तमिलनाडु से निकले, टेबल टेनिस से राजनीति में गाढ़े झंडे, कौन हैं राधाकृष्‍णन?

6 hours ago

Last Updated:August 17, 2025, 20:19 IST

NDA Vice President Nominee CP Radhakrishnan: भाजपा ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया है. राधाकृष्णन ने चार दशकों का सफर तय किया है. बड़ा सवाल यह है कि...और पढ़ें

तमिलनाडु से निकले, टेबल टेनिस से राजनीति में गाढ़े झंडे, कौन हैं राधाकृष्‍णन?बीजेपी ने इसकी घोषणा की. (File PHoto)

नई दिल्‍ली. भारतीय जनता पार्टी ने आगामी उपराष्‍ट्रपति चुनाव के लिए अनुभवी नेता और वर्तमान महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्‍णन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. तमिलनाडु के एक साधारण परिवार से निकलकर छात्र राजनीति, टेबल टेनिस और संघ की गतिविधियों से होते हुए राधाकृष्‍णन ने चार दशकों की लंबी यात्रा में संगठन,  संसदीय राजनीति और संवैधानिक पदों तक का सफर तय किया है.

शुरुआती जीवन और शिक्षा
सी.पी. राधाकृष्‍णन का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर जिले में हुआ. पिता सी.के. पोन्नुसामी और माता के. जानकी साधारण पृष्ठभूमि से थे. पढ़ाई के दौरान ही उनमें खेल और सामाजिक गतिविधियों की गहरी रुचि रही. उन्होंने वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज, तूतीकोरिन से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) की डिग्री हासिल की. युवावस्था में वे टेबल टेनिस के अच्छे खिलाड़ी माने जाते थे. खेल के मैदान में मिली लोकप्रियता और अनुशासन ने उन्हें राजनीति की ओर मोड़ा. 16 वर्ष की उम्र में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ से जुड़ गए.

टेबल टेनिस से राजनीति तक
छात्र राजनीति में सक्रिय रहते हुए राधाकृष्‍णन ने स्थानीय स्तर पर पहचान बनाई. टेबल टेनिस की वजह से उन्हें युवा पीढ़ी में लोकप्रियता और नेटवर्क मिला, जिसका लाभ उन्हें भाजपा संगठन में आगे बढ़ने में मिला. अनुशासन, तेज ऊर्जा और साफ छवि ने उन्हें पार्टी नेताओं का भरोसा दिलाया.

लोकसभा सांसद और भाजपा नेता
राधाकृष्‍णन का बड़ा राजनीतिक ब्रेक 1998 में आया, जब वे तमिलनाडु की कोयंबटूर सीट से लोकसभा पहुंचे. उस दौर में कोयंबटूर में बड़े आतंकी हमले के बाद उन्होंने विकास और सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाकर बड़ी जीत दर्ज की. 1998 और 1999 में लगातार दो बार सांसद चुने गए. संसद में उद्योग, व्यापार और तमिलनाडु से जुड़े मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया.  बाद में 2004 से 2007 तक वे भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहे. यहां उन्होंने दक्षिण भारत में पार्टी के विस्तार की मजबूत नींव रखी.

संगठन और संवैधानिक जिम्मेदारियां
संगठनात्मक क्षमता को देखते हुए उन्हें 2016 में कोइर बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. इस पद पर रहते हुए उन्होंने पारंपरिक उद्योग और कुटीर रोजगार को बढ़ावा देने का काम किया. इसके बाद 2020-22 में भाजपा ने उन्हें केरल का प्रभारी बनाकर नई जिम्मेदारी दी. फरवरी 2023 में केंद्र ने उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया. बाद में उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला. जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने.

पारिवारिक जीवन और निजी छवि
1985 में राधाकृष्‍णन ने आर. सुमति से विवाह किया. उनके एक बेटा और एक बेटी है. वे सादगीपूर्ण जीवनशैली और ईमानदार छवि के लिए जाने जाते हैं. सामाजिक कार्यों और युवाओं के बीच उनकी साफ छवि ने हमेशा उन्हें विशेष बनाया.

Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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First Published :

August 17, 2025, 20:19 IST

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