Last Updated:March 18, 2025, 23:49 IST
न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा कि उनका देश कानून के दायरे के भीतर अभिव्यक्ति की आजादी में भरोसा करता है. यदि कोई उल्लंघन होता है, तो हमारी पुलिस कानून लागू करती है.

न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा कि उनका देश अभिव्यक्ति की आजादी में भरोसा रखता है. (Image:News18)
नई दिल्ली. न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने अपने देश की कानूनी सीमाओं के भीतर अभिव्यक्ति की आजादी को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दोहराया. जब उनसे अपने देश में बढ़ती खालिस्तानी गतिविधियों पर भारत की चिंताओं के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने ये बात कही. नेटवर्क 18 की मैनेजिंग एडिटर पालकी शर्मा को दिए एक विशेष इंटरव्यू में लक्सन ने कहा कि ‘हम कानूनी सीमाओं के भीतर अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास करते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि विरोध प्रदर्शन कानूनी होंगे. यदि कोई उल्लंघन होता है, तो हमारी पुलिस कानून लागू करती है. हम भारत की चिंताओं को समझते हैं लेकिन साथ ही अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को भी बनाए रखते हैं. कोई भी कार्रवाई न्यूजीलैंड के कानूनी ढांचे के अनुरूप होनी चाहिए.’
लक्सन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों को ‘वास्तव में गर्म’ बताया. जिसमें एक मजबूत निजी संबंध और उनके संबंधित जनसंख्या के लिए नतीजे देने के मकसद साझा किए गए. न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि हमारे बीच एक बहुत मजबूत निजी संबंध है. मुझे उनका साथ बहुत पसंद है. हम अपने उद्देश्यों और लोगों के लिए परिणाम देने के तरीकों के बारे में बहुत समान सोचते हैं. इस संबंध में बहुत अधिक पूरकता है.’
लक्सन ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड दोनों रक्षा और सुरक्षा संबंधों, आर्थिक और व्यापार संबंधों और लोगों के बीच संबंधों को गहरा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा ‘हमने अपनी द्विपक्षीय बैठकों में शिक्षा और खेल के अवसरों के बारे में काफी समय बिताया, जो बेहतर सामाजिक संबंध बनाने में मदद करते हैं. हम दोनों क्षेत्र में शांति और सुरक्षा चाहते हैं क्योंकि सुरक्षा समृद्धि को सक्षम बनाती है.’ व्यापार के बारे में बात करते हुए, लक्सन ने चर्चाओं में गति को स्वीकार किया. हालांकि उन्होंने इसे सीधे वैश्विक बदलावों, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों का प्रभाव शामिल है, से जोड़ने से परहेज किया.
लक्सन ने कहा कि हमने 16 महीने पहले सत्ता में आने पर संबंध बदलने की इच्छा जताई थी. विपक्ष में रहते हुए भी, मैं भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए प्रतिबद्ध था. मैं समझता हूं कि वैश्विक वातावरण बदल गया है, लेकिन इस संबंध को गहरा करने की हमेशा एक वास्तविक प्रतिबद्धता थी. हमने तेजी से संबंध बनाने के लिए कदम उठाए, जिससे मेरी राज्य यात्रा और व्यापक एफटीए समझौतों की शुरुआत हुई. हमें पता है कि संवेदनशील मुद्दे होंगे, लेकिन हम जितनी जल्दी हो सके आगे बढ़ने के लिए दृढ़ हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 18, 2025, 23:49 IST