हाइलाइट्स
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस पर 1 अरब रुपये का कर्ज है. सरकार ने इसे बेचने के लिए विदेशी खरीदार खोजने शुरू किए हैं. आईएमएफ ने इसे बेचने की शर्त पर ही लोन देने की बात कही है.
नई दिल्ली. ‘गरीबी में आटा गीला’ वाली कहावत तो अपने भी सुनी होगी, लेकिन इसे सच होते देखना चाहते हैं तो जरा पाकिस्तान की तरफ नजर डालिए. कर्ज और गरीबी में डूबे पाकिस्तान ने अपनी एकमात्र सरकारी एयरलाइंस बेचनी चाही तो पहले उसे खरीदार ही नहीं मिले और अब मिला भी तो उसने ऐसी बोली लगाई, जिसे सुनकर पाकिस्तान को अपनी गरीबी का अहसास हो गया.
पाकिस्तान की एकमात्र सरकारी एयरलाइंस पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) कर्ज में डूबी हुई है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से 7 अरब डॉलर का कर्ज देने के एवज में पाकिस्तान से यह शर्त रखी गई कि उसे अपनी कर्ज में डूबी एयरलाइंस को बेचना होगा. इसके बाद शाहबाज शरीफ की सरकार ने खरीदार तलाशने शुरू किए. जून में पाकिस्तान सरकार ने 6 समूह को प्री-क्वालिफाइड किया जिसमें से रियल एस्टेट डेवलपमेंट कंपनी ब्लू वर्ल्ड सिटी को आखिरी बोलीदाता के रूप में फाइनल किया गया.
कितने की मिली है बोली
पाकिस्तान सरकार ने अपनी एयरलाइंस को बेचने के लिए मिनिमम 85 अरब पाकिस्तानी रुपये (करीब 250 करोड़ रुपये) की कीमत रखी थी. इस कीमत पर सरकार कंपनी में 60 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही थी, लेकिन बोलीदाता ने सिर्फ 10 अरब पाकिस्तानी रुपया (करीब 30.25 करोड़ भारतीय रुपये) का ही ऑफर किया. यह रकम पाकिस्तान सरकार की तय कीमत का महज 8वां हिस्सा थी.
लाइव चल रही थी बोली
पाकिस्तान ने इस बोली को बाकायदा पूरे देश में लाइव भी कराया. इस्लामाबाद के एक होटल में बाकायदा इसका लाइव सेशन चलवाया, जिसका प्रसारण सरकारी न्यूज चैनल पीटीवी पर भी किया गया. हालांकि, इतना तामझाम होने के बावजूद बोली कैंसल हो गई और एयरलाइंस बेचने का मंसूबा धरा रह गया. बोली कैंसल होने के बाद ब्लू वर्ल्ड सिटी के चेयरमैन साद नाजिर ने कहा, ‘अगर मेरी बोली को नामंजूर किया जाता है तो मैं पाकिस्तान सरकार को शुभकामनाएं देता हूं.’
पाक एयरलाइंस के पास कितनी संपत्ति
पाकिस्तान एयरलाइंस की कुल संपत्ति करीब 152 अरब पाकिस्तानी रुपये है, जिसमें एयरक्राफ्ट और ऑपरेशनल रूट भी शामिल है. पाक एयरलाइन में अभी करीब 7,100 कर्मचारी काम करते हैं, जिसमें से 2,400 कर्मचारी दिहाड़ी पर काम करते हैं. एयरलाइंस पर करीब 1 अरब रुपये का कर्ज है और लगातार घाटे में जा रही है. सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि साल 2020 से ही यूरोपीय यूनियन ने इस एयरलाइंस को बैन कर रखा है, क्योंकि कुछ पायलट फेक लाइसेंस के साथ पकड़े गए थे.
पाकिस्तान के ही एक राज्य ने दिखाई रुचि
एक तरफ जहां पाकिस्तान एयरलाइंस को कोई विदेशी कर्जदार खरीदने को तैयार नहीं हो रहा, वहीं पाकिस्तान के ही एक राज्य ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत यानी खैबर पख्तूनख्वा ने इस एयरलाइंस में रुचि दिखाई है. यहां की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने पाक एयरलाइंस को खरीदकर एयर पंजाब नाम से चलाने की बात कही है. पूर्व पीएम नवाज शरीफ के बेटी मरियम की इस पेशकश पर अभी तक पाकिस्तान की संसद ने कोई जवाब नहीं दिया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 15, 2024, 14:52 IST