Ganderbal Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल जिले में गैर-स्थानीय मजदूरों पर हुए आतंकव ...अधिक पढ़ें
News18 हिंदीLast Updated : October 21, 2024, 11:40 ISTनई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में रविवार रात बड़ा आतंकी हमला हुआ. इस आतंकी हमले में 7 की जान चली गई, जिनमें 5 गैर कश्मीरी भी हैं. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली है. मगर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मानने को तैयार नहीं हैं कि यह आतंकी हमला है. यह सवाल सोशल मीडिया पर उनसे पूछा जा रहा है. दरअसल, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट कर गांदरबल आतंकी हमले की निंदा की. मगर उन्होंने आतंकी शब्द का यूज नहीं किया. इसी वजह से वह सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए हैं. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भी अपने पोस्ट में हमले की निंदा तो की, मगर इसे आतंकी हमला नहीं बताया.
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर लोगों ने सवाल उठाए हैं क्योंकि उन्होंने गांदरबल हमले को ‘आतंकी हमला’ कहने से परहेज किया. गांदरबल में प्रवासी मजदूरों पर हुए हमले की निंदा करते हुए अब्दुल्ला ने इसे ‘उग्रवादी हमला’ बताया और आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. गांदरबल हमले पर एक पोस्ट में उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘सोनमर्ग क्षेत्र के गगनगीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर हुए कायराना और घृणित हमले की बहुत दुखद खबर है. ये लोग इलाके में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना पर काम कर रहे थे. इस उग्रवादी (मिलिटेंट) हमले में 2 लोग मारे गए हैं और 2-3 अन्य घायल हुए हैं. मैं निहत्थे निर्दोष लोगों पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं और उनके प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.’
अब्दुल्ला ने और क्या कहा
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, ‘गगनगीर हमले में हताहतों की संख्या अंतिम नहीं है क्योंकि कई घायल मजदूर हैं, जिनमें स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों शामिल हैं. प्रार्थना है कि घायलों को पूरी तरह से स्वास्थ्य लाभ हो क्योंकि गंभीर रूप से घायलों को श्रीनगर के SKIMS रेफर किया जा रहा है.’ इस आतंकी हमले में एक डॉक्टर और छह प्रवासी कामगार मारे गए और 11 अन्य घायल हो गए.
सोशल मीडिया पर लोगों का फूटा गुस्सा
उमर अब्दुल्ला के बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने टिप्पणी की और इशारा किया कि कैसे उन्होंने ‘आतंकवादियों’ के बजाय ‘उग्रवादियों (मिलिटेंट्स)’ शब्द चुना. एक यूजर ने लिखा, ‘ओह ‘उग्रवादी (मिलिटेंट्स)’ वापस आ गए हैं.’ एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘आतंकवादी’. याद रखें कि आप एक केंद्र शासित प्रदेश के सीएम हैं. आपकी हरकतों पर ध्यान दिया जा रहा है और राज्य का दर्जा देने की कोई भी संभावना रद्द की जा सकती है.’
महबूबा मुफ्ती का भी वही अंदाज
एक यूजर ने आगे कहा, ‘बधाई हो. जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और आतंकवाद दोनों की वापसी हुई है. हालांकि यह सब जानते हैं कि आपके परिवार का आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने का इतिहास रहा है, कम से कम सार्वजनिक मंचों पर तो ‘उग्रवादियों’ जैसे नरम शब्दों का इस्तेमाल करने के बजाय उन्हें ‘आतंकवादी’ कहना शुरू करें. एक तरफ जहां उमर अब्दुल्ला को इसे ‘मिलिटेंट अटैक’ कहने के लिए सोशल मीडिया पर लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा. वहीं पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ‘आतंकी हमला’ शब्द का इस्तेमाल करने से परहेज किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘गांदरबल में दो मजदूरों के खिलाफ हिंसा के इस बेहूदा कृत्य की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं. उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना.’
गांदरबल आतंकी हमले में 7 की मौत
आतंकवादियों ने रविवार को एक निजी कंपनी के कामगारों के कैंप पर गोलियां चला दीं, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई. ये मजदूर मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर को सोनमर्ग से जोड़ने वाली निर्माणाधीन जेड-मोहर सुरंग पर काम कर रहे थे. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सुरक्षाकर्मी स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ इलाके की घेराबंदी कर चुके हैं. आतंकी हमलों की जांच करने वाली प्रमुख एजेंसी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं. इस हमले को आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने अंजाम दिया था, जो लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही एक हिस्सा है. इस समूह ने हत्याओं की जिम्मेदारी ली है.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 11:40 IST