Last Updated:February 27, 2025, 14:56 IST
बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, जिसमें भाजपा कोटे से सात नए मंत्री बने. संजय सरावगी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मिला, जिसमें केके पाठक एसीएस हैं.

संजय सरावगी को केके पाठक का विभाग मिला है.
हाइलाइट्स
बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ.संजय सरावगी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मिला.केके पाठक राजस्व विभाग के एसीएस हैं.Bihar Cabinet Minister Portfolio: एक दिन पहले बुधवार को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. भाजपा कोटे से सात नेताओं को मंत्री बनाया गया है. इस तरह अब नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 36 मंत्री हो गए है. इसमें भाजपा कोटे से 22 मंत्री हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नीतीश कुमार ने नए मंत्रियों में अधिकतर को भाजपा कोटे के ही विभाग दिए हैं. इस तरह जदयू के मंत्रियों के विभागों पर कोई असर नहीं पड़ा है.
राज्य में बुधवार को जिन सात नेताओं को मंत्री बनाया गया उनके नाम हैं- संजय सरावगी, जीवेश मिश्रा, सुनील कुमार, राजू सिंह, मोतीलाल प्रसाद, कृष्ण कुमार मंटू और विजय मंडल. इनके बीच विभागों का भी बंटवारा हो गया है. संजय सरावगी को राजस्व एवं भूमि सुधार दिया गया है. यह विभाग काफी अहम है. लेकिन सबसे मजेदार बात यह है कि इस विभाग के अधिकारी केके पाठक हैं. पाठक की गिनती बिहार के सबसे कड़क अधिकारियों में होती है. वह एक ऐसे अधिकारी हैं जो कई दफा सीएम नीतीश कुमार की बातों को मानने से इनकार दिया है.
केके पाठक के आगे किसकी चलेगी
ऐसे में सबसे अहम बात यह है कि संजय सरावगी और केके पाठक के रिश्ते कैसे रहते हैं. यह सवाल इसलिए उठाया जा रहा है कि क्योंकि जब राजद के साथ नीतीश कुमार की गठबंधन सरकार थी तो उस वक्त केके पाठक शिक्षा विभाग के एसीएस हुआ करते थे. उनके एसीएस रहते ही राज्य में करीब 2.5 शिक्षकों की नियुक्ति हुई. लेकिन उस दौरान शिक्षा विभाग राजद कोटे के मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव के पास था. ऐसे में चंद्रशेखर यादव और केके पाठक के बीच खुलकर तकरार चली. इसकी आंच गठबंधन सरकार की सेहत पर भी आई और अंततः चंद्रशेखर यादव का विभाग बदल दिया गया. हालांकि नीतीश और राजद का भी गठबंधन टूट गया और राज्य में सरकार बदल गई.
सीएम की भी नहीं सुनते केके पाठक
केके पाठक को सीएम नीतीश कुमार का सबसे चहेता अधिकारी माना जाता है. सीएम ने उनको सुपर पावर दे रखा है. ऐसे में राजस्व विभाग में एसीएस रहते किसी भी मंत्री को उनके साथ तालमेल बैठाना आसान नहीं है.
बुधवार को मंत्री बनाए गए जीवेश मिश्रा को नगर विकास एवं आवास विकास, सुनील कुमार को वन एवं पर्यावरण विभाग, राजू सिंह को पर्यटन, मोतीलाल प्रसाद को कला एवं संस्कृति मंत्री, कृष्ण कुमार मंटू को सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री और विजय मंडल को आपदा प्रबंधन विभाग मिला है. इसके अलावा कई पुराने मंत्रियों का विभाग भी बदला गया है. यानि पहले जो मंत्री एक से अधिक विभाग संभाल रहे थे अब उनके कुछ विभागों को नए मंत्रियों के बीच बांटा गया है.
मंत्रियों के विभागों के बंटवारे से जुड़े नोटिफिकेशन के अनुसार बीजेपी कोटे से मंत्री बने संजय सरावगी को बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. संजय सरावगी को बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार का मंत्री बनाया गया है. पहले इस विभाग को बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल संभाल रहे थे. लेकिन, दिलीप जायवसाल ने कल कैबिनेट विस्तार से पहले इस्तीफा दे दिया था.
विजय सिन्हा के कम हुए विभाग
अब बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को कृषि और खनन, वहीं नितीन नवीन को पथ निर्माण विभाग मिला है. बता दें, पहले पथ निर्माण विभाग विजय सिन्हा के पास था. वहीं जीवेश मिश्रा को नगर विकास विभाग दिया गया है. पहले यह विभाग पहले नितिन नवीन के पास था. जानकारी के अनुसार नीतीश कैबिनेट में पुराने मंत्रियों के प्रदर्शन के आधार पर उनका विभाग बदला गया है. वहीं अब मंगल पांडेय के पास स्वास्थ्य और विधि विभाग रहेगा. वहीं नीतीश मिश्रा के पास सिर्फ उद्योग विभाग की जिम्मेदारी होगी.
First Published :
February 27, 2025, 14:56 IST