हाइलाइट्स
हिना शहाब और ओसामा शहाब के आरजेडी में शामिल होने पर पीके का तंज. पीके ने लालू-तेजस्वी यादव पर शहाबुद्दीन परिवार की उपेक्षा का आरोप लगाया.
पटना. दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे और पत्नी ने आरजेडी का दामन थाम लिया है जिसके बाद बिहार की राजनीति गर्माई हुई है. खास तौर पर मुस्लिम पॉलिटिक्स को लेकर तमाम राजनीतिक दलों के बीच होड़ सी मची हुई है. इस बहाने एनडीए जहां लालू यादव और तेजस्वी यादव पर लगातार निशाना साध रहा है, वहीं प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा शहाब के RJD में शामिल होने पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए बड़ा हमला बोला है. पीके ने मोहम्मद शहाबुद्दीन की मय्यत की बात को लेकर करारा कटाक्ष किया है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि, उपचुनाव में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया, इसलिए एक ऐसे परिवार को शामिल कराया है जिसके मय्यत में भी जाना इनको गवारा नहीं था. प्रशांत किशोर का इशारा शहाबुद्दीन के अंतिम संस्कार में लालू यादव और तेजस्वी यादव के नहीं जाने पर था. प्रशांत किशोर ने आगे कहा, राजद मुस्लिमों के रहनुमा होने का दावा करती है पर उन्होंने उप-चुनाव में एक भी मुस्लिम व्यक्ति को टिकट नहीं दिया. जन सुराज पार्टी द्वारा बेलागंज में मुस्लिम व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उन्होंने आज एक ऐसे परिवार को आज शामिल कराया है जिसकी मय्यत में भी जाना इनको गंवारा नहीं था.
प्रशांत किशोर ने आरजेडी के मुस्लिम प्रेम का हवाला देकर निशाना साधते हुए कहा कि आरजेडी सिर्फ भाजपा का डर दिखाकर मुस्लिम समुदाय से उनका वोट लेती रही है, लेकिन उन्हें उनकी आबादी के हिसाब से कभी प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया. मुस्लिम समुदाय लालटेन में केरोसिन की तरह जलता रहा और लालू जी के परिवार में रोशनी होती रही. लेकिन जन सुराज और प्रशांत किशोर वादा करते हैं कि वे आपको आपका हक दिलाएंगे और मुस्लिम युवाओं को अपनी बुद्धि और संसाधनों का उपयोग करके राजनीति में अवसर भी प्रदान करेंगे.
शहाबुद्दीन के बहाने पीके के आरजेडी पर कटाक्ष को लेकर बिहार के वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे कहते है कि, शहाबुद्दीन के निधन होने के बाद कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहा, लेकिन उसके बाद शहाबुद्दीन की पत्नी और बेटे आरजेडी से दूर होते चले गए और कुछ दिन पहले ही लोकसभा चुनाव में हिना शहाब निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ी थीं, जिसकी वजह से आरजेडी उम्मीदवार तीसरे नंबर पर चले गए थे. फिलहाल राजनीतिक परिस्थिति तेजी से बदल रही है, खासकर मुस्लिम राजनीति…जिसे देखते हुए आरजेडी ने शहाबुद्दीन के परिवार को शामिल कर बड़ा दांव खेला है.
बता दें कि लालू प्रसाद यादव और दिवंगत नेता शहाबुद्दीन के रिश्ते अच्छे थे, लेकिन 1 मई 2021 को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना संक्रमण से उनकी मौत हो गई. इसके बाद से पूर्व सांसद के निधन के बाद दोनों ही परिवारों में काफी दूरियां आ गई थीं. तब शहाबुद्दीन की मय्यत में लालू परिवार के किसी शख्स के नहीं जाने पर सवाल उठे थे और इससे शहाबुद्दीन का परिवार काफी आहत भी था.
इसके बाद दोनों ही परिवारों के बीच पारिवारिक और राजनीतिक तौर पर ये दूरी बढ़ती चली गई. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में दोनों परिवारों में काफी तल्खी दिखी और बागी तेवर अपनाते हुए हिना शहाब ने सीवान से लोकसभा चुनाव निर्दलीय लड़ा. हालांकि वो हार गई थीं, लेकिन आरजेडी की करारी हार का कारण बनीं थी. अब दोनों परिवारों ने इस दूरी को पाटने की पहल की और फिर साथ आ गए हैं.
Tags: Bihar News, Mohammad shahabuddin, Prashant Kishore, RJD leader Tejaswi Yadav
FIRST PUBLISHED :
October 29, 2024, 11:58 IST