Last Updated:March 16, 2025, 16:51 IST
Tulsi Gabbard in India: भारत दुनिया के अन्य देशों के साथ सहयोग को लगातार बढ़ा रहा है. इसे देखते हुए दिल्ली में दुनिया के तेज-तर्रार खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों की महाबैठक होने जा रही है.

अमेरिका की इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड खास सम्मेलन में हिस्सा लेने दिल्ली पहुंचीं हैं. (फोटो: AP)
हाइलाइट्स
भारत में ग्लोबल इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंसतुलसी गबार्ड पहुंच चुकी हैं इंडियासम्मेलन में हिस्सा लेंगे कई स्पाई चीफनई दिल्ली. रूस-यूक्रेन युद्ध और पाकिस्तान में अस्थिरता के बीच आतंकवादी संगठनों की करतूत ने दुनिया की नींद उड़ा रखी है. ग्लोबल कंडीशन को देखते हुए टैरिफ वॉर छेड़ने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत की अहमियत का बखूबी पता चल गया है. यही वजह है कि ट्रंप सरकार की खास दूत और अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस चीफ (Director of Intelligence) तुलसी गबार्ड को भारत भेजा है, ताकि द्विपक्षीय के साथ ही ग्लोबल मसलों पर सहयोग को और मजबूत तरीके से आगे बढ़ाया जा सके. तुलसी गबार्ड यहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के साथ विशेष बैठक करेंगे. अमेरिका की इंटेलिजेंस चीफ खास मकसद के साथ इंडिया पहुंचीं हैं. इसके अलावा अन्य देशों के स्पाई चीफ भी इंडिया में हो रहे ग्लोबल इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे.
तुलसी गबार्ड की भारत यात्रा की टाइमिंग काफी महत्वपूर्ण है. रूस और यूक्रेन के बीच शांति की बात अभी तक पटरी पर नहीं आई है. उधर, पश्चिम एशिया में हमास और अन्य संगठन पहले ही सिरदर्द बने हुए हैं. अब पाकिस्तान में भी हालात लगातार बिगड़ रहे हैं. पाकिस्तानी सरकार और सेना के दमनचक्र के खिलाफ बलूचिस्तान की जनता अब मजबूती से अपनी आवाज उठाने लगी है. पड़ोस में अस्थिरता के चलते भारत में चिंताएं बढ़ गई हैं. सीमा पार से लगातार आतंकवादियों को भारत में भेजा जा रहा है. सबूत देने के बावजूद भी पड़ोसी देश अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. ऐसे में ग्लोबल इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंस का महत्व काफी बढ़ गया है.
सिर्फ एक एजेंडा
अब सवाल उठता है कि भारत की यात्रा पर पहुंचीं तुलसी गबार्ड के एजेंडे पर क्या है? दरअसल, अमेरिका की इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड के एजेंडे पर क्या है? तुलसी गबार्ड एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात करेंगी. इस मौके पर उनके एजेंडे पर इंटेलिजेंस शेयरिंग मेकेनिज्म को और दुरुस्त करना है, ताकि आतंकवाद और अन्य देशों से जुड़े अपराध पर लगाम लगाया जा सके. खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने से द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती मिलने की संभावना काफी बढ़ जाएगी. बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसी गबार्ड से अमेरिका में मुलाकात की थी.
कई देशों के स्पाई चीफ का जुटान
भारत में हो रहे ग्लोबल इंटेलिजेंस कॉन्फ्रेंस में लगभग 20 देशों के खुफिया और सुरक्षा संगठनों के प्रमुख और उप प्रमुखों के एक साथ जुटने की उम्मीद है. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा और खुफिया प्रमुख टेरर फाइनेंसिंग के साथ-साथ डिजिटल स्पेस में अपराधों से निपटने के तरीकों पर भी चर्चा कर सकते हैं. कनाडाई सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विसेज (सीएसआईएस) के प्रमुख रॉजर्स की भारत यात्रा हरदीप सिंह निज्जर मामले को लेकर दोनों देशों के बीच संबंधों में आई खटास के बीच हो रही है. जस्टिन ट्रूडो के सत्ता से जाने के बाद रॉजर्स का यह दौरा हो रहा है. सितंबर 2023 में जस्टिन ट्रूडो द्वारा कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
March 16, 2025, 16:46 IST