छोटे से बीज में ऐसा क्या खास कि निकलते हैं बड़े पेड़-पौधे, सालों साल फल-फूल

4 hours ago

Last Updated:March 14, 2025, 13:12 IST

छोटे से बीज में जीवन की अनोखी शक्ति और संभावनाएं छिपी होती हैं, जो इसे पौधों और बड़े-बड़े वृक्षों में बदलने का आधार बनाती हैं लेकिन क्या है इसकी प्रकृति का चमत्कार और विज्ञान

छोटे से बीज में ऐसा क्या खास कि निकलते हैं बड़े पेड़-पौधे, सालों साल फल-फूल

हाइलाइट्स

बीज में पौधे का पूरा जेनेटिक कोड होता है.बीज में भ्रूण और पोषक तत्व होते हैं.दुनिया का सबसे बड़ा बीज होता है 30 किलो का

आप हैरान हो सकते हैं कि एक सेंटीमीटर या आधा सेंटीमीटर के छोटे से बीज में ऐसी क्या होता है, कौन सी ताकत होती है कि उसमें बड़े बड़े पेड़ पौधे निकल आते है और सालों साल इतने फल-फूल देते हैं कि कोई भी हैरानी में पड़ जाए. इस छोटे से बीज में ऐसा होता क्या होता है, जो ये समय के साथ इतना बड़ा सृजन करता है.

दरअसल बीज में पौधे का पूरा जेनेटिक कोड होता है, जो डीएनए के रूप में संग्रहीत रहता है. यह कोड तय करता है कि वह बीज किस तरह का पौधा बनेगा, उसकी ऊंचाई, पत्तियों का आकार, फूलों का रंग और अन्य गुण क्या होंगे. यह एक तरह से बीज उस पौधे की “निर्माण निर्देश पुस्तिका” है.

क्या होता है बीज के भ्रूण में
बीज में भ्रूण (Embryo) के साथ-साथ पोषक तत्व भी होते हैं, जैसे स्टार्च, प्रोटीन और वसा. ये पोषक तत्व बीज को अंकुरण के लिए शुरुआती ऊर्जा देते हैं, जब तक कि वह अपनी जड़ों और पत्तियों से पानी और सूरज की रोशनी का उपयोग शुरू नहीं कर लेता.

प्रतीकात्मक चित्र (image generated by leonardo ai)

सालोंसाल सोई अवस्था में रह सकता है
बीज में एक खास क्षमता होती है कि वह सही परिस्थितियों (जैसे नमी, तापमान, और ऑक्सीजन) का इंतजार कर सकता है. यह सुप्त अवस्था उसे कठिन परिस्थितियों में भी जीवित रखती है और जब मौका मिलता है तो वह जाग उठता है.

जैसे ही सही समय मिलता है ये बाहर निकल आता है
बीज का बाहरी आवरण (Seed Coat) उसे सुरक्षा देता है, जबकि अंदर का भ्रूण सही समय पर बढ़ने के लिए तैयार रहता है. पानी और ऑक्सीजन मिलते ही उसमें रासायनिक प्रक्रियाएं शुरू होती हैं, जो कोशिकाओं को विभाजित करने और बढ़ने में मदद करती हैं.

कैसे बीज से बनते हैं पेड़-पौधे
एक छोटा बीज सही मिट्टी, पानी और धूप पाकर पहले अंकुर बनता है, फिर पौधा और धीरे-धीरे विशाल वृक्ष में बदल जाता है. यह प्रक्रिया कोशिका विभाजन, प्रकाश संश्लेषण और पर्यावरण के साथ तालमेल का नतीजा है.

प्रतीकात्मक चित्र (image generated by leonardo ai)

तो, उस छोटे से बीज में खास यह है कि वह जीवन का एक संपूर्ण पैकेज है, सूचना, ऊर्जा और संभावना का मिश्रण, जो सही परिस्थितियों में चमत्कार कर दिखाता है. यह प्रकृति का तरीका है एक नन्ही शुरुआत से विशालता को जन्म देने का.

आकार में सबसे बड़ा बीज किसका होता है
आकार में सबसे बड़ा बीज कोको डी मेर (Coco de Mer) का होता है, जिसे वैज्ञानिक रूप से Lodoicea maldivica कहते हैं. यह एक प्रकार का ताड़ (पाम) का पेड़ है, जो मुख्य रूप से सेशेल्स द्वीप समूह में पाया जाता है.

कोको डी मेर बीज की खासियत
यह बीज आमतौर पर 40-50 सेंटीमीटर लंबा हो सकता है. इसका वजन 15 से 30 किलोग्राम तक हो सकता है. कुछ मामलों में यह इससे भी भारी होता है.

दुनिया का सबसे बड़ा बीज (piniterest)

इसका आकार अनोखा होता है, जो दो हिस्सों में बंटा हुआ दिखता है. कई बार इसे मानव शरीर के कुछ हिस्सों से जोड़कर देखा जाता है, जिसके कारण यह चर्चा में भी रहता है.

यह बीज बहुत दुर्लभ है. केवल कुछ खास द्वीपों पर ही उगता है. इसे संरक्षित प्रजाति के रूप में भी देखा जाता है. कोको डी मेर का बीज इतना बड़ा और भारी होता है कि यह आसानी से पानी में तैर भी नहीं सकता, लेकिन फिर भी यह समुद्र के रास्ते अन्य जगहों तक पहुंचा, जिसके कारण इसे पहले “समुद्री नारियल” समझा जाता था. आज यह प्रकृति के सबसे बड़े और अनोखे बीजों में एक माना जाता है.

Location :

Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh

First Published :

March 14, 2025, 13:12 IST

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