खरीदने जा रहे फ्लैट या मकान, गांठ बांध लो 4 बातें, चूके तो सब हाथ से जाएगा

1 week ago

हाइलाइट्स

सबसे पहले संपत्ति के असली मालिक का पता लगाना चाहिए. प्रॉपर्टी के आसपास की सुविधाओं को देखना भी जरूरी है. प्रॉपर्टी के पेपर चेक करने के बाद ही खरीदना चाहिए.

नई दिल्‍ली. संपत्तियों के बाजार में प्रमुख रूप से दो तरह की प्रॉपर्टीज उपलब्ध रहती हैं. पहली अंडर कंस्ट्रक्शन यानी निर्माणाधीन और दूसरी रेडी टु मूव यानी ऐसी संपत्ति जिसे खरीदने के साथ ही वह इस्तेमाल के लिए तैयार हो. रेडी टु मूव संपत्ति का सबसे बड़ा फायदा यह है कि या तो उसे खरीदने वाला फौरन खुद उसका इस्तेमाल कर सकता है या फिर उसे किराये पर चढ़ाकर मासिक आमदनी प्राप्त कर सकता है. साथ ही ऐसी संपत्ति खरीदने वाले को उसके कब्जे के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ता. निश्चय ही रेडी टु मूव संपत्ति के अपने खास फायदे हैं, लेकिन ऐसी संपत्ति खरीदते वक्त कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है.

पहले देखें क्लियर टाइटल
संपत्ति बाजार में टाइटल का अर्थ संपत्ति के मालिकाना हक के तौर पर समझा जाता है. आप जानते हैं कि कोई संपत्ति खुद नहीं कहती कि उसका स्वामी या मालिक कौन है, इसकी जानकारी सिर्फ उसके कागजों से मिलती है. अगर आप भी ऐसी संपत्ति खरीदने जा रहे हैं तो सबसे पहले रेवेन्यू ऑफिस जाकर उस संपत्ति के मालिक का पता करें, क्योंकि किसी भी निवेश से पहले यह परख लेना आवश्यक है कि आप जिससे वह संपत्ति ले रहे हैं, वही उसका वास्तविक स्वामी है. अक्सर ऐसा भी होता है कि किसी संपत्ति का मालिक कोई अन्य होता है जबकि उसकी बिक्री कोई दूसरा व्यक्ति कर देता है. ऐसा निवेश आपके लिए जी का जंजाल बन सकता है और आपकी मेहनत की कमाई भी डूबते देर नहीं लगेगी. रेवन्यू ऑफिस के अलावा टाइटल की पहचान प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़े कागजात से भी संभव है. यदि उस संपत्ति के मालिक ने उसे किसी बैंक के पास गिरवी रखा हो तो बैंक से भी उसके मालिक का पता लगाया जा सकता है. मामूली फीस पर पेशेवर वकील भी इस काम में आपका मददगार साबित हो सकता है.

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कंस्ट्रक्शन का समय जरूर देखें
टाइटल के बाद आपको यह जानना चाहिए कि जो संपत्ति आप खरीद रहे हैं उसका निर्माण कब हुआ था. साथ ही उसके निर्माण की गुणवत्ता कैसी है. सामान्य तौर पर मौजूदा समय में किसी कंस्ट्रक्शन की उम्र 70 से 80 साल की मानी जाती है. यह ध्यान रखें कि संपत्ति जितनी पुरानी होगी उसकी कीमत नवनिर्मित संपत्तियों की तुलना में कम ही रहेगी. संपत्ति की उम्र का सही अंदाजा उस जगह रह रहे लोगों या फिर उस क्षेत्र विशेष में काम करने वाले प्रॉपर्टी डीलरों से लगाया जा सकता है. आप चाहें तो इस काम के लिए स्ट्रक्चरल इंजीनियर की सहायता भी ले सकते हैं. मौजूदा समय में ऐसी कई पेशेवर कंपनियां भी किसी इमारत की गुणवत्ता और उसके भविष्य के बारे में आपको सही अनुमान दे सकती हैं.

आसपास क्‍या-क्‍या सुविधाएं
आप जहां संपत्ति ले रहे हैं, वहां रोजमर्रा की खरीदारी के लिए क्या सुविधाएं हैं इसकी परख जरूरी है. आम तौर पर अथॉरिटीज और बिल्डर्स अपनी परियोजनाओं में कन्वीनियंट शॉपिंग का विकल्‍प जरूर रखते हैं, जहां से आप दिन-प्रतिदिन काम आने वाली चीजें खरीद सकते हैं. इस सुविधा के अभाव में ऐसी जरूरतें पूरी करने के लिए कई किलोमीटर की दूरी भी तय करनी पड़ सकती है. इसी तरह, उस क्षेत्र में किस तरह के शैक्षणिक संस्थान हैं इस पर भी जरूर गौर करें, क्योंकि संभव है कि जब आप संपत्ति में निवेश करें तो उस वक्त आपको स्कूल या कॉलेज की जरूरत न हो लेकिन संपत्ति खरीदते हुए आपको भविष्य की जरूरतों का ध्‍यान रखना जरूरी है.

वेल्फेयर एसोसिएशन की मौजूदगी
आप जहां संपत्ति ले रहे हैं, क्या वहां रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन काम कर रही है अथवा नहीं इसका भी पता लगा लेना बेहतर होगा. इसके अभाव में सुरक्षा के अलावा घर में पड़ने वाले छोटे-मोटे कामों के लिए आपको अन्य लोगों के सहारे रहना पड़ेगा. सामान्य तौर पर बिजली, प्लंबिंग जैसे कुछ काम आरडब्ल्यूए ही करवा देती हैं. इसके अलावा सुरक्षा का बंदोबस्त भी उन्हीं के कंधों पर होता है. वैसे भी सुरक्षा वह तथ्य है जिसकी परख किसी भी संपत्ति के निवेश में सबसे पहले होनी चाहिए. ऐसे में इसकी परख बेहद आवश्यक है.

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Tags: Business news in hindi, Property, Property investment, Property value

FIRST PUBLISHED :

April 27, 2024, 20:19 IST

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