Sixth Generation Fighter Jet: हाल ही में चीन के कथित छठी पीढ़ी फाइटर जैट ने दुनिया भर में सुर्खियों बंटोर रखी हैं. अपने खास डिजाइन और नई तकनीकों से लैस बताए जा रहे इस विमान को लेकर अमेरिका का चिंता में होना लाजमी है, शायद इसी को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी छठी पीढ़ी का नया विमान बनाने का आदेश दे दिया है. विमान बनाने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका कंपनी बोइंग-47 से को चुना है. इसकी जानकारी उन्होंने खुद दी है.
बोइंग को दिया बनाने का ठेका
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी 'बोइंग' को अमेरिकी वायु सेना के लिए नए हाई-टेक और अगली पीढ़ी के F-47 फाइटर प्लेन बनाने का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कई टॉप अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद यह ठेका बोइंग को मिला है. इस फैसले का मुख्य उद्देश्य अमेरिका की हवाई ताकत को मजबूत करना और पुराने हो चुके F-22 स्टील्थ फाइटर जेट को बदलना है, जो पिछले दो दशकों से सेवा में है.
20 अरब डॉलर का बताया जा रहा कॉन्ट्रैक्ट
F-47 विमान को खासतौर पर भविष्य के युद्ध अभियानों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. यह नई तकनीकों से लैस होगा और सिर्फ मानव पायलट के ज़रिए ही नहीं, बल्कि बिना पायलट वाले ड्रोन के साथ मिलकर भी काम कर सकेगा. इससे अमेरिकी वायु सेना को हवाई जंग में रणनीतिक बढ़त मिलेगी. हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने सुरक्षा वजहों का हवाला देते हुए इस सौदे की कुल लागत का खुलासा नहीं किया, लेकिन अनुमान के मुताबिक अमेरिकी वायु सेना के लिए इस विमान का शुरुआती प्रोडक्शन लगभग 20 अरब डॉलर की लागत से किया जाएगा.
US वायुसेना को बनाएगा और मजबूबत
यह लड़ाकू विमान अमेरिका की सैन्य ताकतों को एक नई ऊंचाई तक ले जाएगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक F-47 पारंपरिक विमानों की तुलना में ज्यादा तेज, शक्तिशाली और बहुपयोगी होगा. यह एक छठी पीढ़ी का फाइटर जेट होगा, जो जंगी इलाके में हवा में दबदबा बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. अमेरिकी वायु सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल डेविड ऑल्विन ने इस विमान को अब तक का सबसे खतरनाक और नई तकनीकों से लेस फाइटर जेट बताया है. इसकी खासियतों में लंबी दूरी तक उड़ान भरने की ताकत, बेहतर स्टील्थ तकनीक और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की अनुकूलता शामिल है.
चर्चा में चीन का छठी पीढ़ी का विमान
बता दें कि कुछ वीडियोज पिछले दिनों सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हुए थे, जिसमें एक बेहद अलग डिजाइन का विमान परीक्षण करता हुआ दिखाया गया था. कहा जा रहा था कि यह विमान चीन का है, जो छठी पीढ़ी का है. हालांकि इसको लेकर चीन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया लेकिन एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि जिस दिन चीन इस विमान को लेकर जानकारी दुनिया के सामने शेयर करेगा तो वायु रक्षा क्षेत्र के लिए एक अहम दिन होगा और कई बड़े देश चौंक जाएंगे.