Last Updated:November 08, 2025, 10:57 IST
Operation Pimple in Kupwara: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के केरेन सेक्टर में सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन पिम्पल चलाकर दो घुसपैठियों को मार गिराया. सुरक्षा बलों की ओर से तलाशी अभियान अब भी जारी है. इन आतंकवादियों के पास से हथियार बरामद हुए है. इनकी पहचान अभी उजागर नहीं हुई है.
सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन पिंपल चलाकर दो आतंकवादियों को मार गिराया. (फाइल फोटो)Operation Pimple in Kupwara: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास शुक्रवार देर रात शुरू हुए एक ऑपरेशन में भारतीय सेना ने दो घुसपैठियों को मार गिराया. इस ऑपरेशन का नाम पिम्पल दिया गया. सेना के अनुसार यह कार्रवाई खुफिया जानकारी के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें घुसपैठ की कोशिश की सूचना मिली थी. ऑपरेशन के तहत इलाके में तलाशी अभियान जारी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य आतंकवादी छिपा न हो.
सेना के घाटी-स्थित 15 कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि शुक्रवार को खुफिया एजेंसियों से मिली विशिष्ट सूचना के आधार पर केरन सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त टीम ने हिस्सा लिया. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम को शुरू हुए इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने इलाके में संदिग्ध गतिविधियां देखीं और घुसपैठियों को ललकारा. जवाब में आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी और सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की. सेना की त्वरित कार्रवाई के चलते घुसपैठियों को घेर लिया गया और एक सख्त सुरक्षा घेरा स्थापित किया गया ताकि उनकी भागने की कोई संभावना न रहे.
सुबह में फिर शुरू हुआ ऑपरेशन
रात के दौरान ऑपरेशन को रोककर सुबह फिर से शुरू किया गया. सेना ने बताया कि इस ऑपरेशन में दो आतंकवादी मारे गए हैं. इलाके की तलाशी अभी जारी है. मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं, हालांकि उनकी पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है.
सेना और बीएसएफ का कहना है कि सीमा पार लॉन्चपैड्स पर मौजूद आतंकवादी सर्दियों की शुरुआत से पहले घुसपैठ की कोशिशें तेज कर देते हैं. वे अक्टूबर और नवंबर के महीने में घुसपैठ के लिए विशेष रूप से सक्रिय होते हैं, क्योंकि बर्फबारी शुरू होने पर पहाड़ी दर्रे बंद हो जाते हैं, जिससे एलओसी पर आवाजाही मुश्किल हो जाती है.
सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां एलओसी पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं ताकि ऐसी किसी भी कोशिश को समय रहते रोका जा सके. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और इस ऑपरेशन से संबंधित और जानकारी का इंतजार किया जा रहा है.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
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First Published :
November 08, 2025, 10:55 IST

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