Last Updated:October 02, 2025, 08:07 IST
Gandhi Jayanti 2025 Speech: गांधी जयंती के अवसर पर देशभर के स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहते हैं. इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है. लेकिन कई पब्लिक प्रोग्राम में बच्चे गांधी जयंती पर भाषण देते हैं.
Gandhi Jayanti 2025 Speech: गांधी जयंती के भाषण में महात्मा गांधी की सीख जरूर रखेंनई दिल्ली (Gandhi Jayanti 2025 Speech). गांधी जयंती देश का महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है. इसे हर साल 2 अक्टूबर को मनाया जाता है. यह दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के रूप में पूरे देश और दुनिया में बड़ी श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है. महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के बल पर भारत को आजादी दिलाने में महान योगदान दिया. उनका मानना था कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि शांति और सच्चाई से ही सही बदलाव लाया जा सकता है.
2 अक्टूबर 1869 को जन्मे महात्मा गांधी ‘सत्याग्रह’ और ‘अहिंसा’ को जीवन का आधार मानते थे. आज गांधी जयंती केवल एक राष्ट्रीय अवकाश नहीं, बल्कि हमें उनके आदर्शों को अपनाने और जीवन में लागू करने का अवसर भी देती है. स्वच्छता, सादगी, आत्मनिर्भरता और देशभक्ति उनके जीवन के प्रमुख संदेश थे. भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में गांधीजी के विचारों ने लोगों को प्रेरित किया. संयुक्त राष्ट्र ने भी 2 अक्टूबर को ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ घोषित किया है. गांधी जयंती 2025 के अवसर पर जानिए 2 मिनट के 5 भाषण.
भाषण 1
सुप्रभात सभी को. आज हम गांधी जयंती मना रहे हैं. महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा जाता है. उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर भारत को आजादी दिलाई. वे मानते थे कि बुरा करने वाले के साथ भी बुरा नहीं करना चाहिए, बल्कि धैर्य और शांति से उसका सामना करना चाहिए. आज हमें गांधीजी से सीख लेनी चाहिए कि सच्चाई और ईमानदारी ही सबसे बड़ी ताकत है. धन्यवाद.
भाषण 2
नमस्कार, मेरा नाम ______ है. आज 2 अक्टूबर को हम गांधी जयंती मना रहे हैं. गांधीजी को ‘बापू’ और ‘महात्मा’ कहा जाता है. उन्होंने स्वदेशी का संदेश दिया और हमें अपने देश की चीजों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया. उनका सपना था कि भारत स्वच्छ और आत्मनिर्भर देश बने. हम सबको उनकी शिक्षा को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और देश के विकास में योगदान देना चाहिए.
भाषण 3
आदरणीय अध्यापकगण और मेरे साथियों को नमस्कार. आज का दिन हमारे लिए बहुत खास है क्योंकि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती है. गांधीजी ने दुनिया को संदेश दिया कि हिंसा से नहीं, बल्कि अहिंसा और प्रेम से जीत हासिल की जा सकती है. उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत से लड़ाई तलवार से नहीं, बल्कि सत्य और अहिंसा के बल पर जीती. हमें भी उनके रास्ते पर चलकर सच्चाई और अच्छाई को जीवन में अपनाना चाहिए.
भाषण 4
प्रिय साथियों, गांधी जयंती का यह अवसर हमें गांधीजी के विचारों को याद करने का मौका देता है. उनका सबसे बड़ा सपना था ‘स्वच्छ भारत’. वे हमेशा कहते थे कि स्वच्छता भगवान के बराबर है. इसलिए आज हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने घर, स्कूल और आस-पास का वातावरण साफ रखेंगे. यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
भाषण 5
मान्यवर और मेरे प्यारे दोस्तों को नमस्कार. आज हम महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. गांधीजी का जीवन हमें सादगी, ईमानदारी और मेहनत का पाठ पढ़ाता है. उन्होंने कभी भी बुराई के आगे झुकना स्वीकार नहीं किया. उनका मानना था कि एक अच्छा इंसान वही है, जो दूसरों की भलाई के लिए काम करे. हम सबको उनसे प्रेरणा लेकर अपने जीवन में अच्छे काम करने चाहिए. धन्यवाद.
भाषण से पहले नोट करें जरूरी टिप्स
शुरुआत नम्र अभिवादन से करें – सुप्रभात, नमस्कार आदि. स्पष्ट और धीरे बोलें – इससे हर श्रोता आपकी बात समझ सकेगा. चेहरे पर आत्मविश्वास रखें – घबराहट से बचें. मुख्य संदेश पर फोकस करें – भाषण लंबा न खींचें, सरल भाषा का उपयोग करें. आखिर में धन्यवाद दें – भाषण को सम्मानजनक तरीके से खत्म करें.With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...और पढ़ें
With over more than 10 years of experience in journalism, I currently specialize in covering education and civil services. From interviewing IAS, IPS, IRS officers to exploring the evolving landscape of academi...
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First Published :
October 02, 2025, 08:07 IST

3 weeks ago
