गलवान वैली, सियाचीन घाटी में घूमने का अब उठा सकेंगे लुत्‍फ, LG ने बताया प्‍लान

3 hours ago

Last Updated:August 17, 2025, 23:42 IST

Ladakh Siachen Tourism: लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने सियाचीन ग्लेशियर और गलवान घाटी को पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि लद्दाख स्विट्ज़रलैंड से कम नहीं है. ऐसे में यहां टूरिज्‍म के लिहाज...और पढ़ें

गलवान वैली, सियाचीन घाटी में घूमने का अब उठा सकेंगे लुत्‍फ, LG ने बताया प्‍लानलद्दाख को टूरिज्‍म हब बनाने की तैयारी चल रही है. (News18)

नई दिल्‍ली. लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने रविवार को बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि प्रशासन अब लद्दाख के सबसे संवेदनशील और ऐतिहासिक इलाके जैसे सियाचीन ग्लेशियर और गलवान घाटी को नए पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित करेगा. यह वही जगह है जो दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र और भारत-चीन सीमा पर साहस और बलिदान की कहानियों का प्रतीक माना जाता रहा है.

स्विट्ज़रलैंड से खूबसूरत लद्दाख
गुप्ता ने कहा कि लद्दाख अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और रोमांचक भूगोल की वजह से किसी भी मायने में स्विट्ज़रलैंड से कम नहीं है. उन्होंने दावा किया कि आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र दुनिया के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में गिना जाएगा. कहा गया, “सियाचीन और गलवान घाटी का पर्यटन के लिहाज से विकास किया जाएगा. यहां आने वाले सैलानियों को न सिर्फ़ अनोखी प्राकृतिक छटा देखने को मिलेगी, बल्कि उन्हें उन इलाकों का एहसास भी होगा जहां भारतीय जवानों ने देश की सरहदों की रक्षा के लिए बलिदान दिया है.”

रोमांच, अध्यात्म और विरासत का पैकेज
लद्दाख के उपराज्यपाल ने बताया कि उनकी प्राथमिकता यहां एडवेंचर टूरिज्म, धार्मिक पर्यटन और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है. उनका मानना है कि लद्दाख एक ऐसा पैकेज बन सकता है जहां पर्यटक रोमांच, शांति और आस्था तीनों का अनुभव ले सकें. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने उन्हें लद्दाख की जिम्मेदारी सौंपी है और वह क्षेत्र की तस्वीर बदलने के लिए कटिबद्ध हैं.

लंबे इंतजार के बाद नई उम्मीद
गुप्ता ने कहा कि लद्दाख लंबे समय तक उपेक्षा और भेदभाव का शिकार रहा है, लेकिन साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसे केंद्रशासित प्रदेश (UT) का दर्जा देकर लोगों की दशकों पुरानी आकांक्षा पूरी की. अब प्रशासन और केंद्र सरकार मिलकर बुनियादी ढांचे को सुधारने, कनेक्टिविटी बढ़ाने और इको-फ्रेंडली पर्यटन को बढ़ावा देने पर काम कर रहे हैं ताकि दुनियाभर के सैलानी लद्दाख की अनोखी खूबसूरती और संस्कृति को महसूस कर सकें.

भविष्य की तस्वीर
गुप्ता ने भरोसा जताया कि आने वाले वर्षों में लद्दाख की पहचान सिर्फ़ सीमाई तनाव या कठिन भौगोलिक हालात तक सीमित नहीं रहेगी. यह इलाका स्थायी विकास, बेहतर सेवाओं, सांस्कृतिक धरोहरों और पारिस्थितिकी संरक्षण के लिए जाना जाएगा. उन्‍होंने कहा, “हमारा विजन एक सस्टेनेबल और सशक्त लद्दाख बनाने का है, जो देश और दुनिया दोनों को अपनी प्राकृतिक सुंदरता, साहस की गाथाओं और संस्कृति से आकर्षित करेगा.”

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

August 17, 2025, 23:42 IST

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