Girls Safety Device: बीरभूम के 10वीं के छात्र अनुराग मजूमदार ने लड़कियों की सुरक्षा के लिए 'आरएल डिवाइस' बनाया, जो संकट में पुलिस को सिग्नल भेजता है. उनकी इस अनोखी प्रतिभा की स्थानीय लोगों और प्रशासन ने सराहना की है.
Local18Last Updated :October 29, 2024, 13:15 ISTWritten byShikhar Shukla
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बीरभूम: “कोई बहन या दीदी मुसीबत में न फंसे”, इस सोच से कक्षा 10 के छात्र अनुराग मजूमदार उर्फ एमोन ने एक अनोखा आविष्कार किया है. एमोन ने 'आरएल डिवाइस' बनाकर विज्ञान जगत को चौंका दिया है. एमोन पश्चिम कदीपुर जूनियर हाई स्कूल में कक्षा पांच का छात्र है, जो बीडीओ ऑफिसपारा, लवपुर, बीरभूम के पास स्थित है.
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उनके पिता मुक्तिश्वर मजूमदार एक ग्राफिक डिजाइनर हैं, जबकि उनकी माँ संगीता मजूमदार एक निजी स्कूल में कंप्यूटर शिक्षिका हैं. परिवार के अनुसार, एमोन का बचपन से ही भौतिकी में रुचि रही है. उसने न केवल लड़कियों के लिए यह सुरक्षा कवच बनाया है, बल्कि विज्ञान में 'पीरियोडिक टेबल' को विश्व रिकॉर्ड से कम समय में पढ़कर सुनाने की क्षमता भी रखता है.
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एमोन के माता-पिता का कहना है कि वह बचपन से ही विज्ञान में रुचि रखता था. खेल-खेल में ही वह कई प्रकार की वैज्ञानिक वस्तुएं बनाता रहता था. संयोग से कुछ महीने पहले एमोन ने विभिन्न कणों की अवधारणाओं का उपयोग कर शिवलिंग का आकार का चार्ट बनाया और उसे बीरभूम के अहमदपुर में एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा था.
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एमोन ने बताया, "यह सिस्टम दो ऐप्स, एक 'वेब ऐप्लिकेशन' और दो 'डिवाइसेज' से मिलकर बना है. अगर कोई खतरे में होता है, तो पुलिस इस छोटे से डिवाइस के जरिए मदद प्राप्त कर सकती है. डिवाइस के 'एमर्जेंसी बटन' को दबाने पर उस क्षेत्र के पुलिस स्टेशन में एक संकट संकेत अलार्म बजेगा, जहाँ पर वह व्यक्ति मुसीबत में है. पुलिस स्टेशन का ड्यूटी अधिकारी कंप्यूटर पर 'वेब ऐप्लिकेशन' खोलकर मुसीबत में फंसे व्यक्ति का स्थान देख सकेगा.”
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एमोन के गुरु और स्थानीय चौहट्टा हाई स्कूल के भौतिकी शिक्षक, ऋत्विक मोंडल ने कहा, "अधिकतर मामलों में, घटना की जानकारी पुलिस तक देरी से पहुँचती है. एमोन के सिस्टम से पुलिस जल्दी से कार्रवाई कर सकेगी. लेकिन इसका लाभ तभी होगा जब पुलिस प्रशासन और नागरिक समाज इस सिस्टम से अवगत हों."