Agency:एजेंसियां
Last Updated:July 10, 2025, 16:12 IST
Kanwar Yatra 2025: कांवड़ यात्रा 2025 के लिए प्रशासन ने सबसे बड़ी योजना बनाई है. डीजे की आवाज नियंत्रित, शराब ढकी, ड्रोन तैनात, फूड सेफ्टी से लेकर ट्रैफिक प्लान तक हर स्तर पर सख्ती और सेवा का संगम.

कांवड़ यात्रा 2025 की सुरक्षा को लेकर सरकार का बड़ा प्लान. (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
कांवड़ यात्रा 2025 में 395 ड्रोन और 60,000 पुलिसकर्मी तैनात.डीजे की आवाज सीमा 75 डेसिबल, शराब की दुकानें ढकी जाएंगी.QR कोड से रूट और खाने की गुणवत्ता पर निगरानी संभव.Kanwar Yatra 2025: सावन का पावन महीना शुरू होने को है और इसी के साथ हर साल की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं. 11 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर इस बार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान सरकारों ने मिलकर एक महायोजना तैयार की है. अनुमान है कि इस बार करीब 7 करोड़ शिवभक्त इस यात्रा में भाग लेंगे. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए सुरक्षा, स्वास्थ्य, ट्रैफिक और सुविधाओं को लेकर तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं ताकि यात्रा पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सुरक्षित संपन्न हो सके.
मेरठ में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार और DGP राजीव कृष्ण की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई जिसमें दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे. इस बैठक में कांवड़ मार्ग पर शराब की दुकानों को ढकने, डीजे की आवाज की सीमा 75 डेसिबल तय करने और कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट व चौड़ाई 12 फीट तक सीमित रखने के निर्देश दिए गए. वहीं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने आदेश दिया है कि पूरे कांवड़ मार्ग पर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, खासकर रात्रिकाल में जब अधिकतर श्रद्धालु यात्रा करते हैं.
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डीजे की आवाज की सीमा 75 डेसिबल तय करने और कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट व चौड़ाई 12 फीट तक सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं.
सुरक्षा के लिए अभूतपूर्व तैनाती
कांवड़ यात्रा के लिए इस बार सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं. पूरे यात्रा मार्ग पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे, 395 ड्रोन, 60,000 से अधिक पुलिसकर्मी, 50 कंपनियां केंद्रीय बलों की और हजारों की संख्या में होमगार्ड्स तैनात किए जाएंगे. हर किलोमीटर पर एक सब-इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहेगा. मेला क्षेत्रों को सुरक्षा की दृष्टि से 16 सुपर जोन, 38 जोन और 134 सेक्टरों में बांटा गया है. ड्रोन और टीथर्ड ड्रोन के जरिए रियल टाइम निगरानी की जाएगी. साथ ही डीजीपी मुख्यालय और सोशल मीडिया सेल में 24×7 निगरानी रखने वाली टीमें भी सक्रिय रहेंगी.
फूड सेफ्टी और हाईजीन पर रहेगा फोकस
श्रद्धालुओं को स्वच्छ और मिलावट रहित भोजन मिले, इसके लिए खास कदम उठाए गए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप लॉन्च किया है. इसका QR कोड ढाबों और फूड कैंप्स पर चस्पा किया जा रहा है. इसके जरिए कोई भी श्रद्धालु खाने की शिकायत कर सकेगा. उत्तराखंड में मोबाइल फूड लैब वैन तैनात की गई हैं जो मौके पर ही खाने के सैंपल की जांच करेंगी. दूध, दही, मिठाई जैसे खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की सख्ती से जांच की जा रही है.
श्रद्धालुओं को स्वच्छ और मिलावट रहित भोजन मिले, इसके लिए खास कदम उठाए गए हैं.
ट्रैफिक कंट्रोल और डायवर्जन प्लान
कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ के चलते ट्रैफिक प्लान भी पूरी तरह से बदल दिया गया है. 11 जुलाई शाम 6 बजे से भारी वाहनों और 13 जुलाई सुबह 8 बजे से हल्के वाहनों का संचालन कांवड़ मार्गों पर प्रतिबंधित रहेगा. इसके लिए मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, दिल्ली, अलीगढ़ समेत तमाम जिलों में वैकल्पिक रूट तय किए गए हैं. पैदल चलने वाले कांवड़ियों के लिए समर्पित पथ बनाए जाएंगे, जिन पर बैरिकेडिंग के जरिए व्यवस्था बनाई गई है. साथ ही QR कोड की मदद से श्रद्धालु रूट प्लान और मैप की जानकारी भी ले सकेंगे.
हर राज्य की तैयारी अलग अंदाज में
दिल्ली सरकार ने यात्रा के दौरान मीट की दुकानें बंद रखने का आदेश दिया है और जगह-जगह फूलों से सजे भव्य स्वागत द्वार तैयार किए हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री कपिल मिश्रा खुद शिविरों का निरीक्षण करेंगे. वहीं हरियाणा सरकार ने पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और महिला सुरक्षा पर खास फोकस किया गया है. उत्तराखंड में खाद्य विभाग और पुलिस मिलकर मेले की निगरानी कर रहे हैं. हरिद्वार में हर की पैड़ी से लेकर बैरागी कैंप तक सफाई, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है.
महिला सुरक्षा पर खास फोकस किया गया है.
कांवड़ यात्रा 2025 होगी नई मिसाल
इस बार की कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक संगठित प्रशासनिक प्रयोग बन गई है, जिसमें तकनीक, सेवा और श्रद्धा का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. सरकारों की प्राथमिकता है कि यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए न केवल आस्था की, बल्कि व्यवस्था और सुरक्षा की दृष्टि से भी यादगार बन सके. हर छोटी-बड़ी चुनौती को ध्यान में रखकर प्लानिंग की गई है और इसमें आम जनता, प्रशासन और धार्मिक संस्थाएं एकजुट होकर भागीदारी निभा रही हैं. अगर सबकुछ योजना के अनुसार चला तो कांवड़ यात्रा 2025 एक नई मिसाल पेश करेगी, जहां आस्था के साथ-साथ आधुनिक व्यवस्थाओं की शक्ति भी दिखेगी.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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