ माना जाता था. जांच एजेंसियों का मानना है कि इन ऑपरेटिव्स का ओवरग्राउंड वर्करों से गहरा संबंध है, जो आतंकी गतिविधियों में सहायता करते हैं.

आपत्तिजनक सबूत मिले
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुर्रियत कांफ्रेंस गिलानी और जमात ए इस्लामी संस्थाओं पर जांच एजेंसियों ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. संकेत मिल रहे हैं कि पहलगाम हमले में हंदवाड़ा इलाके से मदद मिली थी. ये संगठन घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देती रही है. सबूत मिलने के बाद इन संस्थाओं पर बड़ी कार्रवाई हो रही है. जांच एजेंसी ने संगठन के मेंबरों के घर जाकर पुलिस ने सघन तलाशी अभियान चलाया है. कई आपत्तिजनक सबूत बरामद किए गए हैं.

10 ठिकानों पर रेड
जांच एजेंसी ने बताया कि हंदवाड़ा में करीब 10 ऐसे हुर्रियत और जमात ए इस्लामी के आपरेटिव हैं, जिनके ठिकानों पर रेड की गई है. इनके ठिकानों पर से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद हुई हैं. जांच एजेंसी को इनके ओवरग्राउंड वर्करों को मदद करने का शक है. न्यूज़ 18 इंडिया ने भी हुर्रियत कांफ्रेंस के गढ़ में घरों का जायजा की लिया, जहां पर जांच एजेंसियों द्वारा छापेमारी की गई.

सबूतों का हो रहा जांच 
न्यूज18 को ग्राउंड रिपोर्ट में जानकारी मिली है कि संगठन के नेताओं के घर से मिले सारे सबूत को जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनआईए और अन्य खुफिया एजेंसी कर रही हैं. न्यूज़ 18 इंडिया के हमारे रिपोर्टर भी हुर्रियत कांफ्रेंस जिलानी के पूर्व सदस्य से बात की. उन्होंने हुर्रियत के मंसूबों का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि कैसे ये संसगठन घाटी को अशांत करने का काम करते थे. ये घाटी के युवाओं को पत्थरबाजी, नारेबाजी और आतंकवाद को समर्थन करते थे.

पूर्व मेंबर ने खोला पोल
हुर्रियत कांफ्रेंस के पूर्व सदस्य ने न्यूज18 इंडिया से बात करते हुए कहा कि ये घटनाएं जम्मू कश्मीर के बिल्कुल गलत थी. पहलगाम हमले का निंदा करता हूं. मैं देश के साथ हूं. मुझे जब कि हुर्रियत की विचारधारा खोखली है, सुरक्षा बलों पर हमला करना अलगाववाद का रास्ता अख्तियार करना और पत्थरबाजी करना तो देश के खिलाफ है. जैसे ही इसका एहसास मुझे हुआ मैंने हुर्रियत कांफ्रेंस गिलानी से इस्तीफा दे दिया.

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New Delhi,Delhi

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