किराए की गर्लफ्रेंड, जानिए कैसी सर्विसेज मिलती हैं, लड़की ने 2 महीने में कमाए 3 लाख रूपये

5 hours ago

Ruby Jade Become Professional Girlfriend: ऑस्ट्रेलिया में गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड को किराए पर लेने का चलन तेजी से बढ़ा है, इसके लिए डेटिंग ऐप का जमकर साहारा लिया जा रहा है. इसके कुछ वेबसाइट्स के जरिए भी फैमिली मेंबर्स रेंट पर लिए जा सकते हैं. ऐसे में एक खास मामला सामने आया है जहां ब्रिस्बेन की 21 साल की रूबी जेड पेड कंपेनियनशिप देती है. वो अपने आपको "प्रोफेशनल गर्लफ्रेंड" बताती हैं जिससे काफी ज्यादा डॉलर्स की कमाई होती है. 

एक नए तरह का रिलेशनशिप
हाल के महीनों में, रूबी जेड ने अगल-अलग सोशल गैदरिग के लिए लोगों अपनी कंपनी देकर एक खास बिसनेस मॉडल बनाया है. चाहे वो पार्टीज, ट्रिप्स, खास मौकों पर ग्राहकों के साथ जाना हो या सिर्फ डिनर के लिए बाहर जाना हो, वो अपनी शर्तों पर अपनी मौजूदगी प्रोवाइड करती है. द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ 2 महीनों में, रूबी को अपनी सेवाओं के लिए तकरीबन 3 लाख रुपये के गिफ्ट के तौर पर मिले हैं.

रूबी के लिए फायदे का सौदा

रूबी की अपनी सेवाओं ने विविध ग्राहकों को आकर्षित किया है.  मिसाल के तौर पर, उसने एक डिनर डेट के लिए 1.4 लाख रुपये तक का चार्ज किया. उसे इंटरनेशनल ट्रिप्स पर भी ले जाया गया है, एक कस्टमर उसे सिंगापुर ले गया था. फर्स्ट क्लास फ्लाइट जैसी लैविश ट्रैवल्स के अलावा, एक ग्राहक ने उसे एक प्ले स्टेशन 5 (PlayStation 5) भी गिफ्ट में दिया. एक और मामले में एक चाइनीज कस्टमर शामिल है जो उसके साथ लैंग्वेज कोचिंग सेशन के लिए हर हफ्ते 5,000 रुपये पे करता है.

"लिमिट क्रॉस नहीं करती"

जब कोई लड़की रेंट पर किसी की गर्लफ्रेंड बनती है तो ऐसा समझा जाता है कि वो गलत कामों में भी शामिल होंगी. ऐसे में रूबी साफ तौर से कहती हैं कि उनकी सर्विसेस स्ट्रिक्टली कंपेशियनशिप तक सीमित हैं. वो क्लाइंट के साफ फिजिकली इंटिमेट नहीं होतीं. वो अपनी क्लीयर बाउंडरीज सेट करती हैं. उनकी सेवाओं में कभी-कभी हाथ पकड़ना या रिवीलिंग कपड़े पहनना शामिल हैं. वो इस बात को सुनिश्चित करती हैं कि उनकी सर्विसेज म्यूचुअल तौर पर सहमत शर्तों पर सिर्फ कंपनी देने तक ही सीमित रहे.

फेमस हो रहा ट्रेंड
एक पार्टनर को "किराए पर लेने" का तरीका ऑस्ट्रेलिया के लिए नया नहीं है. दुनिया भर में, ऐसे प्लेटफॉर्म्स लोगों को उनकी प्रायोरिटीज के बेस पर कंपेनियन चुनने की आजादी देते हैं. रूबी की कहानी इस बात को बयां करती है कि कैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स सोशल इंटेरेक्शंस को फिर से डिफाइन कर रहे हैं और पर्सनल रिलेशनशिप के फील्ड में नई बिजनेस अपॉर्चुनिटी पैदा कर रहे हैं. 

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