केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन मिलते ही संवर जाएगी जिंदगी, जानिए 5 बड़े फायदे

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 यह देश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल है

KVS Admission 2024: यह देश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल है

KVS Admission 2024: केंद्रीय विद्यालय की गिनती भारत के टॉप सरकारी स्कूलों में की जाती है. शिक्षा की बेहतरीन क्वॉलिटी के ...अधिक पढ़ें

News18 हिंदीLast Updated : March 15, 2024, 18:54 ISTEditor picture

नई दिल्ली (KVS Admission 2024-2025). भारत के विभिन्न राज्यों में कुल 1223 केंद्रीय विद्यालय हैं. यहां दाखिले के लिए लंबी लाइन लगती है. केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा संचालित केवी की गिनती भारत के टॉप सरकारी स्कूलों में की जाती है (Kendriya Vidyalaya). केंद्रीय विद्यालय सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध हैं. इसकी ब्रांचेस भारत के साथ ही कुछ अन्य देशों में भी हैं. केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की प्रक्रिया अप्रैल 2024 में शुरू हो जाएगी.

देश में कई सरकारी स्कूलों में दाखिला मिलना आसान नहीं है (Top Govt School). इस लिस्ट में जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV Admission) और केंद्रीय विद्यालय टॉप पर हैं. केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन फीस के तौर पर सिर्फ 25 रुपये जमा करने होते हैं. केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होते ही स्टूडेंट्स/ अभिभावक ऑफिशियल वेबसाइट kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं. जानिए केंद्रीय विद्यालय को टॉप सरकारी स्कूल क्यों माना जाता है.

KVS Admission 2024: केंद्रीय विद्यालय को बेस्ट क्यों माना जाता है?
देशभर में लाखों स्कूल हैं. इनमें से कुछ केंद्रीय बोर्ड यानी सीबीएसई से संबद्ध हैं, कुछ आईसीएसई/ आईएससी से तो कुछ स्टेट बोर्ड से. जानिए सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध केंद्रीय विद्यालय की गिनती बेस्ट स्कूलों में क्यों की जाती है (Sarkari School)-

बेस्ट एजुकेशन
केंद्रीय विद्यालयों की गिनती देश के टॉप स्कूलों में की जाती है. केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों की भर्ती कई चरणों की परीक्षा पास करने के बाद होती है (KV Shikshak Bharti). इससे केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को मिलने वाली शिक्षा के स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां से पासआउट होने के बाद ज्यादातर बच्चों को टॉप कॉलेज में दाखिला मिल जाता है. इससे उन्हें देश-विदेश में टॉप पैकेज वाली नौकरी हासिल करने में मदद मिल जाती है.

स्पोर्ट्स में भी अव्वल
केंद्रीय विद्यालय में शिक्षा के साथ ही स्पोर्ट्स यानी खेल-कूद जैसी आउटडोर एक्टिविटी पर भी खास फोकस किया जाता है. जो स्टूडेंट्स पढ़ाई पूरी करने के बाद खिलाड़ी के तौर पर करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें केवी में बेहतरीन प्लेटफॉर्म मिल जाता है. केंद्रीय विद्यालयों में स्टूडेंट्स को क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल जैसे कई खेलों के लिए तैयार किया जाता है. इसके लिए केवी में बेस्ट स्पोर्ट्स टीचर को नियुक्त किया जाता है.

फीस है सबसे कम
आज-कल ज्यादातर अभिभावक स्कूलों की बढ़ती फीस से परेशान हैं (KVS Fees). एडमिशन फीस के तौर पर भी 50 हजार रुपये तक जमा करने पड़ जाते हैं. वहीं, केंद्रीय विद्यालय की फीस कम है. कुछ वर्गों के स्टूडेंट्स को तो यहां फ्री एजुकेशन भी मिलती है. किसी सामान्य परिवार का बच्चा भी केंद्रीय विद्यालय की फीस आसानी से भर सकता है. इसके साथ ही केवी में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए कई तरह की स्कॉलरशिप योजनाएं भी चलती हैं.

ट्रांसफर पर भी नो टेंशन
सरकारी हो या निजी, कई नौकरियों में ट्रांसफर होना आम बात है. केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स माता या पिता का ट्रांसफर हो जाने पर भी परेशान नहीं होते हैं. दरअसल, देश के सभी केवी का सिलेबस समान है. अगर किसी स्टूडेंट को अपने परिवार के साथ दूसरे शहर या राज्य में शिफ्ट होना पड़ता है तो उसे एडमिशन और पढ़ाई छूटने का डर नहीं रहता है. केवी अपने स्टूडेंट्स को पहली प्राथमिकता पर दाखिला देता है. यहां तक कि कुछ विदेशों में भी केंद्रीय विद्यालय हैं.

मिलती हैं बेस्ट सुविधाएं
केंद्रीय विद्यालयों में स्टूडेंट्स को कम फीस में बेहतरीन सुविधाएं देने का प्रावधान है. केंद्रीय विद्यालय में स्मार्ट क्लास के साथ ही बेहतरीन लैब और सुव्यवस्थित लाइब्रेरी की व्यवस्था रहती है. इन बेसिक सुविधाओं का लाभ उठाकर स्टूडेंट्स अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं. इससे वह खुद को किसी महंगे प्राइवेट स्कूल के बच्चे से कम भी नहीं आंकते हैं. केंद्रीय विद्यालय में अनुशासन का भी खास ख्याल रखा जाता है.

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Tags: School Admission, School education

FIRST PUBLISHED :

March 15, 2024, 18:54 IST

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